आज पीएम नरेंद्र मोदी का जन्मदिन (PM Modi Birthday) है. पीएम मोदी अपने जन्मदिन से एक दिन पहले, 16 सितंबर को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिले. मौका था उज्बेकिस्तान (Uzbekistan) के समरकंद (Samarkand) में शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन (SCO) का. यहां राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने पीएम मोदी के जन्मदिन को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि वह पीएम मोदी (PM Narendra Modi) को उनके जन्मदिन पर अग्रिम बधाई नहीं दे सकते.
पीएम मोदी से पुतिन क्यों बोले, आपको जन्मदिन की बधाई नहीं दे सकता?
प्रधानमंत्री मोदी आज, 17 सितंबर को 72 साल के हो गए.
पुतिन ने इसके पीछ का कारण भी बताया. उन्होंने कहा,
‘मैं भारत को शुभकामनाएं देना चाहता हूं. मैं यह भी जानता हूं कि कल, मेरे प्यारे दोस्त (पीएम मोदी), आप अपना जन्मदिन मनाने वाले हैं. रूसी परंपरा के अनुसार, हम कभी भी एडवांस में हैप्पी बर्थडे नहीं कहते हैं. इसलिए, मैं ऐसा नहीं कर सकता. लेकिन मैं चाहूंगा कि आप (पीएम मोदी) यह जानें कि हम इसके (जन्मदिन) बारे में जानते हैं. हम आपको और हमारे मित्र देश भारत को शुभकामनाएं देते हैं. हम आपके नेतृत्व में भारत के और खुशहाल मुल्क होने की कामना करते हैं.’
इससे पहले शंघाई सहयोग संगठन समिट में रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी बात हुई. इसे लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति से कहा,
‘ये युग युद्ध का नहीं है. इस मुद्दे पर मैंने आपसे बात की थी. आज हम इस पर बात करना चाहेंगे कि शांति के रास्ते पर आगे कैसे बढ़ा जा सके. भारत और रूस कई दशकों तक एक साथ रहे हैं...हालांकि, मैं आपका और यूक्रेन का आभार व्यक्त करना चाहूंगा कि संकट के काल की शुरुआत में जब हमारे हजारों छात्र यूक्रेन में फंसे थे, आपकी और यूक्रेन की मदद से छात्रों को हम निकाल पाए.’
पीएम नरेंद्र मोदी ने पुतिन से कहा,
Vladimir Putin ने क्या कहा?‘आज भी दुनिया के सामने जो सबसे बड़ी चुनौतियां हैं, वे विकासशील देशों के लिए फूड सिक्योरिटी, फ्यूल सिक्योरिटी, उर्वरकों की समस्याएं हैं. हमें इस पर रास्ते निकालने होंगे. आपको भी उसपर पहल करनी होगी. हम पिछले कई दशकों से हर पल एक-दूसरे के साथ रहे हैं. लगातार दोनों देश इस क्षेत्र की भलाई के लिए काम कर रहे हैं. आज SCO समिट में भी आपने भारत के लिए जो भावनाएं व्यक्त की हैं, उसके लिए मैं आपका आभारी हूं.’
इसके बाद व्लादिमीर पुतिन ने पीएम नरेंद्र मोदी को जवाब देते हुए कहा,
‘मैं यूक्रेन संघर्ष पर आपकी स्थिति जानता हूं. मैं आपकी चिंता समझता हूं. मैं जानता हूं कि आप इन चिंताओं को समझते हैं. हम चाहते हैं कि ये संकट जितना जल्दी हो सके खत्म हो. लेकिन जो दूसरी पार्टी है- यूक्रेन, वो संवाद प्रक्रिया में शामिल ही नहीं होना चाहते हैं. वो कहते हैं कि वो अपने लक्ष्यों को युद्ध के मैदान में हासिल करना चाहते हैं. हम इस बारे में पूरी गतिविधि से आपको अवगत कराते रहेंगे.’
पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की इस साल के शुरूआत में रूस-यूक्रेन वॉर शुरू होने के बाद यह पहली मुलाकात थी.
Video: दुनियादारी: PM मोदी ने SCO समिट में भारत की क्या उपलब्धियां बताईं, पुतिन से क्या बात हुई?