BJP के मंत्री ने बीच सड़क निहत्थे युवक को पीटा, VIDEO आया तो बोले- 'वो आक्रमण करने आया था'

01:58 PM May 03, 2023 | ज्योति जोशी
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एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. कुछ लोग मिलकर एक युवक की बुरी तरह पिटाई कर रहे हैं. मौके पर उत्तराखंड के एक मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल भी मौजूद हैं. वीडियो में दिख रहा है कि वो युवक को थप्पड़ मारते हैं (Prem Chand Aggarwal Viral Video). फिर उनकी सिक्योरिटी के लोग मिलकर शख्स की पिटाई करते हैं. वीडियो ऋषिकेश का बताया जा रहा है. स्थानीय लोगों ने मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और प्रदर्शन भी किया. SSP देहरादून को मामले की निष्पक्ष जांच करने के आदेश मिले हैं.

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प्रेमचंद अग्रवाल उत्तराखंड सरकार में वित्त, शहरी विकास और जनगणना मंत्री हैं. वो उत्तराखंड विधान सभा के सदस्य भी हैं.

आजतक से जुड़े कृष्ण गोविंद कंसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रेमचंद अग्रवाल ऋषिकेश शहर से अपने आवास की तरफ जा रहे थे. सड़क पर लंबा जाम लगा हुआ था. इस दौरान वहां मौजूद समाजसेवी सुरेंद्र सिंह नेगी और मंत्री के बीच किसी बात पर कहासुनी हो गई. इस पर मंत्री के गनर ने गाड़ी से उतरकर सुरेंद्र के साथ मारपीट शुरू कर दी. प्रेमचंद अग्रवाल ने भी सुरेंद्र नेगी को थप्पड़ मारा. फिर मंत्री और उनके कुछ समर्थकों ने मिलकर सुरेंद्र को पीटा. इसके बाद पुलिस ने सुरेंद्र नेगी को हिरासत में ले लिया.

इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद उत्तराखंड पुलिस हेडक्वार्टर ने SSP देहरादून को सबूतों और तथ्यों के आधार पर निष्पक्ष जांच करने का निर्देश दिया है.

कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया,

सुरेंद्र नेगी ने गाली गलौज शुरू की जिसके बाद सुरक्षा कर्मी ने उसे समझाया लेकिन वो नहीं माना. उसने मेरा कुर्ता फाड़ दिया. सुरक्षाकर्मी की वर्दी भी फाड़ी. उसके साथ एक और आदमी था. वो भी बदतमीजी करने लगा. इसके चलते ही बात मारपीट तक जा पहुंची. ये गुंडागर्दी है. हम पर आक्रमण हुआ है.

एक फेसबुक लाइव में सुरेंद्र सिंह ने दावा किया है कि पहले मंत्री ने गाली गलौज शुरू की. सुरेंद्र का कहना है कि मंत्री ने उस पर पैसे खाने का आरोप लगाया और गनर के साथ मिलकर मारपीट की. 

मामले पर राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला का कहना है कि प्रेमचंद अग्रवाल ने पहले भी कई लोगों से बदसलूकी की है. उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रेमचंद अग्रवाल को बर्खास्त करने की मांग की है. मामले में अब तक कोई तहरीर नहीं दी गई है.

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