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ट्विटर ने अब Koo वालों का अकाउंट सस्पेंड कर दिया

Koo के को-फाउंडर ने एलन मस्क को लपेटा!

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ट्विटर और Koo की सांकेतिक तस्वीर

एलन मस्क के ट्विटर (Twitter) खरीदने के बाद शायद ही ऐसा दिन बीता होगा जब इस प्लेटफॉर्म को लेकर विवाद नहीं हुआ हो. अब ट्विटर ने भारत की माइक्रोब्लॉगिंग साइट Koo के एक अकाउंट को सस्पेंड कर दिया गया. Koo के ट्विटर अकाउंट @kooeminence की प्रोफाइल पर 'अकाउंट सस्पेंडेड' लिखा हुआ है. इससे पहले ट्विटर ने न्यूयॉर्क टाइम्स, CNN सहित कई संगठनों के पत्रकारों के अकाउंट को भी सस्पेंड कर दिया था.

नियमों का उल्लंघन किया?

Koo के को-फाउंडर अप्रम्या राधाकृष्ण ने ट्विटर पर Koo Eminence के सस्पेंशन की जानकारी दी. यहां उन्होंने ट्विटर की तरफ से आए एक मैसेज को शेयर किया है. इसमें लिखा है कि @kooeminence अकाउंट को ट्विटर के नियमों के उल्लंघन के कारण सस्पेंड किया है. अप्रम्या ने 16 दिसंबर को ट्विटर पर लिखा, 

"Koo के एक हैंडल को ट्विटर पर बैन कर दिया गया. लेकिन क्यों? क्योंकि हम ट्विटर के साथ प्रतिस्पर्धा में है? तो? Mastodon को भी आज ब्लॉक कर दिया गया. यह किस तरह का फ्री स्पीच है और हम कैसी दुनिया में जी रहे हैं? एलन मस्क, यहां क्या हो रहा है?"

Koo को मार्च 2020 में लॉन्च किया गया था. अप्रम्या राधाकृष्ण और मयंक बिदावत्क इसके को-फाउंडर हैं. ‘Koo एमिनेंस’ के अकाउंट को सस्पेंड किए जाने पर मयंक ने भी एलन मस्क और ट्विटर की पॉलिसी पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने लिखा कि मैस्टडन के अकाउंट को बैन करना, मैस्टडन के लिंक को सुरक्षित बताकर शेयर करने की अनुमति नहीं देना या Koo Eminence के हैंडल को बैन करना. इस व्यक्ति (एलन मस्क) को कितने कंट्रोल की जरूरत है? उन्होंने लोगों से कहा कि Koo, ट्विटर का बढ़िया विकल्प है. मयंक ने आम लोगों और पत्रकारों से अपील की है कि वे ट्विटर छोड़कर Koo से जुड़ जाएं.

Koo के फीचर्स ट्विटर जैसे हैं

मयंक ने इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि अकाउंट सस्पेंड क्यों हुआ, इसके बारे में कंपनी को कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा, 

"हम ट्विटर को लिखने वाले हैं कि ऐसा क्यों किया गया? Koo Eminence के हैंडल पर कोई ट्वीट भी नहीं था. फिर ये क्यों सस्पेंड किया गया? हमने इसे VIPs के सवालों के लिए शुरू किया था जो इस प्लेटफॉर्म से जुड़ना चाहते हों."

Koo के फीचर्स करीब-करीब ट्विटर की तरह ही हैं. यहां भी लोग एक-दूसरे को फॉलो कर सकते हैं. फोटो, वीडियो, पोल पोस्ट करने के अलावा डायरेक्ट मैसेज का भी विकल्प है. यहां एक पोस्ट के लिए 400 कैरेक्टर की लिमिट होती है. Koo को एक वक्त 'देसी ट्विटर' भी कहा जाता था. पिछले साल जब केंद्र सरकार और ट्विटर के बीच ‘नए आईटी नियमों’ के कारण विवाद छिड़ा था, उस दौरान Koo की बहुत चर्चा हुई थी. कई केंद्रीय मंत्रियों ने Koo पर अकाउंट भी बना लिए थे.

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