कहानी इंसान को चांद पर पहुंचाने वाली NASA की गणितज्ञ कैथरीन जॉनसन की
ग्रेजुएट स्कूल में जाने वाली पहली अश्वेत महिला थीं कैथरीन.
बीसवीं सदी का अमेरिका. आज़ादी को दो सौ साल हो चुके थे. फिर भी कई खांचों में बंटा हुआ था. इनमें से जो सबसे गहरी खाई थी, वो थी नस्लभेद की. श्वेत और अश्वेत लोगों के बीच की खाई. साथ खाना, साथ पढ़ना, साथ बैठना तक संभव नहीं था. ऐसे अमेरिका में अश्वेत अमेरिकन होना. तिस पर महिला होना. हर तरह से ‘डिसएडवांटेज’ वाली स्थिति. फिर भी कैथरीन जॉनसन ने हार नहीं मानी. इतिहास रचा. और कुछ ऐसा रचा कि आज भी अगर इंसान मंगल या चांद पर जाए, तो उसमें इनका बड़ा हाथ होगा.