कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 7 फरवरी को लोकसभा में केंद्र सरकार पर निशाना साधा. राहुल के भाषण का केंद्र गौतम अडानी (Gautam Adani) थे. राहुल गांधी का दावा है कि मोदी सरकार की मदद से अडानी ने अलग-अलग देशों में निवेश किए. राहुल गांधी ने अपने भाषण में एक और रोचक दावा किया था. राहुल के मुताबिक, इंग्लैंड के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का परिवार भी गौतम अडानी के लिए काम करता है.
कौन हैं बोरिस जॉनसन के भाई, जिन्हें अडानी का करीबी बताया जा रहा है?
राहुल गांधी ने संसद में कहा था कि इंग्लैंड के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का परिवार भी गौतम अडानी के लिए काम करता है.
राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा,
"पहले अडानी जी के हवाई जहाज में मोदी जी जाते थे. अब मोदी जी के हवाई जहाज में अडानी जी जाते हैं. पहले लोकल मामला था, फिर नेशनल मामला हुआ, बाद में इंटरनेशनल मामला हो गया. आपको पता नहीं मालूम है या नहीं, अडानी जी के लिए बोरिस जॉनसन का भाई काम करता है. तो ये मामला पहले गुजरात का था. फिर हिंदुस्तान का हुआ और अब ये इंटरनेशनल हो गया."
तो क्या सच में बोरिस जॉनसन का परिवार अडानी समूह के लिए काम करता है? राहुल गांधी के इस दावे में कितना दम है आइए जानते हैं.
कौन हैं बोरिस जॉनसन के भाई?बोरिस जॉनसन साल 2019 से 2022 तक इंग्लैंड के प्रधानमंत्री थे. थोड़ा खोजबीन करने के बाद हमें पता चला कि पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन के एक भाई हैं, नाम है जो जॉनसन. जो जॉनसन ही वो शख्स हैं जिसका नाम गौतम अडानी से जोड़ा जा रहा है.
इंग्लैंड के एक अखबार फाइनेंशियल टाइम्स ने अडानी ग्रुप और जो जॉनसन के रिश्तों पर एक विस्तृत स्टोरी की है. साल 1971 में जन्मे जो जॉनसन, बोरिस के छोटे भाई हैं. उन्होंने बतौर इनवेस्टमेंट बैंकर ड्यूश बैंक के साथ अपना करियर शुरू किया था. इसके बाद वह फाइनेंशियल टाइम्स के जर्नलिस्ट के तौर पर काम करने लगे. पत्रकारिता से जो जॉनसन का सफर संसद तक पहुंचा. पहले सांसद बने फिर मंत्री भी बनाए गए. कई लोगों का मानना है कि जो जॉनसन को अपने भाई बोरिस जॉनसन के रसूख़ का फायदा भी मिला.
अब बात जो जॉनसन और अडानी समूह के बीच के रिश्ते की. अडानी समूह में निवेश करने वाली एक कंपनी है एलेरा कैपिटल. ये कंपनी लंदन से काम करती है. जून, 2022 में जो जॉनसन इस कंपनी से बतौर डायरेक्टर जुड़े थे. लेकिन पिछले दिनों हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद विवाद बढ़ गया. हिंडनबर्ग रिसर्च का आरोप है कि एलेरा कैपिटल ने भी अडानी समूह में गलत तरीके से निवेश किया था.
विवाद बढ़ने के बाद जो जॉनसन को पद से इस्तीफा देना पड़ा. एक फरवरी को जो जॉनसन ने इस्तीफा दिया. इस्तीफा देने के बाद जो जॉनसन का बयान भी सामने आया. फाइनेंशियल टाइम्स के मुताबिक जो जॉनसन ने अपने बयान में कहा,
"मैं यूके-भारत व्यापार और निवेश संबंधों में योगदान करने के लिए एलेरा में शामिल हुआ था. एलेरा कैपिटल से आश्वासन मिला था कि वो कानूनी रूप से सही है और रेगुलेटरी बॉडी के मुताबिक काम करती है. अब मेरा मानना है कि मैं जो काम कर रहा था उसके लिए बड़े अनुभव की जरूरत थी. इसलिए मैंने बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है."
साफ है कि राहुल गांधी ने लोकसभा में बोरिस जॉनसन के परिवार पर जो दावा किया वो सही है. इंग्लैंड के पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन के भाई जो जॉनसन अडानी समूह में निवेश करने वाली कंपनी के साथ जुड़े थे. हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
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