पिछले साल सितंबर में RBI ने पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक (PMC) पर कई तरह की रोक लगाई थी. खाताधारियों को केवल 1000 रुपए निकालने की परमिशन थी. हालांकि इसे बाद में बढ़ाकर 50,000 कर दिया गया था. अब इसी तरह की रोक RBI ने श्री गुरु राघवेंद्र सहकारा बैंक पर लगाई है. 10 जनवरी के दिन जब बैंक का रोज का कामकाज खत्म हुआ, तब RBI ने बैंक पर शिकंजा कस दिया.
जिस बैंक में BJP MP तेजस्वी सूर्या के परिवार का खाता है, उस पर RBI ने कई पाबंदियां लगा दीं
परेशान खाताधारकों से तेजस्वी ने शांत रहने की अपील की.
RBI की तरफ से जारी बयान में कहा गया,
'10 जनवरी, 2020 के कामकाज के बाद से राघवेंद्र सहकारा बैंक कोई नया लोन नहीं देगा या लोन रिन्यू नहीं करेगा, कोई निवेश नहीं करेगा. बैंक में जिनका बचत खाता है, या चालू खाता है या दूसरा कोई डिपॉजिट खाता है या किसी भी तरह का कोई खाता है, ऐसे लोग अगले 6 महीने में 35000 रुपए से ज्यादा नहीं निकाल सकेंगे.'
बेंगलुरु स्थित राघवेंद्र सहकारा बैंक के चेयरमैन हैं के. रामकृष्णा. इनका कहना है कि खाताधारकों का पैसा बैंक में पूरी तरह से सुरक्षित है और उन्होंने इन पैसों को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी अपने ऊपर ली है.
बैंक के खाताधारकों तक जब RBI की पाबंदियों की बात पहुंची, तो अफरा-तफरी मच गई. अकाउंट होल्डर्स 35 हजार रुपए निकालने के मकसद से राघवेंद्र सहकारा बैंक पहुंच गए. बैंक की सभी ब्रांच में इस वक्त खाताधारकों की काफी भीड़ है.
BJP सांसद के परिवार का भी खाता है इसमें
साउथ बेंगलुरु से BJP सांसद हैं तेजस्वी सूर्या है. उनके परिवार का भी अकाउंट इस बैंक में है. तेजस्वी ने लोगों से अपील की है कि वो घबराएं नहीं. जानकारी दी कि उन्होंने इस मामले में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से बात की है और मंत्री ने उनसे कहा है कि इस मामले पर ध्यान दिया जाएगा.
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, तेजस्वी ने कहा,
'मैं बैंक के कई खाताधारकों से मिला. ईमानदारी से बताऊं, तो मेरे परिवार का भी इस बैंक में अकाउंट है. मैंने वित्तमंत्री से बात की है. इस मामले में बैंक प्रशासन RBI से मीटिंग कर रहा है.'
तेजस्वी ने ट्वीट करके भी खाताधारकों तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की. उन्होंने लिखा,
'मैं श्री गुरु राघवेंद्र को-ऑपरेटिव बैंक के खाताधारकों को ये आश्वासन देना चाहता हूं कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है. वित्तमंत्री इस मामले को व्यक्तिगत तौर पर इसे देख रही हैं. उन्होंने आश्वासन दिया है कि सरकार खाताधारकों के हितों की रक्षा करेगी.'
अकाउंट होल्डर परेशान हैं
बैंक में अचानक पाबंदियां लगने के बाद खाताधारक परेशान हैं. एक अकाउंट होल्डर का कहना है,
'मेरे पति ने 15 से 20 लाख रुपए इस बैंक में जमा कर रखे हैं. वो रिटायर हो चुके हैं. हम इसी पैसे पर निर्भर हैं. जब हमें ये मैसेज मिला, तो हम बहुत चिंतित हो गए. लेकिन जब हम यहां आए, तो बैंक ने हमें बताया कि हमारा पैसा सुरक्षित है, लेकिन हमें उन पैसों के लिए 6 महीने तक इंतजार करना होगा. हम खुश नहीं हैं.'
बैंक के अधिकारियों का कहना है कि वो इस मामले को लेकर 19 जनवरी को मीटिंग करेंगे.
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