'BJP के सबसे बड़े नेताओं के साथ नहीं बैठे'- गहलोत ने फेमस घटना का सच अब बताया

04:33 PM Jun 07, 2023 | ज्योति जोशी
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राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) BJP के साथ अपने संबंधों पर बहुत कुछ बोले हैं. 2003 की घटना बताई, जब BJP के बड़े नेताओं के साथ मंच पर बैठने से मना कर दिया था. उन्होंने 2013 में वसुंधरा राजे के शपथ ग्रहण समारोह में नरेंद्र मोदी के गले लगने वाली घटना के बारे में भी बताया है. गले लगने की ये तस्वीर आगे चलकर खूब वायरल हुई थी. 

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लल्लनटॉप के संपादक सौरभ द्विवेदी को दिए इंटरव्यू में अशोक गहलोत ने बताया,

2003 में नरेंद्र मोदी हमारे खिलाफ प्रचार करने राजस्थान आए. हम चुनाव हार गए. मैं शपथ ग्रहण समारोह में गया तो मंच से घोषणा हुई कि निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी आए हैं. इसके बाद जनता का जो रिस्पॉन्स मिला उसके चलते बीजेपी के नेताओं को मंच से नीचे आना पड़ा. वो मुझे मंच पर बुलाने लगे. ये दिखाने के लिए कि हम भी आपका सम्मान करते हैं. उन्होंने मुझे मंच पर आमंत्रित करके बड़प्पन दिखाया. लेकिन ये बीजेपी का मंच था इसलिए मैं नहीं गया. मैंने कहा कि मैं सामने बैठा ही ठीक हूं.

उन्होंने बताया कि 2013 में भी उन्हें BJP नेताओं से अच्छा रिस्पॉन्स मिला था. तब नरेंद्र मोदी ने उन्हें गले लगा लिया था.

2013 में गहलोत को गले लगाते मोदी 

आगे की बातचीत में अशोक गहलोत ने राजस्थान के तीन बार मुख्यमंत्री रहे भैरो सिंह शेखावत के बारे में बात की. वो बताते हैं, 

भैरो सिंह शेखावत तीन बार CM रहे. तब मैं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष था. मैंने उनको घेरने में कोई कमी नहीं रखी और अपना फर्ज पूरा किया. हम दोनों रोज एक-दूसरे के खिलाफ बयान देते थे. लेकिन जब हम शाम को किसी शादी या समारोह मे मिलते थे तो वो हमेशा मुझसे मिलकर निकलते थे. कभी महसूस नहीं होता था कि हमने एक-दूसरे के खिलाफ बयान दिए हैं. 

मुख्यमंत्री ने कहा,

भैरो सिंह जी ने कहा था कि मैं जीते जी कांग्रेस को सत्ता में नहीं आने दूंगा. मैंने उनसे कहा कि भगवान आपको लंबी उम्र दें… कांग्रेस आपके जीवन में ही सत्ता में आएगी. संयोग से उसके आठ-दस महीने बाद मैं मुख्यमंत्री बन गया. लोगों ने सदन में इस बात पर काफी हंसी-मजाक किया.

अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में परंपरा रही है कि सदन में या मीडिया में नेता एक-दूसरे पर कितने भी हमले करें, लेकिन वो उनके व्यक्तिगत व्यवहार में नहीं झलकना चाहिए. 

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