The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

महाराष्ट्र BJP चीफ ने NCP सांसद सुप्रिया सुले से कहा- घर जाओ, खाना पकाओ

बात OBC आरक्षण पर हो रही थी, BJP चीफ स्त्री विरोध पर उतर आए.

post-main-image
तस्वीर- (आज तक)

महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल का एक स्त्रीविरोधी बयान वायरल है. उन्होंने NCP सांसद सुप्रिया सुले को राजनीति छोड़ घर जाकर खाना बनाने की सलाह दे दी है. चंद्रकांत पाटिल 25 मई को OBC आरक्षण की मांग को लेकर मुंबई में प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने ये बात कही.

चंद्रकांत पाटिल ने कहा,

“आप राजनीति में क्यों हैं? घर जाओ और खाना बनाओ… आप राजनीति में हैं, और आपको ये समझ में नहीं आता कि सीएम से कैसे मिलें…? आप (भी) दिल्ली जाएं या जाएं नरक या कहीं भी, लेकिन आरक्षण दें.”

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश के निकाय चुनाव में OBC आरक्षण को मंज़ूरी दी है. 25 मई को मुंबई में ही NCP की एक बैठक को संबोधित करते हुए सुप्रिया सुले ने कहा था,

“मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री दिल्ली गए और ‘किसी’ से मिले. मुझे नहीं पता कि अगले दो दिन क्या हुआ और उन्हें ओबीसी आरक्षण के लिए हरी झंडी मिल गई.”
 

सुप्रिया सुले (तस्वीर-आज तक)

जब सुप्रिया के इस बयान पर चंद्रकांत का रिएक्शन मांगा गया तो उन्होंने राजनीति छोड़, रसोई संभालने वाली बात की. पाटिल के बयान पर NCP ने कड़ी आपत्ति जताई है. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक NCP की महिला शाखा की प्रदेश अध्यक्ष विद्या चव्हाण ने पाटिल का नाम लिए बिना कहा,

“एक शख्स जिसने एक महिला विधायक का टिकट काट कर उनकी सीट से खुद चुनाव लड़ा, वो ऐसी सांसद का अपमान कर रहा है जिन्हें दो बार संसद रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. हम जानते हैं कि आप मनुस्मृति में विश्वास करते हैं, लेकिन हम अब चुप नहीं रहेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें रोटी बनाना सीखना चाहिए, ताकि वह घर पर अपनी पत्नी की मदद कर सकें.”

राजनीति से आमतौर पर दूर रहने वाले सुप्रिया सुले के पति सदानंद सुले ने भी चंद्रकांत पाटिल के बयान पर नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा,

“मैंने हमेशा कहा है कि वे (भाजपा) स्त्री विरोधी हैं और जब भी मौका लगता है वो महिलाओं को नीचा दिखाते हैं. मुझे अपनी पत्नी पर गर्व है जो एक गृहिणी, मां और एक सफल नेता हैं, जो भारत की कई अन्य मेहनती और प्रतिभाशाली महिलाओं में से एक हैं. यह सभी महिलाओं का अपमान है.”

सुप्रिया सुले के भाई और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी चंद्रकांत पाटिल के बयान पर आपत्ति दर्ज की है. आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अजित पवार ने कहा,

‘’भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने बहुत गलत बयान दिया है और यह महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है. हम बहुत कुछ कह सकते हैं, लेकिन हम अपनी संस्कृति के बारे में सोचकर खामोश हैं.’’
 

बीजेपी नेता चंद्रकांत पाटिल का ये बयान एक बार फिर ये दिखाता है कि हमारे नेताओं के माइंडसेट में स्त्रीविरोध कितना हावी है. उनको औरत रसोई से बाहर बर्दाश्त नहीं है. क्या किसी पुरुष नेता को ये कहा जाएगा कि राजनीति नहीं आती तो जाओ घर पर रोटी बनाओ या बर्तन साफ करो. पर औरतों को ये कहने में उन्हें झिझक नहीं होती. क्योंकि वो ये मानकर बैठे हैं कि रसोई संभालना औरत का प्राइमरी काम है. कि राजनीति उनके बस की नहीं है. जैसे उन्हें घर बैठा देना किसी भी चीज़ का अल्टीमेट सॉल्यूशन है.

वीडियो: शरद पवार ने बताई अजित के बगावत की वजह