जब आपके पैरों में चोट लगती है तो आपकी चाल बदल जाती है. आप लंगड़ाकर या पैर घसीटकर चलते हैं. वैसे ही अगर कमर या कूल्हे में कोई समस्या होती है तो उसका असर भी आपकी चाल पर पड़ता है. यानी आपकी चाल आपकी सेहत के राज़ खोलती है. आपको पता है, अगर आपका लिवर ख़राब होना शुरू हो गया है तो इस केस में भी आपकी चाल बदल जाती है. आज जानते हैं चाल से ख़राब लिवर का पता कैसे चलता है और लिवर को ख़राब होने से कैसे बचाया जा सकता है.
चलने का अंदाज़ बदला है तो हलके में ना लेना, लिवर ख़राब हो सकता है!
ख़राब लिवर और बदली चाल का ये कनेक्शन जरूर जान लेना चाहिए...
ये हमें बताया डॉक्टर मनीष काक ने.
आजकल फैटी लिवर की समस्या बहुत आम है. इससे लिवर को नुकसान पहुंचता है. इसके कारण शरीर को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता है. शरीर की मांसपेशियां कमज़ोर होने लगती हैं. ऐसे में चलने-फिरने, उठने में दिक्कत होती है. अगर फैट के कारण लिवर को नुकसान पहुंचा है यानी लिवर सिरोसिस हो गया है तो शरीर की मांसपेशियां कमज़ोर हो जाती हैं. चलने-फिरने में दिक्कत होती है. लिवर कोमा में ग्रेड 1, 2, 3 होते हैं. अगर कोई लिवर सिरोसिस का मरीज़ है और ग्रेड 1, 2 की तरफ़ जा रहा है तो चलने में दिक्कत होती है. इसलिए अपनी चाल को ज़रूर नोटिस करें. अगर चाल में बदलाव आ रहा है तो ध्यान देने की ज़रुरत है. फैटी लिवर की परेशानी अल्ट्रासाउंड से पता चल जाती है. खानपान का ख्यास ख्याल रखें. एक्सरसाइज करें. लिवर की टेस्टिंग करवाएं. ताकि पता चल सके कि फैटी लिवर से लिवर ख़राब तो नहीं हुआ है.
फैटी लिवर में आपके शरीर में अत्यधिक फैट जमा हो जाता है. इसलिए मोटापे से बचें, ज़्यादा फैट का सेवन करने से बचें. बैलेंस्ड डाइट लें, एक्सरसाइज करें और अपने वजन को कंट्रोल करें. इससे आप फैटी लिवर से बच सकते हैं. वायरल हेपेटाइटिस से भी फैटी लिवर होता है, इससे बचें. हेपेटाइटिस का टीका लगता है, उसे ज़रूर लगवाएं. कोई भी दवाई अपने आप न लें बल्कि डॉक्टर से सलाह लेकर इस्तेमाल करें. आपको मोटापे से बचना है, ज़्यादा शराब से बचना है. अगर फैटी लिवर है तो ये रिवर्सेबल है यानी ज़्यादातर केसेस में ये ठीक हो सकता है. अगर आप फैटी लिवर के कारण पर काम करेंगे तो ये ठीक हो जाता है. कुछ दवाइयां भी उपलब्ध हैं. अगर फैटी लिवर की समस्या ज्यादा है तो डॉक्टर से संपर्क कर दवाइयां लें.
अब समझ में आया, ख़राब लिवर और आपकी चाल के बीच क्या कनेक्शन है. इसलिए अगर बिना चोट या हड्डी की कोई समस्या आपकी चाल एकाएक बदल गई है तो ध्यान दें. ये ख़राब लिवर की निशानी हो सकती है.
(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
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