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जिस पहलवान ने आरोप लगाए उसे WFI के ऑफिस ले गई पुलिस, वहीं मौजूद थे बृजभूषण!

दिल्ली पुलिस शुक्रवार को एक महिला पहलवान को लेकर WFI के ऑफिस गई. ये बृजभूषण के खिलाफ चल रहे मामले की जांच के दौरान किया गया. हालांकि, चौंकाने वाली बात ये है कि बृजभूषण उस वक्त वहीं मौजूद थे.

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बृजभूषण के बयान से डर गई महिला पहलवान (सौजन्य - पीटीआई)

महिला पहलवानों के आरोपों पर दिल्ली पुलिस भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जांच कर रही है. इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस शुक्रवार 9 जून को आरोप लगाने वाली महिला पहलवान को लेकर भारतीय कुश्ती संघ के ऑफिस पहुंची. यहां गौर करने वाली बात ये है कि WFI का ऑफिस बृजभूषण शरण सिंह के संसदीय निवास में ही है. इसके अलावा जब इस महिला पहलवान को दिल्ली पुलिस WFI के ऑफिस गई, उस वक्त बृजभूषण अपने आवास पर ही थे.

बृजभूषण सिंह को दिल्ली के 21, अशोका रोड पर संसदीय आवास मिला हुआ है. वहीं से WFI का ऑफिस भी चलाया जाता है. महिला पहलवान ने दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR में आरोप लगाया था कि 2019 में बृजभूषण ने WFI के ऑफिस में ही उनका उत्पीड़न किया था. दिल्ली पुलिस महिला को वहां लेकर गई थी, ताकि पूरे मामले को विस्तार से समझा जा सके. कैसे क्या हुआ, कहां हुआ.

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए इस महिला पहलवान ने कहा,

"जब मैंने पुलिस से पूछा, उन्होंने कहा वहां कोई नहीं है. पर जब मैं घर आई, मुझे पता चला कि वो बृजभूषण वहीं थे (अपने घर पर). बाद में मैंने देखा, उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वो अंदर सो रहे थे. मैं बहुत असहज हो गई थी. वो आरोपी हैं और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज है. उस जगह पर जाना और पुलिस के लिए उसे दोहराना अपने आप में बहुत कठिन था. जब मुझे पता चला वो वहां थे, मैं डर गई."

नई दिल्ली के पुलिस उपायुक्त प्रणव तयाल ने इस बात पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. इंडियन एक्सप्रेस के लिए महेंद्र सिंह मनराल लिखते हैं कि पुलिस के सूत्रों ने बताया कि इस महिला पहलवान को शुक्रवार दोपहर 1:30 बजे WFI के ऑफिस ले जाया गया था. उनके साथ पांच पुलिस कर्मी थे, जिनमें दो महिलाएं भी थी.

पुलिस सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा,

"आरोपी का निवास और WFI का ऑफिस एक ही पते पर है, पर एक दूसरे से विपरीत दिशा में हैं. बृजभूषण अपने घर पर थे, पर उनकी महिला पहलवान से मुलाकात नहीं हुई. वो लोग वहां आधे घंटे के लिए थे. उन्हें WFI के ऑफिस में ले जाया गया था. उन्हें बताने को कहा गया, कि उत्पीड़न की घटना के वक्त क्या-क्या हुआ था."

वहीं बृजभूषण ने इस मुद्दे पर बात करते हुए कहा,

"मुझसे मिलने कोई नहीं आया था. मैं अपने कमरे में सो रहा था."

महिला पहलवान ने ये भी कहा कि उन्हें दिल्ली पुलिस से गुरुवार को ही नोटिस आ गया था. हालांकि, मीडिया को इस बात की जानकारी ना लगे, इसके लिए दिल्ली पुलिस ने कदम नहीं उठाए. नई दिल्ली के डीसीपी ने ट्विटर पर इस पूरे मामले में जानकारी देते हुए लिखा,

"महिला पहलवान के बृजभूषण सिंह के घर जाने वाली बात पर ग़लत खबरें चल रहीं है. कृपया अफ़वाहों पर ध्यान ना दें. दिल्ली पुलिस की तरफ़ से महिला पहलवान को भारतीय कुश्ती महासंघ कार्यालय तफ़तीश के विषय में ले जाया गया था."

बता दें, गुरुवार 8 जून को खेलमंत्री अनुराग ठाकुर से कुछ पहलवानों ने मुलाकात की थी. छह घंटे से ज्यादा चली इस मुलाकात में कई नई चीज़ें सामने आई थी. अव्वल तो ये कि दिल्ली पुलिस 15 जून तक तहकीकात कर चार्जशीट फाइल करेगी. हालांकि, बृजभूषण के खिलाफ जिस नाबालिग ने केस दर्ज कराया था, उनके पिता ने बयान दिया है कि उन्होंने सिर्फ बदला लेने के लिए झूठा केस फाइल किया था. सरकार ने पहलवानों से ये वादा भी किया है कि WFI के चुनाव 30 जून से पहले करवाए जाएंगे. 
 

वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: महिला पहलवान को बृजभूषण के घर ले गई दिल्ली पुलिस, कहां से मिली पहलवानों को राहत?