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जब आप सो रहे थे, मिसाइल का हमला हो गया और 2 मारे गए, पूरी दुनिया में हल्ला मचा है!

हाई लेवल मीटिंग चल रही है, असल में हुआ क्या है?

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लिव्यू में हुए हमले के बाद की एक तस्वीर. (साभार- रॉयटर्स)

यूक्रेन की सीमा से लगे यूरोपीय देश पोलैंड पर कथित रूप से रूसी मिसाइलों से हमला हुआ है. अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक पूर्वी पोलैंड के एक गांव में हुए इस हमले में दो लोगों की मौत हो गई है. पोलैंड नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन यानी NATO का सदस्य है. इस घटना ने संगठन के सदस्य देशों में खलबली मचा दी है. पोलैंड हमले की जांच में जुट गया है. बुधवार को NATO ने एक आपातकालीन बैठक भी बुलाई है. बाली में आयोजित G20 समिट में भी चर्चा हुई है. बताया गया है कि अमेरिका ने अब तक इस हमले की पुष्टि नहीं की है. इस पर बातचीत का दौर जारी है.

पोलैंड पर रूस का हमला?

हालांकि रूस के रक्षा मंत्रालय ने इन रिपोर्ट्स को खारिज किया है कि उसकी मिसाइलों से पोलैंड की जमीन को निशाना बनाया गया है. मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि ऐसी रिपोर्ट्स यूक्रेन-रूस युद्ध संकट को जानबूझकर बढ़ाने की कोशिशों का हिस्सा हैं. उधर पोलैंड सरकार के प्रवक्ता ने ट्विटर पर बताया कि प्रधानमंत्री मातेयूश मोराविएस्की ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक बुलाई है.

हमले के बाद पोलैंड के पड़ोसी NATO सदस्य देशों की सुरक्षा चिंताएं बढ़ गई हैं. नॉर्वे, लिथुआनिया और एस्टोनिया जैसे NATO सदस्य देश मामले की और जानकारी लेने की कोशिश कर रहे हैं. लात्विया के उपप्रधानमंत्री आर्टिस पाबरिक्स ने बताया कि यूक्रेन (ukraine) के नागरिकों को टारगेट कर चलाई गई रूसी मिसाइलें नाटो सदस्य पोलैंड के इलाके में भी गिरी हैं. नॉर्वे के विदेश मंत्री एनिकन हूटफेल्ट ने कहा कि ये बहुत गंभीर स्थिति है, लेकिन अभी काफी चीजें साफ नहीं हैं.

उधर लिथुआनिया के राष्ट्रपति गिटानस नाउसेडा ने कहा कि नाटो इलाके की एक-एक इंच जमीन की रक्षा की जाएगी. इसके अलावा एस्टोनिया के विदेश मंत्री उरमास रेनसालु ने स्थानीय मीडिया को बताया कि इस हमले का जवाब देना किस तरह देना है, इसे लेकर सदस्य देशों से बातचीत चल रही है.

इस समय बाली में जी20 समिट चल रहा है. मंगलवार को हुई इस घटना के बाद वहां भी इसी की चर्चा है. अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक समिट शामिल कुछ देशों ने हमले पर बातचीत के लिए अलग से विशेष बैठक बुलाई है. इनमें अमेरिका, जर्मनी, कनाडा, जापान, इटली, फ्रांस जैसे देश शामिल हैं. हालांकि जापान नाटो का सदस्य नहीं है. खबरों के मुताबिक बैठक में मौजूद रहे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से जब इस हमले को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने आशंका जताई कि शायद इसके पीछे रूस का हाथ नहीं है.

मंगलवार को रूस ने एक बार फिर यूक्रेन की राजधानी कीव और एक अन्य शहर लुव्यू पर हवाई हमले किए. रिपोर्ट्स के मुताबिक यूक्रेन ने बताया है कि युद्ध शुरू होने के बाद से ये रूस द्वारा किया गया सबसे बड़ा मिसाइल हमला है. आशंका ये जताई जा रही है कि इन्हीं मिसाइलों में से कुछ पोलैंड सीमा के नजदीक गिरी हैं जो लुव्यू से महज 70 किलोमीटर की दूरी पर है.

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