The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

कनाडा से कभी भी निकाले जा सकते हैं सैकड़ों भारतीय, ऑफर लेटर में क्या घपला निकला?

अब ये भारतीय छात्र टोरंटो में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

post-main-image
700 स्टुडेंट्स से जुड़े स्कैम का भंडाफोड़. बाईं तस्वीर कुलदीप सिंह धालीवाल की है. (इंडिया टुडे)

पढ़ाई के लिए कनाडा गए सैकड़ों भारतीय छात्र कथित रूप से एक स्कैम में फंस गए हैं. दरअसल कनाडा सरकार ने इन छात्रों को भारत भेजने या डिपोर्ट करने का फैसला ले लिया है. ये छात्र फिलहाल टोरंटो में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि इनमें से ज्यादातर छात्र पंजाब के हैं. इन सभी छात्रों के पास कनाडा के कॉलेज के ऑफर लेटर थे, स्‍टडी वीज़ा भी थे. उन्होंने पढ़ाई की, फिर नौकरियां भी कीं. लेकिन जब परमानेंट रेसिडेंसी (पीआर) कार्ड मांगने की बात आई, तब पूरे स्कैम का भंडाफोड़ हो गया. इसके बाद से ही कनाडा सरकार कुछ छात्रों को डिपोर्ट करने का ऑर्डर दे चुकी है, वहीं कुछ का देना बाकी है. क्या है पूरा मामला, बताते हैं.

कहां फंसा मामला?

इन सारे स्टुडेंट्स को 2017 से 2020 के बीच कनाडा के कॉलेज से ऑफर लेटर मिले. उसके आधार पर स्टडी वीज़ा भी मिला. वो पढ़ाई करने कनाडा पहुंचे. तब पता चला कि जिस इंस्टीट्यूट में पढ़ने वो आए थे, उसमें कुछ दिक्कत आ गई है. तो कहीं और पढ़ना होगा. ये भी ठीक है. छात्रों ने पढ़ाई शुरू की और पूरी की. इसके बाद कई छात्रों ने नौकरी की. जब ये छात्र कनाडा का परमानेंट रेसिडेंसी (पीआर) कार्ड लेने पहुंचे, तब सरकार ने बताया कि उनके ऑफर लेटर फर्ज़ी हैं. मामला यहीं फंसा.

कनाडा बॉर्डर सर्विस एजेंसी (CDSA) ने कहा है कि जिन इंस्टीट्यूट्स का ऑफर लेटर इन छात्रों के पास है, वो सिर्फ पेपर पर हैं. इस पूरे मामले में एक नाम सामने आया है. बृजेश मिश्रा. इंडिया टुडे से जुड़े मनजीत सहगल की रिपोर्ट के मुताबिक बृजेश जलंधर से एजुकेशन और माइग्रेशन सर्विसेस (EMSA) नाम की एक कंपनी चलाते थे. मार्च 2023 में जब से इस मामले ने आग पकड़ी, तब से ही बृजेश को फरार बताया जा रहा है. उन पर कनाडा में फंसे छात्रों में से कइयों से 14 से 16 लाख रुपये लेने का आरोप है.

पंजाब सरकार ने क्या कहा?

पंजाब सरकार में एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने इस पूरे मामले पर विदेश मंत्रालय को चिट्ठी लिखी है. कुलदीप ने कहा,

"मैंने विदेश मंत्री से मिलने के लिए भी समय मांगा है ताकि पूरे मामले को व्यक्तिगत रूप से भारत सरकार के ध्यान में लाया जा सके. ये (700) छात्र निर्दोष हैं और इन्हें जालसाजों के गिरोह द्वारा धोखा दिया गया है."

कुलदीप ने बताया कि उन्होंने भारत सरकार से इस मामले में कनाडा की सरकार से बातचीत करने की दरख्वास्त की है. धालीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह से इन जालसाज़ एजेंट्स के खिलाफ तहकीकात करने की भी मांग की है. कुलदीप ने बताया कि वो ऐसे छात्रों के माता-पिता के संपर्क में हैं. इन छात्रों की मांग है कि वे जालसाज़ी का शिकार हुए हैं और उन्हें डिपोर्ट करने की जगह कनाडा का पीआर मिलना चाहिए.

पंजाब पुलिस ने लिया एक्शन

मनजीत से मिली जानकारी के मुताबिक पंजाब पुलिस ने मुख्य आरोपी बृजेश मिश्रा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. पुलिस बृजेश के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने वाली है. उसने बृजेश के एक साथी को पकड़ने का दावा किया है.

वीडियो: अमृतसर ब्लास्ट केस में पंजाब पुलिस ने क्या खुलासा कर दिया?