तमाम जुबानी जंग के बीच भारत की नई संसद का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दिया है. विपक्ष की 20 पार्टियों ने जहां इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया, वहीं 25 राजनीतिक दल इस मौके पर उद्घाटन समारोह में शामिल भी हुए .
तस्वीरों में देखिए नए संसद भवन का उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी ने पुराने संसद भवन के परिसर में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर फूल अर्पित किए. इसके बाद पीएम महात्मा गांधी की प्रतिमा को प्रणाम कर नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए गए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की मौजूदगी में रिमोट से शिलापट्ट से पर्दा हटाया. इन शिलाओं पर हिन्दी, अंग्रेजी के साथ-साथ 'संस्कृत' में भी जानकारी लिखी गई हैं. तीन शिलापट्ट लगाए गए हैं जिसमें से एक में संस्कृत में जानकारी अंकित है.
नई संसद के उद्घाटन के मौके पर तमिलनाडु से आए संतों ने पीएम मोदी को सेंगोल सौंपा. इसी सेंगोल के साथ प्रधानमंत्री की तस्वीर सामने आई. पीएम के साथ संत भी इस मौके पर मौजूद रहे. बीते कुछ दिनों से सेंगोल को लेकर सरकार और विपक्ष में खूब बहस हुई.
पीएम मोदी ने सेंगोल को दंडवत प्रणाम किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने एतिहासिक सेंगोल को लोकसभा स्पीकर की कुर्सी के बगल में स्थापित किया. यह सेंगोल भारत के एतिहासिक चोल वंश की परंपरा थी जिसे अब इतने सालों बाद जीवंत करने का दावा किया जा रहा है.
राज्यसभा के उप-सभापति हरिवंश नारायण सिंह ने सभी मेहमानों, सांसदों को संबोधित किया. उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संदेश पढ़ा. इसके बाद उन्होंने उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का भी संदेश पढ़ा.
28 मई को ‘विनायक दामोदर सावरकर’ की जयंती भी थी. पीएम ने उद्घाटन समारोह के बाद संसद में लगी उनकी तस्वीर पर फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी.
(इस स्टोरी को हमारे साथ इंटर्नशिप कर रहे मानस राज ने लिखा है.)