The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का 99 साल की उम्र में निधन

दो सितंबर को ही स्वरुपानंद सरस्वती ने अपना 99वां जन्मदिवस मनाया था.

post-main-image
स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती लंबे समय से बीमार चल रहे थे (साभार: आजतक)

शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का निधन हो गया. उन्होंने 99 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती (Shankaracharya Swami Swaroopanand Saraswati) दो मठों, द्वारका और ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य हैं. 

मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में झोतेश्वर परमहंसी गंगा आश्रम में 11 सिंतबर को दोपहर 3 बजकर 30 मिनट के आस-पास उनका निधन हुआ. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती लंबे समय से बीमार चल रहे थे. इसी दो सितंबर को ही स्वरुपानंद सरस्वती ने अपना 99वां जन्मदिवस मनाया था, जिसमें एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत कई बड़े नेताओं उनसे मिलने पहुंचे थे. 

स्वरूपानंद सरस्वती का जन्म मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में दो सितंबर 1924 को हुआ था. उनके पिता धनपति उपाध्याय और मां का नाम गिरिजा देवी था. स्वामी शंकराचार्य सरस्वती के माता-पिता ने बचपन में उनका नाम पोथीराम उपाध्याय रखा था. उन्होंने 9 साल की उम्र में घर छोड़ दिया था और धर्म की तरफ रुख किया. उन्होंने घर छोड़ कर धर्म यात्राएं शुरू की. 

उन्होंने 1950 में दण्ड संन्यास की दीक्षा ली थी. वहीं साल 1981 में उन्हें शंकराचार्य की उपाधि मिली है. इसके बाद वे 1982 में गुजरात में द्वारका शारदा पीठ और बद्रीनाथ में ज्योतिर्यमय मठ के शंकराचार्य बने थे. उनके बारे में बताया जाता है कि उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए लंबी कानूनी लड़ाई भी लड़ी थी. 

राजनेताओं की प्रतिक्रिया

स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के निधन पर राजनेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है. पीएम मोदी ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा,    

“द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। शोक के इस समय में उनके अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति!”

मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, 

“भगवान शंकराचार्य द्वारा स्थापित पश्चिम आम्नाय श्रीशारदापीठ के पूज्य शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के प्राणांत की सूचना अत्यंत दुःखद है. पूज्य स्वामी जी सनातन धर्म के शलाका पुरुष एवं सन्यास परम्परा के सूर्य थे.”

कांग्रेस नेता प्रियंका वाड्रा ने भी स्वामी जी के निदन पर शोक जताया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा,

“जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के महाप्रयाण का समाचार सुनकर मन को भारी दुख पहुंचा. स्वामी जी ने धर्म, अध्यात्म व परमार्थ के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया. साल 2021 में प्रयागराज में गंगा स्नान के बाद उनका आशीर्वाद प्राप्त कर देश व धर्म की उदारता और सद्भावना पर उनके साथ चर्चा करने का मौका मिला. स्वामी जी ने मेरे पिता के रहते हुए 1990 में हमारी गृहप्रवेश की पूजा कराई थी. ये पूरे समाज के लिए एक अपूर्णीय क्षति है. ईश्वर से प्रार्थना है कि इस कठिन समय में स्वामी जी के अनुयायियों को कष्ट सहने का साहस दें. ओम शांति!”

समाजवादी पार्टी ने अध्यक्ष अखिलेश यादव ने श्रद्धांजलि देते हुए लिखा,  

“द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद महाराज जी का निधन अत्यंत दुःखद है. ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे. भावभीनी श्रद्धांजलि.” 

राजनेताओं के अलावा ट्विटर पर आम लोगों की भी प्रतिक्रियाएं आई हैं. लोग लगातार शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद महाराज जी को श्रद्धांजलि दे रहे हैं. 

Video: साइरस मिस्त्री की मौत के बाद नितिन गडकरी ने क्या ऐलान कर दिया?