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क्या कोविड से सच में पुरुषों का स्पर्म घट गया है, बच्चे पैदा करने में दिक्कत हो रही है?

एक स्टडी ने चिंता बढ़ा दी है.

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सांकेतिक तस्वीर.

(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)

कोविड (Covid) ने इंसान के शरीर की ऐसी की तैसी कर दी है. ठीक होने के बाद भी किसी को दिल तो किसी को हड्डियों में प्रॉब्लम हो रही है. हाल-फ़िलहाल में AIIMS पटना और दिल्ली में एक स्टडी हुई, जिसने लोगों की चिंता और बढ़ा दी है.

ये स्टडी की गई 30 पुरुषों पर. इनकी उम्र थी 19 से 43 साल के बीच. इन सबको कोविड हुआ था. रिसर्च में ये पता चला कि इन सभी पुरुषों के सीमन यानी वीर्य की क्वालिटी में गिरावट आई है. उनकी फर्टिलिटी यानी बच्चा पैदा करने की क्षमता पर असर पड़ा है. ये एकमात्र ऐसी स्टडी नहीं है, जिसमें ये पता चला है. कई और देशों में भी ये बात सामने आई है. अगर आप और आपके पार्टनर प्रेग्नेंसी के लिए ट्राई कर रहे हैं, तो क्या आपको चिंता करने की ज़रुरत है? जानते हैं डॉक्टर्स से.

कोविड के बाद पुरुषों की फर्टिलिटी पर असर

ये हमें बताया डॉक्टर स्नेहा साठे ने.

About Your IVF Doc - Your IVF Doc
डॉक्टर स्नेहा साठे, फर्टिलिटी कंसल्टेंट, नोवा IVF फर्टिलिटी, मुंबई

-कई ह्यूमन वायरस फर्टिलिटी (बच्चा पैदा करने की क्षमता) इश्यूज़ का कारण बन सकते हैं

-जैसे HIV, हर्पीस वायरस, इबोला वायरस, ज़ीका वायरस और मम्प्स वायरस

-कोविड महामारी के शुरुआती दिनों से ही एक्सपर्ट्स पुरुषों की फर्टिलिटी पर इस वायरस के असर पर नज़र रखे हैं

-इस वायरस को शरीर के अंदर प्रवेश करने के लिए रिसेप्टर से बांधना ज़रूरी है

-ये रिसेप्टर मुंह, फेफड़े, दिल और बाकी अंगों के म्यूकस मेम्ब्रेन पर पाया जाने वाला प्रोटीन है

-मेल टेस्टिस (अंडकोष) पर ये रिसेप्टर उच्च स्तर पर पाए जाते हैं

-इसलिए ये सवाल हमेशा बना रहा कि क्या कोविड का असर मेल फर्टिलिटी पर पड़ा है

-एक चाइनीज़ स्टडी में 39% कोविड ग्रसित पुरुषों में स्पर्म (शुक्राणु) कम पाए गए

-ईरान में एक स्टडी की गई

-जिसमें 60 दिनों तक हर 10 दिन में कोविड से ग्रसित पुरुषों के सीमन (वीर्य) पर टेस्ट किया गया

-इसमें फ्री रेडिकल और एंटीऑक्सीडेंट का असंतुलन पाया गया

Optimising male fertility - Your Health
कई ह्यूमन वायरस फर्टिलिटी (बच्चा पैदा करने की क्षमता) इश्यूज़ का कारण बन सकते हैं

-लंदन में भी एक स्टडी हुई

-जिसमें कोविड से ग्रसित लोगों के वीर्य में शुक्राणु की मात्रा और उनके जीवित रहने का समय दोनों ही कम निकले

-एक पोस्टमोर्टेम स्टडी भी की गई

-जिसमें 50% अंडकोष की बायोप्सी में स्पर्म का प्रोडक्शन कम पाया गया

-हाल ही में AIIMS पटना में एक स्टडी की गई

-इसमें कोविड से ग्रसित लोगों के वीर्य का दो बार टेस्ट किया गया

-पहला टेस्ट कोविड डायग्नोसिस के दौरान किया गया

-दूसरा टेस्ट डेढ़ महीने बाद

-इसमें भी स्पर्म पर नेगेटिव असर दिखा

-दूसरे सैंपल थोड़े बेहतर थे लेकिन पूरी तरह से नहीं

क्या आपको चिंता करने की ज़रुरत है?

-अगर आपको कोविड हुआ था तो क्या आपको परेशान होने की ज़रुरत है?

-ये समझना ज़रूरी है कि जितनी भी स्टडी की गई हैं वो कम लोगों पर की गई हैं

COVID-19 potentially has negative impacts on male fertility
एक चाइनीज़ स्टडी में 39% कोविड ग्रसित पुरुषों में स्पर्म (शुक्राणु) कम पाए गए

-ये केवल ऊपरी तौर पर देखा गया था

-कोई फॉलो-अप स्टडी या लॉन्ग टर्म स्टडी नहीं की गई

-ये जानना ज़रूरी है कि जो वीर्य में कमी दिखाई दी है, क्या ये कोविड इन्फेक्शन के कारण ही है या कोई और भी कारण है

-ये अभी पता नहीं चल पाया है

-कभी-कभी कोविड को ठीक करने के लिए जो दवाई दी जाती है, उसका असर भी वीर्य पर पड़ता है

-अगर आपको कोविड हुआ है और आप प्रेग्नेंसी के लिए ट्राई कर रहे हैं

-तो आपको एक्सपर्ट से मिलकर फर्टिलिटी के टेस्ट करवाने चाहिए

डॉक्टर्स की यही राय है कि अगर आप प्रेग्नेंसी प्लान कर रहे हैं और उसमें दिक्कत आ रही है, तो डॉक्टर से ज़रूर मिलें. ताकी सही टेस्ट से पता चल सके दिक्कत क्या. 

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