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2000 के नोट खपाने के 4 होश उड़ाने वाले तरीके, तीसरा तो आप सोच नहीं सकते!

आवश्यकता, आविष्कार की जननी होती है. 2000 का नोट चलन से बाहर जा रहा है, तो उसे चलाने के तरीके ईजाद हो रहे हैं.

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सोना खरीदने से लेकर पेट्रोल खरीदने तक में 2000 रुपए के नोट का इस्तेमाल हो रहा है (फोटो- Reuters/PTI)

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 2000 रुपए के नोट को लेकर 19 मई को एक घोषणा की थी. कहा कि 2000 के नोट लीगल टेंडर (माने वैध) रहेंगे लेकिन सर्कुलेशन से बाहर हो जाएंगे. 30 सितंबर तक ये नोट बैंक में जमा कराए जा सकते हैं. बैंक्स से कहा गया है कि इस लेन-देन का ‘’हिसाब'' रखा जाए. अब माना कि आपने महीनों से इस नोट की शक्ल नहीं देखी, लेकिन आपने वो तस्वीरें तो देखी ही हैं, जब छापे के बाद 2000 के नोटों के ढेर बरामद होते हैं. स्वाभाविक सी बात है, जिनके पास बेनामी पैसा 2000 के नोटों की शक्ल में है, वो बैंक की लाइन में लगकर तो नोट बदलवाने से रहे. तो फिर ये कर क्या रहे हैं? आइए बताते हैं -

शांति रखो सोना मिलेगा

ये एक एड कैंपेन की लाइन थी. लेकिन शांति रखने से सोना कहां मिलता है. उसके लिए नोट रखने पड़ते हैं. सो लोग रख भी रहे हैं. बिजनेस स्टैंडर्ड में छपी राजेश भयानी की रिपोर्ट के मुताबिक 19 मई की रात से ही इस सिलसिले की शुरुआत हो गई थी. दिल्ली में 2000 रुपए के नोटों के बदले 1 तोला (10 ग्राम) सोना 68 हजार रुपए में बेचा जा रहा था. जबकि, मार्केट में सोने की कीमत 62-63 हजार रुपए थी. इतना ही नहीं, रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि कुछ मार्केट में 2000 रुपए के नोट का सर्कुलेशन इतना अधिक था कि सोना 70 से 75 हजार रुपए प्रति तोला के भाव में बेचा गया.

गुजरात के अहमदाबाद में 2000 रुपए के नोटों के बदले 10 ग्राम सोना खरीदने के लिए 75 हजार रुपए तक की कीमत लगाई जा रही थी. लेकिन नोटों के सर्कुलेशन में कमी आने के बाद ये दाम 67 हजार रुपए तक गिर गया. कोलकाता और मुंबई जैसे शहरों में इस तरह सोना 70 हजार के पार बेचा गया. 

2016 में हुई नोटबंदी के बाद भी यही हुआ था. तब तो कुछ ही घंटों की मोहलत थी. और जनता ने उसका भरपूर इस्तेमाल किया था. बड़े-बड़े शोरूम्स के बाहर लाइन लगाकार लोग खड़े थे. और साथ में लाए थे झोला भरकर कैश. क्योंकि ये अपने पैसे को सोने में बदलवाना चाहते थे. इस बार भी यही देखा जा रहा है, लेकिन पिछली बार की तरह हड़बड़ी नहीं है. 

रुपया दो, डॉलर लो

भयानी की रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि 2000 के नोटों का इस्तेमाल हवाला कारोबार में भी किया जा रहा है. 19 मई को हवाला ट्रेडिंग में एक यूएस डॉलर का रेट 85 रुपए 50 पैसे था. जो कि बाद में 2000 रुपए के नोटों का सर्कुलेशन बढ़ने पर 87-88 रुपए तक पहुंच गया था. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक हवाला ट्रेड का मौजूदा रेट 91 रुपए के आस-पास है.

(2000 के नोटों से) पढ़ेंगे लिखेंगे, तो बनेंगे नवाब 

नाम न छापने की शर्त पर दिल्ली-NCR के कई माता-पिता स्वीकार कर रहे हैं कि वो अपने बच्चों की फीस कैश में भर रहे हैं. वो भी आने वाले महीनों की नहीं, आने वाले सालों की. अभिभावक अपने बच्चों की 4-4 सेशन की फीस एक बार में भरने को तैयार हैं (रसीद मिले तो ठीक, न मिले तो कोई बात नहीं). माने बालक/बालिका 8 वीं में है, तो वो 12 वीं तक की फीस भर देना चाहते हैं. लेकिन शिक्षा के मंदिरों ने इस गंदे काम में पूरी तरह से हिस्सा लेने से इंकार कर दिया. कहा, 12 वीं तक तो नहीं, लेकिन आप 9 वीं तक फीस भर जाइए. माने आने वाले साल की फीस! दिल्ली NCR के कुछ स्कूलों में 20 और 21 मई को भी फीस काउंटर खुले रहे.

कम पी मेरी रानी, महंगा है इराक का पानी (लेकिन चलेगा)

गाड़ी कितनी भी महंगी हो, तेल डलवाने पर थोड़ा दुख तो हर किसी को होता है. लेकिन अब यही दर्द, मरहम बन गया है. जनता 2000 का नोट लेकर पेट्रोल पंप पहुंच रही है. और तेल डलवाया जा रहा है 200 का. आजिज़ आकर कुछ जगह पेट्रोल पंप मालिक नोटिस चस्पा कर रहे हैं, तो कहीं एक अलिखित नियम बन गया है - अगर 2000 का नोट लाया, तो आपको न्यूनतम 1000 रुपए का पेट्रोल या डीज़ल खरीदना ही होगा. 

ये चार तरीके हमें मालूम पड़े. आपकी जानकारी में और कोई तरीका हो, तो हमें बताइएगा.

एडिटर्स नोट: इस खबर के पुराने वर्जन में फूड डिलिवरी ऐप ज़ोमाटो के एक ट्वीट के बारे में भी लिखा था. जहां ज़ोमाटो की तरफ से बताया गया था कि जितने कैश ऑन डिलिवरी ऑर्डर आ रहे हैं, उनमें से 72 फीसदी ऑर्डर में लोग 2000 रुपये के नोट में पेमेंट कर रहे हैं. हालांकि, अब ज़ोमाटो के प्रवक्ता ने कुछ मीडिया हाउस को दिए बयान में इस ट्वीट को एक मार्केटिंग गिमिक बताया है. यानी ये आंकड़ा सही नहीं है. वैसे ज़ोमाटो का पुराना ट्वीट अभी भी ट्विटर पर मौजूद है जो पूरी तरह से भ्रामक है.

वीडियो: केजरीवाल ने 2000 के नोट को लेकर PM Modi को क्या याद दिलाया?