"अडाणी के इस गोदाम में सस्ता गेहूं है, महंगाई बढ़ेगी तो बिकेगा" - सत्यपाल मलिक का बयान

01:41 PM Aug 22, 2022 | दुष्यंत कुमार
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मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'दोस्त' और उद्योगपति गौतम अडाणी (Gautam Adani) की वजह से किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) लागू नहीं किया जा रहा है. साथ ही सत्यपाल मलिक ने कहा कि देश के किसानों को हराया नहीं जा सकता और वे अपनी मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन करते रहेंगे.

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PM Modi के लिए क्या बोले Satyapal Malik?

सत्यपाल मलिक रविवार, 21 अगस्त को हरियाणा के नूह जिले के एक गांव कीरा में थे. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक यहां एक गोशाला में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा,

“अगर MSP लागू नहीं किया जाता और इस पर कानूनी गारंटी नहीं दी जाती तो एक लड़ाई और होगी और इस बार ये लड़ाई बहुत भयानक होगी. आप इस देश के किसान को नहीं हरा सकते. आप उन्हें नहीं डरा सके, क्योंकि आप यहां ईडी या इनकम टैक्स अधिकारियों को नहीं भेज सकते, तो किसान को कैसे डराएंगे? प्रधानमंत्री के एक दोस्त की वजह से MSP नहीं लागू हो पा रहा है. उनका नाम अडाणी है, जो पांच सालों में एशिया के सबसे अमीर आदमी बन गए हैं.”

सत्यपाल मलिक ने आगे कहा,

"मैं गुवाहाटी एयरपोर्ट पर एक महिला से मिला. उसके हाथ में एक गुलदस्ता था. मैंने उनसे पूछा कि वो कहां से हैं. बताया, 'हम अडाणी की तरफ से आए हैं.' मैंने पूछा इसका क्या मतलब है. तो उसने कहा कि ये एयरपोर्ट अडाणी को हैंड ओवर कर दिया गया है... अडाणी को एयरपोर्ट, बंदरगाह, बड़ी योजनाएं दे दी गई हैं... और एक तरह से देश को बेचने की तैयारी है. लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे."

मलिक ने ये भी कहा,

"पानीपत में अडाणी ने एक बड़ा मालगोदाम बनाया है और सस्ते दाम पर गेहूं खरीदकर उसमें भर दिया है. जब महंगाई बढ़ेगी, तब वो उस गेहूं को बेचेंगे... तो पीएम मोदी के ये दोस्त लाभ कमाएंगे और किसान परेशानी झेलेंगे. ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसके खिलाफ लड़ना होगा."

ये पहला मौका नहीं है जब सत्यपाल मलिक ने पीएम मोदी या उनकी सरकार के खिलाफ कुछ बोला हो. वे काफी समय से पीएम मोदी पर हमलावर रुख अपनाए हुए हैं, खासतौर पर किसानों को लेकर. इसी साल तीन जनवरी को हरियाणा के दादरी में उन्होंने आरोप लगाया था कि किसान आंदोलन के संबंध में जब वे पीएम नरेंद्र मोदी से तो मिले तो वे काफी ‘घमंड’ में थे. रविवार को मलिक ने फिर ये किस्सा दोहराया. बोले,

"मैंने देखा कि किसान दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हुए हैं... मैंने पीएम को बताया कि उनमें से हरेक 40 गांवों का प्रमुख... 700 किसान मर गए. जब एक कुत्ता भी मरता है तो दिल्ली से शोक संदेश दिया जाता है. लेकिन किसानों के लिए कोई शोक संदेश नहीं भेजा गया.

मैंने उनसे कहा कि किसानों को आंदोलन करते हुए एक साल हो चुका है. उन्हें कुछ राहत देकर इसे खत्म कीजिए. तो उन्होंने मुझसे कहा कि वे (किसान) चले जाएंगे और आप क्यों इतने परेशान हैं. उन्होंने इस बात को बहुत हल्के में लिया. मैंने उन्हें बताया कि वे किसानों को नहीं जानते. बाद में उन्हें समझ आया और उन्होंने कानून वापस लेते हुए माफी मांगी."

इसके अलावा सत्यपाल मलिक ने कहा कि बतौर राज्यपाल अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद वे पूरी तरह किसानों की लड़ाई में शामिल हो जाएंगे.


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