हेल्दी रहने के लिए आपकी बॉडी को बहुत सारी चीज़ों की ज़रुरत होती है. इनमें से एक है आयरन. आयरन आपके शरीर को हीमोग्लोबिन बनाने में मदद करता है. ये होता है रेड ब्लड सेल्स यानी लाल रक्त कोशिकाओं में. आयरन फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर के बाकी अंगों और ऊतकों तक लेकर जाता है. अब ज़ाहिर सी बात है, अगर आपके शरीर में आयरन की कमी होगी तो बॉडी के अलग-अलग टिश्यू को सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिलेगी. नतीजा? आपको अलग-अलग लक्षण महसूस होने शुरू हो जाएंगे. इस आर्टिकल में जानते हैं कि आयरन की कमी से किस तरह के हेल्थ रिस्क आपको होते हैं, कैसे पता चलेगा कि आपके शरीर में इसकी कमी हो रही है और कमी को पूरी करने के लिए क्या खाएं.
आयरन की कमी के हेल्थ रिस्क
ये हमें बताया रजनी शर्मा ने.
शरीर में खून की कमी हो जाती है, जिसे एनीमिया कहा जाता है. साथ ही विटामिन बी-12 की कमी हो जाती है. थैलासीमिया हो जाता है. कुछ मामलों में लो ब्लड प्रेशर भी देखने को मिलता है.
लक्षण
-स्किन पीली पड़ने लगती है
-घबराहट महसूस होना
-थकान महसूस होना
-बहुत जल्दी पसीना आना
-नाख़ून पतले हो जाना या जल्दी-जल्दी टूट जाना
इलाज
आयरन की कमी को पूरा करने के लिए डाइट में कुछ बदलाव करने होते हैं. संतुलित आहार लेना चाहिए. सारे मील लीजिए जैसे ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर. फल और सब्ज़ियां खाइए. पानी अच्छी मात्रा में पिएं. हरी पत्तेदार सब्ज़ियां खाएं. चुकंदर और गाजर ज़्यादा खाइए. फलों में अनार, पपीता और सेब खाएं. थोड़े खट्टे फल भी खाएं. जैसे संतरा, नींबू, मुसंबी, कीवी, कीनू और माल्टा. गुड़ और चने का सेवन करें. खजूर भी अपने खाने में रखना चाहिए.
जो लक्षण बताए गए हैं, अगर आपको वो महसूस हो रहे हैं तो समझ जाइए कि आपके शरीर में आयरन की कमी है. आप अपनी डाइट में बदलाव करने के साथ-साथ, डॉक्टर की सलाह लेकर आयरन के सप्लीमेंट भी खा सकते हैं.
(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)