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अशनीर ग्रोवर: BharatPe को यूनिकॉर्न बनाया, कंपनी ने पैसा चुराने का आरोप लगा दिया

पूरा विवाद भारत पे के एक कर्मचारी करण सरकी की फेसबुक पोस्ट से शुरू हुआ था. इसमें सरकी ने कंपनी से लोगों को निकाले जाने और वर्कर्स को सैलरी ना दिए जाने का मुद्दा उठाया था. इस पोस्ट पर अशनीर ग्रोवर का कमेंट आया.

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Bharat Pay के फाउंडर अशनीर ग्रोवर. (फोटो: ट्विटर)

भारत पे (BharatPe) के पूर्व चीफ अशनीर ग्रोवर ने कंपनी के बोर्ड को CEO सुहैल समीर के खिलाफ एक्शन लेने के लिए लेटर लिखा है. साथ ही साथ चेयरमैन रजनीश कुमार का इस्तीफा मांगा है. सुहैल समीर पर सोशल मीडिया पर अशनीर ग्रोवर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप हैं. दरअसल, सुहैल समीर ने अशनीर ग्रोवर की बहन आशिमा ग्रोवर को सोशल मीडिया पर जवाब दिया था. इसमें उन्होंने लिखा था,

'बहन, तेरे भाई ने सारा पैसा चुरा लिया. सैलरी देने के लिए ज्यादा कुछ नहीं बचा है.'

क्या मामला है?

ये पूरा विवाद भारत पे के एक कर्मचारी करण सरकी की फेसबुक पोस्ट से शुरू हुआ था. इसमें सरकी ने कंपनी से लोगों को निकाले जाने और वर्कर्स को सैलरी ना दिए जाने का मुद्दा उठाया था. इस पोस्ट पर अशनीर ग्रोवर का कमेंट आया. उन्होंने हरसिरन कौर और सुहैल समीर को टैग करते हुए लिखा कि वर्कर्स की सैलरी सबसे पहले दी जानी चाहिए. इसी पोस्ट पर फिर आशिमा ग्रोवर का भी कमेंट आ गया. आशिमा ने लिखा कि सैलरी ना मिलना काफी दुखद है. उन्होंने कंपनी के मालिकों को बेशर्म तक कह दिया. इसके बाद सुहैल ने वो विवादित कमेंट किया.

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करण सरकी की तरफ से किया गया पोस्ट और उस पर आए कॉमेंट्स का स्क्रीनशॉट. (फोटो: सोशल मीडिया)

इधर अशनीर ग्रोवर ने अपने पत्र में लिखा कि सुहैल समीर की टिप्पणी ना केवल अपमानजनक है, बल्कि झूठ भी है. उन्होंने कहा कि कंपनी की खस्ता हालत उसके सीईओ और बोर्ड मेंबर्स की वजह से हुई है. उन्होंने हाल ही में ये भी कहा था कि भारत पे को आखिरी तिमाही में भारी नुकसान हुआ है. उनके मुताबिक ऐसा रजनीश कुमार और सुहैल समीर के नेतृत्व की वजह से हुआ है. अशनीर ने आगे कहा,

'चाबी छीनना और हाथी चलाना दो अलग-अलग स्किल हैं. अब नानी याद आएगी- मार्केट ही सबसे बड़ा टेस्ट और सबसे बड़ी सच्चाई है.'

अशनीर ग्रोवर भारत पे के फाउंडर सदस्यों में शामिल रहे हैं. उन पर, उनकी पत्नी माधुरी जैन और उनके रिश्तेदारों पर भारत पे फंड का दुरुपयोग करने का आरोप लगा था. ये विवाद महीनों तक चला था. इसके बाद कंपनी के बोर्ड ने ग्रोवर को बाहर का रास्ता दिखा दिया. हालांकि, ग्रोवर के पास अभी भी भारत पे की हिस्सेदारी बची हुई है.

शार्क टैंक इंडिया का 'शार्क'

अशनीर ग्रोवर शार्क टैंक इंडिया शो से सुर्खियों में आए. शो में ग्रोवर ने ऐसी-ऐसी लाइनें बोलीं कि वो सोशल मीडिया पर मीम मैटेरियल बन गईं. इससे ग्रोवर की पहचान सख्त आदमी वाली बन गई. फिर इसी बीच भारत पे विवाद में उनका नाम आ गया.

देश की राजधानी दिल्ली से वास्ता रखने वाले अशनीर ग्रोवर भारत पे के फाउंडर रहे हैं. उनका जन्म दिल्ली में हुआ. शुरुआती पढ़ाई भी दिल्ली से की. फिर आईआईटी दिल्ली में दाखिला मिला. यहां सिविल इंजीनियरिंग पढ़ी. आईआईटी से निकले तो आईआईएम अहमदाबाद चले गए. वहां से एमबीए किया. अपने बैच में रैंक होल्डर रहे.

ग्रोवर जब ग्रेजुएशन के दिनों में थे, तब उन्हें फ्रांस के प्रतिष्ठित संस्थान के लिए सेलेक्ट किया गया था. वो पूरे भारत से सेलेक्ट होने वाले 450 एक्सचेंज स्टूडेंट्स में शामिल थे. स्कॉलरशिप के तौर पर उन्हें फ्रांस की एंबेसी से लगभग 5 लाख रुपये मिले.

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Shark Tank प्रोग्राम में जज के

भारत पे की शुरुआत करने से पहले ग्रोवर ने कई जगहों पर काम किया. साल 2006 से 2013 तक वो कोटक फाइनेंसिंग बैंक में काम करते रहे. इसके बाद 2015 तक उन्होंने अमेरिकन एक्सप्रेस में कॉर्पोरेट डेवलपमेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया. ग्रोवर ग्रोफर्स के लिए भी काम कर चुके हैं और पीसी ज्वेलर में भी रहे.

ग्रोवर ने अपने साथियों के साथ मिलकर साल 2018 में भारत पे की शुरुआत की. उन्होंने कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर के तौर पर भी काम किया. कहा जाता है कि भारत पे को एक स्टार्टअप से यूनिकॉर्न कंपनी बनाने का श्रेय अशनीर ग्रोवर को जाता है.

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