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पीवी सिंधु को हर मैच के लिए तैयार करने वाली इवैंजलीन बद्दम कौन हैं?

पीवी सिंधु ने कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता है.

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भारत की पीवी सिंधु और उनकी फिजियोथेरेपिस्ट इवैंजलीन बद्दम (साभार: इंस्टाग्राम)

पीवी सिंधु (PV Sindhu) के कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने का जश्न जारी है. एक खिलाड़ी की जीत के पीछे उसकी मेहनत होती है, उसके बलिदान होते हैं. इमोशनल नीड्स और मानसिक सेहत का ख्याल रखने के लिए होते हैं कुछ अपने और फिर होते हैं वो कुछ लोग जो उन्हें तैयार करते हैं खेल के लिए. उनका सपोर्ट स्टाफ, जो उनकी फिटनेस के लिए जिम्मेदार होते हैं, इस बात के लिए जिम्मेदार होते हैं कि खिलाड़ी पर बहुत ज्यादा तनाव में आकर न खेले. सिंधु के इन्हीं कुछ लोगों में आती हैं इवैंजलीन बद्दम (Evangeline Baddam) जो उनकी फिजियोथेरेपिस्ट हैं. और वो सुचित्रा  बैडमिंटन एकडेमी से जुड़ी हैं.

2021 में जब सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज़ मेडल जीता था तब इवैंजलीन को उनका लकी चार्म तक कहा गया था. सिंधु हैदराबाद के सुचित्रा बैडमिंटन अकैडमी में ट्रेन करती हैं. इस अकडैमी से एवैंजलीन साल 2017 से जुड़ी हैं और सिंधु के साथ 2019 से काम कर रही हैं. तब सिंधु ने बासेल वर्ल्ड चैम्पियन शिप में गोल्ड मेडल जीता था. सिंधु की जीत के पीछे इवैंजलीन का व्यक्तिगत स्ट्रगल और सैक्रिफाइस भी बड़ा है. इवैंजलीन ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया,

"कोविड की दूसरी लहर में मैंने अपने पिता को खो दिया. पिछले साल ओलंपिक से ठीक पहले हमें पता चला कि मेरी मां को कैंसर है. तब मेरे लिए अपनी मां को छोड़कर ट्रैवल करना बहुत मुश्किल था. लेकिन जब आज की तरह खिलाड़ी मेडल जीतते हैं तो आपको लगता है कि आपका बलिदान व्यर्थ नहीं गया."

2021 में टोक्यो ओलंपिक के बाद इवैंजलीन ने स्पोर्ट्स कीड़ा से बात की थी. बताया था कि वो सिंधु को गेम के लिए कैसे तैयार करती है. उन्होंने कहा था, 

"उनको ठीक करने के लिए हमारे पास एक टीम थी. हमने एक साथ काम किया. मैं हर दिन उनके शरीर की जांच करती थी और उसके अनुसार हम उन्हें खेल के लिए तैयार रखने के अलग-अलग तरीके अपनाते थे. चाहे किसी थेरेपी की जरूरत हो या किसी और चीज की जरूरत हो, हम उनके शरीर के हिसाब से तय करते हैं कि क्या करना है."

तब इवैंजलीन ने बताया था कि वो जो कुछ भी हैं अपने माता-पिता और परिवार की वजह से हैं. उन्होंने सिंधु के साथ काम करने के मौके अपने लिए बहुत खास बताया था. 

वीडियो: टोक्यो ओलिंपिक में पीवी सिंधु ने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया