आप IPL देखते रहे, इधर पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने का इंतजाम हो गया!

11:24 AM Apr 03, 2023 | प्रशांत सिंह
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OPEC देशों ने रविवार, 3 अप्रैल के दिन तेल के उत्पादन में कटौती करने का फैसला किया था. इससे कच्चे तेल की कीमतोंमें लगभग 330 रुपये प्रति बैरल की बढ़ोतरी देखने को मिली है. ये फैसला सऊदी अरब ने OPEC और गैर OPEC सदस्यों के साथ मिलकर (OPEC Nations) किया. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मई 2023 से इस साल के आखिर तक सऊदी अरब प्रतिदिन 5 लाख बैरल तेल उत्पादन में कटौती करेगा.

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सऊदी अरब और OPEC देशों के इस कदम से पेट्रोल पंप पर तेल की कीमतें बढ़ने की संभावना है. OPEC देशों ने उत्पादन में साढ़े 11 लाख बैरल प्रतिदिन की कटौती का फैसला किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस कदम से सऊदी अरब और अमेरिका के बीच संबंधों में और तनाव पैदा होने की संभावना है. सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्रालय ने कटौती पर बिना किसी देश का नाम लिए कहा,

“ये कटौती कुछ OPEC और गैर OPEC सदस्यों के साथ मिलकर की जाएगी. ये कदम तेल बाजार को स्थिर करने के उद्देश्य से एहतियाती तौर पर लिया गया है.”

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022 में सऊदी अरब ने एक करोड़ 15 लाख बैरल प्रतिदिन का औसत उत्पादन किया था. सऊदी अब जो उत्पादन में कटौती करने वाला है, वो उसके पिछले साल के उत्पादन के 5 फीसदी से भी कम है.

मिंट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इन्वेस्टमेंट फर्म पिकरिंग एनर्जी पार्टनर्स ने बताया कि OPEC देशों के इस कदम से तेल की कीमतों में लगभग 800 रुपये प्रति बैरल का इजाफा हो सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सऊदी अरब के अलावा इराक 2 लाख 11 हजार बैरल प्रतिदिन की कटौती करेगा. इसके अलावा UAE, कुवैत, अल्जीरिया और ओमान भी तेल के उत्पादन में कटौती करने जा रहे हैं.

मालूम हो कि भारत अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए लगभग 80 फीसदी कच्चा तेल आयात करता है. जबकि, चीन 50 फीसदी, दक्षिण कोरिया और जापान 100 फीसदी कच्चा तेल आयात करते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, OPEC देश भारत की जरूरत का लगभग 60 फीसदी कच्च तेल सप्लाई करते हैं. OPEC देशों में सऊदी अरब, इराक, ईरान, वेनेजुएला व कई अन्य देश शामिल हैं. 

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