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मणिपुर: 'सुरक्षाबलों की वर्दी में आए, गांव वालों को घर से बाहर बुलाया और फायरिंग करने लगे'

एक महिला सहित तीन लोगों की मौत हो गई. 2 लोग घायल हुए हैं.

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मणिपुर में जारी है हिंसा. (फाइल फोटो: PTI)

मणिपुर (Manipur) के अलग-अलग इलाकों से हिंसा की खबरें आना जारी हैं. हिंसा की हालिया खबर मणिपुर वेस्ट के बॉर्डर पर स्थित एक गांव से आई है. तीन ग्रामीणों की मौत हुई है और 2 लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है. गांव वालों का कहना है कि हमलावर सुरक्षाबलों की वर्दी में आए थे. लोगों को घर से बाहर निकलने को कहा और फायरिंग करने लगे.

न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक घटना 9 जून को तड़के 4 बजे की है. कांगपोकपी जिले और इंफाल वेस्ट जिले के बॉर्डर पर स्थित खोकेन गांव में कुछ लोग आए. गांव वालों को बाहर आने को कहा और फायरिंग शुरू कर दी. इस फायरिंग में एक बुजुर्ग महिला सहित तीन लोगों की मौत हो गई. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि हमलावरों ने पुलिस और इंडिया रिजर्व बटालियन (IRB) की वर्दी पहन रखी थी.

कुकी लोगों की बस्ती खोकेन गांव के निवासियों ने कहा कि हमलावर गांव में करीब दो घंटे तक रहे और गोलियां चलाईं. खोकेन के निवासियों ने मारे गए तीनों लोगों की पहचान 65 साल की डोमखोहोई, 52 साल के खाइजामंग गुइते और 40 साल के जंगपाओ तौथांग के तौर पर की है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक मृतका डोमखोहोई के छोटे भाई थोंगखुप डोंगल ने बताया,

"तड़के करीब 40 लोग गांव में दाखिल हुए थे. उन लोगों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. करीब दो घंटे तक फायरिंग होती रही. हमने गांव खाली किया और नजदीकी CRPF कैंप गए और उन्हें जानकारी दी. CRPF और गोरखा रेजीमेंट के गांव में आने के बाद ही हमलावर भागे."

अधिकारियों ने बताया कि हमलावरों ने कॉम्बिंग ऑपरेशन के नाम पर गांव के लोगों को घर से बाहर आने को कहा. जब लोग अपने घर से बाहर निकले, तो उन पर फायरिंग शुरू हो गई. फायरिंग की आवाज़ की सुनकर पैट्रोलिंग पर निकले सुरक्षाबलों के जवान तुरंत मौके पर पहुंचे. अधिकारियों के मुताबिक हमलावरों के मैतेई समुदाय से जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है.

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