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कानपुर वाले करौली बाबा के यहां भयानक पिटाई का वीडियो आ गया है!

संतोष सिंह के भक्त सिद्धार्थ चौधरी ने मारपीट का आरोप लगाया था

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डॉ. सिद्धार्थ (बाएं), मारपीट का वीडियो स्क्रीनग्रैब (मध्य में) बाबा संतोष सिंह (दाएं) (फोटो सोर्स- आज तक और ट्विटर @@Benarasiyaa)

कानपुर के संतोष सिंह भदौरिया उर्फ़ करौली बाबा (Karauli Baba) चर्चा में हैं. पहले किसान नेता फिर संन्यासी बाबा बने संतोष सिंह के खिलाफ उनके ही भक्त ने FIR दर्ज करवाई थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि बाबा के बाउंसर्स ने उनके साथ मारपीट की है. अब इस पिटाई का वीडियो आया है.

क्या है पूरा मामला?

नोएडा के रहने वाले सिद्धार्थ चौधरी पेशे से डॉक्टर हैं. सिद्धार्थ ने चमत्कार करने का दावा करने वाले करौली बाबा के दरबार में घरेलू समस्या का समाधान न होने की शिकायत की. डॉ. सिद्धार्थ के मुताबिक उनकी बात सुनते ही बाबा के बाउंसरों ने उन्हें लात, घूसों और लोहे की सरिया से बुरी तरह पीट डाला. पिटाई में घायल डॉक्टर सिद्धार्थ की नाक की हड्डी टूट गई और सिर में कई जगह चोट आई. इसके बाद डॉक्टर ने बाबा संतोष सिंह के ख़िलाफ़ FIR करा दी थी.

लेकिन बाबा संतोष सिंह भदौरिया का कहना था कि हमारे यहां कोई मारपीट नहीं होती है, हमारे आश्रम को बदनाम करने के लिए क्षेत्र के ही कुछ लोग आरोप लगाते हैं, हमारे आश्रम की बढ़ती लोकप्रियता से कुछ लोगों को जलन होती है.

लेकिन अब बाबा के दरबार में डॉक्टर के साथ हुई मारपीट से जुड़ा वीडियो आया है. पत्रकार पीयूष राय ने अपने ट्विटर अकाउंट से ये वीडियो पोस्ट किया है. देखें-

इस वीडियो में डॉक्टर सिद्धार्थ, संतोष सिंह से अपने गार्डों को समझाने रखने को कह रहे हैं. और संतोष सिंह कह रहे हैं कि इस पागल को बाहर निकालो. और इतने में बाबा के कुछ लोग डॉक्टर सिद्धार्थ को पकड़कर मारते हुए ले जाते दिखाई दे रहे हैं. इसके पहले दोनों में क्या बहस हुई ये स्पष्ट नहीं है. हालंकि 32 सेकंड के इस वीडियो में संतोष सिंह उर्फ़ करौली बाबा को कई बार सिद्धार्थ को 'पागल' बोलते सुना जा सकता है.

किसान नेता से नेता और नेता से बाबा बनने का संतोष सिंह भदौरिया उर्फ करौली बाबा का इतिहास दिलचस्प है. 90 के दशक में संतोष सिंह कई घटनाओं में गंभीर धाराओं में आरोपी थे. इसके बाद धीरे-धीरे किसानों के नेता बन गए. किसानों को पुलिस से छुड़ाने के आरोप में संतोष सिंह जेल भी गए. जेल से आने के बाद लोकप्रिय हो गए. UPA सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे श्रीप्रकाश जायसवाल ने संतोष सिंह को कोयला निगम का चेयरमैन बनाया. 

लेकिन विवाद हुआ तो चेयरमैन का पद भी चला गया. राजनीति में असफल रहने पर संतोष सिंह अचानक गायब हो गए. लेकिन लौटे तो संतोष सिंह नेता से बाबा बन चुके थे. संतोष सिंह का कानपुर में एक बड़ा आश्रम है. ये आश्रम 14 एकड़ में फैला बताया जाता है. आश्रम में हर रोज़ क़रीब 3-4 हजार भक्त पहुंचते हैं.