लखनऊ पुलिस (Lucknow Police) की ‘दरियादिली’ का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इंस्पेक्टर साहब 11 मामलों में आरोपी एक शख्स को मॉल (Prisoner Mall) घुमाते पकड़े गए हैं. कैदी जेल में बंद था. उसे मेडिकल के लिए अस्पताल भेजा गया था, लेकिन जेल वापस लौटने से पहले पुलिस ने कैदी को थोड़ा ‘चिल’ करने के लिए मॉल में छोड़ दिया. वो घूमा-फिरा, खाना खाया, शॉपिंग की. फिर सभी साथ जेल पहुंचे. मामले में 4 पुलिसवालों को सस्पेंड किया गया है.
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कैदी की पहचान मड़ियांव के फैजुल्लागंज के रहने वाले ऋषभ राय के तौर पर हुई है. उम्र 24 साल. 8 जून 2022 को पुलिस ने ऋषभ को अवैध पिस्टल और कारतूस के साथ पकड़ा था. तब से ही वो जेल में है. उसके खिलाफ हत्या की कोशिश और जालसाजी समेत कुल 11 मामले दर्ज हैं.
7 मार्च को बलरामपुर अस्पताल में ऋषभ का मेडिकल होना था. पिछले कुछ मुकदमों में वो खुद के नाबालिग होने का दावा कर रहा था. उसी को लेकर मेडिकल होना था. दो पुलिसकर्मियों की कस्टडी में ऋषभ को मेडिकल के लिए भेजा गया.
मेडिकल के बाद मॉल घूम आए
मेडिकल का काम पूरा हुआ, लेकिन पुलिस की गाड़ी जेल जाने की बजाय शहीद पथ पर मौजूद एक मॉल के बाहर रुकी. समय दिन में 3 बजकर 17 मिनट. पहले पुलिसवाले मॉल में मौजूद एक रेस्टोरेंट से गुजरे. पीछे आरोपी ऋषभ और उसके कुछ साथी आए. कैदी ने खाना खाया और कुछ खरीदारी भी की. पुलिस को इस बात की भनक नहीं थी कि वहां CCTV लगा हुआ है. वो सभी करीब आधे घंटे तक मॉल में रहे.
रिपोर्ट के मुताबिक, विडियो में लखनऊ बार काउंसिल के पूर्व उपाध्यक्ष दिलीप सिंह भी हैं. ऋषभ सिंह इनका करीबी बताया जा रहा है.
चार पुलिस वाले सस्पेंड
सीसीटीवी फुटेज और खबर वायरल हुई तो पुलिस ने कार्रवाई शुरू की. 16 मार्च को डीसीपी, मुख्यालय पीके तिवारी ने 4 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. ड्यूटी में लापरवाही और अनुशासनहीनता में दोषी पाए गए सब इंस्पेक्टर रामसेवक, हेड कॉन्स्टेबल चालक रामचंद्र प्रजापति, कॉन्स्टेबल अनुज धामा और कॉन्स्टेबल नितिन राणा सस्पेंड हुए हैं.