The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

अजान के लिए कभी पीएम मोदी ने रोक दिया था भाषण, 6 साल पुराना वीडियो वायरल

मस्जिद के लाउडस्पीकर से होने वाली अजान के प्रति पीएम मोदी का ये भाव देखकर लोग कह रहे हैं कि कभी देश के प्रधानमंत्री ने इसके लिए अपना भाषण रोक दिया था और अब उसी के खिलाफ उनकी ही पार्टी के लोग मुखर होकर बोल रहे हैं.

post-main-image
वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट्स.

देश में पिछले कई दिनों से अजान को लेकर विवाद चल रहा है. महाराष्ट्र, कर्नाटक, यूपी समेत कई राज्यों में इस विवाद को तूल दिया गया. पहले महाराष्ट्र में MNS प्रमुख राज ठाकरे ने राज्य सरकार से मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर को हटाने की मांग की. इसके बाद कर्नाटक में कुछ हिंदुत्व संगठनों ने ऐसी ही मांग कर दी. वाराणसी में भी कुछ लोगों ने कह दिया कि जब-जब नमाज होगी, तब-तब वे हनुमान चालीसा बजाएंगे.

मामला बढ़ते-बढ़ते सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया. अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने बीते दिनों एक याचिका दाखिल कर लाउडस्पीकर से होने वाली अजान पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की मांग कर दी. अभी तक सुनवाई नहीं हुई है. लेकिन इस विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो वायरल हो गया है. इसमें वे अजान के वक्त अपना भाषण रोक देते हैं.

'किसी की पूजा में तकलीफ नहीं होनी चाहिए'

पीएम मोदी का ये वीडियो 2016 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान का है. तारीख थी 27 मार्च 2016. पीएम मोदी उस दिन मिदनापुर जिले पहुंचे थे. विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के कैंपेन की शुरुआत करने. वहां खड़गपुर के बीएनआर ग्राउंड पर वे बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान पीएम मोदी अचानक चुप हो जाते हैं. कुछ सेकेंड लगता है कि आगे की बात कहने के लिए पीएम मोदी ने छोटा सा टाइम गैप लिया था. लेकिन जब वे अगले एक मिनट से भी ज्यादा समय तक चुप रहे तो सबका ध्यान पास की मस्जिद में हो रही अजान पर गया.

अजान खत्म होने के बाद पीएम मोदी कहते हैं,

"माफ करें. अजान चल रही थी. हमारे कारण किसी की पूजा, प्रार्थना में तकलीफ नहीं होनी चाहिए. इसलिए मैंने कुछ देर के लिए विराम ले लिया."

#WATCH: PM Narendra Modi pauses his speech during Azaan (call to prayer) in Kharagpur (West Bengal).https://t.co/7XYDrf7cmu

— ANI (@ANI) March 27, 2016

मस्जिद के लाउडस्पीकर से होने वाली अजान के प्रति पीएम मोदी का ये भाव देखकर लोग कह रहे हैं कि कभी देश के प्रधानमंत्री ने इसके लिए अपना भाषण रोक दिया था और अब उसी के खिलाफ उनकी ही पार्टी मुखर होकर बोल रही है.

कई बार रोके भाषण

बहरहाल, ये पहली बार नहीं था जब प्रधानमंत्री ने अजान के दौरान अपना भाषण रोका हो. वो पहले भी कई बार ऐसा कर चुके हैं. 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी उन्होंने ऐसा ही जेस्चर दिखाया था. 29 नवंबर 2017 को नवसारी में वे बीजेपी की रैली को संबोधित कर रहे थे. तभी अजान की आवाज सुनाई दी और मोदी ने बोलना बंद कर दिया.

इसके अलावा 3 मार्च 2018 को बीजेपी मुख्यालय में भी उन्होंने अपने भाषण को रोका था. त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में जीत के बाद बीजेपी मुख्यालय में वे कार्यकर्ताओं को संबोधित करने पहुंचे थे. भाषण शुरू होने के एक मिनट बाद ही पास के मस्जिद में अजान शुरू हो गई थी. इस पर पीएम मोदी ने कहा था, "दो मिनट रुकेंगे. अजान पूरी हो जाए उसके बाद बात करेंगे."

पूर्व नौकरशाहों ने लिखा पत्र

प्रधानमंत्री का ये वीडियो ऐसे समय में वायरल हो रहा है, जब कई राज्यों में सांप्रदायिक हिंसा और हेट स्पीच को लेकर उनकी 'चुप्पी' पर लोग सवाल उठा रहे हैं. एक दिन पहले ही, 26 अप्रैल को 100 से ज्यादा पूर्व नौकरशाहों ने इन सांप्रदायिक घटनाओं को लेकर प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी. उन्होंने पत्र में लिखा कि बीजेपी शासित राज्यों में मुस्लिम समुदाय सांप्रदायिक नफरत का शिकार हो रहे हैं. उन्होंने पीएम मोदी से अपील की कि वे देश में चल रही 'नफरत की राजनीति' को खत्म करने को कहें.

पड़ताल: हनुमान चालीसा और अजान विवाद के बीच मुसलमानों ने की ट्रेन पर पत्थरबाजी?