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'दंगाइयों को वैसे ठोको, जैसे यूपी में...' औरंगजेब विवाद पर राउत की बात फडणवीस को चुभेगी!

संजय राउत ने देवेंद्र फडणवीस के औरंगजेब वाले बयान पर पलटवार कर ये कह दिया...

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संजय राउत का बड़ा बयान (PTI)

औरंगजेब की तारीफ वाला स्टेटस लगाए जाने के बाद 7 जून को महाराष्ट्र के कोल्हापुर में हिंसा भड़क गई थी. हिंसा पर हालांकि काबू पा लिया गया, लेकिन राजनीतिक बयानबाजी पर किसका जोर है. मामले में शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) का बयान सामने आया है. आजतक से बात करते हुए राउत ने कहा- 

‘दंगाइयों को उसी तरह ठोक देना चाहिए, जैसे यूपी में कर रहे हैं.’

साथ ही राउत ने राज्य के उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस के औरंगजेब की औलाद वाले बयान पर भी पलटवार किया. राउत ने आज तक से बात करते हुए कहा,

‘अगर औरंगजेब की औलाद महाराष्ट्र में फिर से पैदा हुई है, तो आपकी सरकार 10 महीने में क्या कर रही है. आप गृहमंत्री हैं, इसलिए आप ही इसके जिम्मेदार भी हो. महाराष्ट्र की सरकार इस राज्य को दंगाग्रस्त राज्य का दर्जा देकर पूरी इंडस्ट्री को गुजरात भगाना चाहती है.’

दरअसल फडणवीस ने 7 जून को इस घटना को लेकर कहा था कि राज्य में कुछ औरंगजेब की औलादें पैदा हो गई है. उन्होंने कहा था,

‘महाराष्ट्र के कुछ जिलों में औरंगजेब की औलादें पैदा हुई हैं. वे औरंगजेब की फोटो दिखाते, रखते और स्टेटस लगाते हैं. इस कारण समाज में दुर्भावना और तनाव पैदा हो रहा है. सवाल यह है कि अचानक औरंगजेब की इतनी औलादें कहां से पैदा हो गई हैं. इसके पीछे कौन है. इनका असली मालिक कौन है वह हम ढूंढ निकालेंगे. स्थिति नियंत्रण में है. लोगों से निवेदन है कि वो क़ानून अपने हाथ में न लें. अगर कोई कानून हाथ में लेता है तो उस पर कार्रवाई होगी.’

कोल्हापुर में हुआ क्या था?

बता दें कि 6 जून को यहां 2 नाबालिग युवकों ने औरंगजेब की तारीफ़ वाला इंस्टाग्राम स्टेटस शेयर किया था. स्टेटस वायरल हो गया और इस पर हिंदूवादी संगठनों ने आपत्ति जताई. जिसके बाद पुलिस ने स्टेटस लगाने वाले युवकों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली. इसके अगले दिन यानी 7 जून को हिंदूवादी संगठनों ने कोल्हापुर बंद का ऐलान किया. इस दिन हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर इकट्ठा हुए. इन लोगों की मांग थी कि औरंगजेब की तारीफ में स्टेटस लगाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ कार्यकर्ताओं ने पत्थरबाजी और तोड़फोड़ शुरू कर दी. कई दुकानों और वाहनों में तोड़फोड़ की गई. जिसके बाद पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने हिंसा के मामले में तीन केस दर्ज किए हैं और 36 लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही पुलिस ने स्टेटस लगाए जाने के मामले में 2 केस दर्ज किए हैं. इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों को हिरासत में लिया, जो सभी नाबालिग हैं.

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