जंतर मंतर पर पिछले एक महीने से धरने पर बैठे पहलवानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. पहलवान आज नए संसद भवन की ओर मार्च निकालने वाले थे. लेकिन पुलिस ने उन्हें जंतर मंतर पर रोक लिया. पहलवान मार्च निकलाने के लिए अड़े रहे और पुलिस उन्हें रोकने में लगी रही. पुलिस और पहलवानों के बीच सड़क पर काफी देर तक जद्दोजहद चली. आखिरकार पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारी पहलवानों को हिरासत में ले लिया. पहलवानों को हिरासत में लेने के बाद उनके धरना स्थल पर टेंट हटा दिए गए.
हाथ में तिरंगा, सड़क पर विनेश, चारों तरफ से खींचती पुलिस- पहलवानों के साथ दिल्ली में आज क्या हुआ?
23 अप्रैल से धरने पर बैठे पहलवान, आज नए संसद भवन की ओर मार्च निकालने की कोशिश में थे.
पहलवानों ने 28 मई को नए संसद भवन की ओर मार्च करने और ‘महिला सम्मान महापंचायत’ करने की घोषणा की थी. मीडिया से बात करते हुए पहलवानों ने कहा था कि वे शांति से मार्च निकालेंगे.
पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेडिंग लगा रखी थी. वहीं मार्च निकालने के लिए पहलवान बैरिकेडिंग पार करने लगे.
पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि वो लोग शांति से जाना चाह रहे थे, लेकिन उनके साथ बहुत बुरा बर्ताव किया गया है.
साक्षी ने कहा कि जिनका काम दोषी को गिरफ्तार करना चाहिए, वो न्याय मांग रहे पहलवानों के ऊपर अपनी ताकत दिखा रहे हैं. साक्षी मलिक ने ट्विटर पर पहलवानों से बदसलूकी का एक वीडियो भी शेयर किया है. इस पर टिप्पणी करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, "देश का मान बढ़ाने वाले हमारे खिलाड़ियों के साथ ऐसा बर्ताव बेहद गलत एवं निंदनीय."
इस बीच फोगाट सिस्टर्स की एक तस्वीर सामने आई. इसमें संगीता फोगाट और विनेश फोगाट तिरंगे लिए सड़क पर पड़ी हैं. कहा जा रहा है कि पुलिस ने जब पहलवानों का नए संसद भवन तक मार्च से रोका और उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश की तब दोनों बहनें एक-दूसरे से लिपटकर रोड पर ही लेट गईं.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने फोगाट बहनों की ये तस्वीर शेयर करते हुए ट्वीट किया, 'इन लड़कियों ने विदेशी सरजमीं पर तिरंगा ऊंचा किया था. आज इन बेटियों को ऐसे घसीटा जा रहा है और तिरंगा ऐसे सड़क पर अपमानित हो रहा है.'
दिल्ली पुलिस ने धरना स्थल से पहलवानों के टेंट और गद्दों को भी हटा दिया है और यहां भारी बैरिकेडिंग की है.
दिल्ली पुलिस ने पहलवानों के चारपाई, गद्दे, कूलर, पंखे सहित अन्य सामानों को हटाकर धरना स्थल को साफ किया.
जंतर मंतर से हिरासत में ली गई साक्षी मलिक सहित कुछ पहलवानों को बुराड़ी के एक प्राइवेट फार्म हाउस में बनाई गई अस्थाई जेल में रखा गया. शाम के करीब 5:30 बजे साक्षी मलिक और दूसरे कई पहलवानों को वहां से मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया. सुरक्षा के लिहाज से दिल्ली पुलिस ने कई जगहों पर इस तरह की अस्थाई जेल बनाई थी. पहलवानों को अलग-अलग जगहों पर रखा गया. मेडिकल के बाद पहलवानों को छोड़ दिया जाएगा या हिरासत में रखा जाएगा, ये खबर लिखे जाने तक इस संबंध कोई जानकारी नहीं आई है.
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वीडियो: दिल्ली पुलिस ने पहलवानों को हिरासत में लिया, जंतर-मंतर से सारे टेंट हटाए