(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
फुट कॉर्न जिसे आम भाषा में गोखरू भी कहते हैं. ये आपके पैर में होते हैं और कुछ इस तरह दिखते हैं. बहुत ही आम समस्या है ये. आज जानते हैं, ये बनते क्यों हैं और इनसे कैसे निपटें?
फुट कॉर्न (गोखरू) क्या होता है?
ये हमें बताया डॉक्टर पूजा चोपड़ा ने.
-फुट कॉर्न को आम भाषा में गांठ बोलते हैं
-ये आमतौर पर उंगलियों के बीच या तलवों में होता है
-शुरुआत में इनमें दर्द नहीं होता
-लेकिन समय के साथ इनमें दर्द होने लगता है
कारण
-फुट कॉर्न उन लोगों में अक्सर पाया जाता है जो सही फुटवियर नहीं पहनते
-जैसे महिलाएं लंबे समय तक हाई हील्स पहनती हैं
-लोग पॉइंटेड टोज़ वाले फुटवियर पहनते हैं
-कुछ लोग टाइट जूते पहनते हैं, जिसमें पंजे फंसे रहते हैं
-ऐसे लोगों में फुट कॉर्न की समस्या ज़्यादा होती है
-कॉर्न धीरे-धीरे अंदर की तरफ़ बढ़ता है
-क्योंकि ये प्रेशर एरिया में पाए जाते हैं
-कॉर्न का शेप कोन की तरह होता है
-इसका पॉइंट वाला हिस्सा स्किन के अंदर चला जाता है
-जब इसकी वजह से किसी नर्व पर प्रेशर पड़ता है तब पेशेंट को तेज़ दर्द महसूस होता है
-तब जाकर पेशेंट डॉक्टर की सलाह लेता है
इलाज
-कॉर्न का इलाज करने के कई तरीके होते हैं
-आमतौर पर इसमें सर्जरी की जाती है
-लेकिन अगर कॉर्न का साइज़ छोटा है और कॉर्न में ज़्यादा दर्द नहीं है तो बिना सर्जरी भी इलाज हो सकता है
-सबसे ज़रूरी है कॉर्न को सॉफ्ट करना
-कॉर्न बहुत हार्ड होता है
-कॉर्न को सॉफ्ट करने के लिए कई घरेलू नुस्खे हैं
-सबसे ज़रूरी है गर्म पानी की सिकाई
-एक टब में गुनगुना पानी लेकर, पैर को 5-10 मिनट तक डुबोकर रखें
-ताकि कॉर्न थोड़ा सॉफ्ट हो जाए
-उसके बाद फुट स्क्रब से डेड स्किन को स्क्रब कर के निकाल सकते हैं
-डॉक्टर आपको लगाने के लिए क्रीम या कुछ लोशन देंगे
-जिसमें आमतौर पर सैलिसाइक्लिक एसिड या लैक्टिक एसिड होता है
-इनको लगाने का एक तरीका होता है
-सैलिसाइक्लिक एसिड क्या करता है?
-ये कॉर्न के सेल्स को घुलने में मदद करता है
-अगर कॉर्न बहुत ज़्यादा डीप नहीं है तो इस इलाज से ठीक हो सकता है
-लेकिन अगर कॉर्न में दर्द है तो मतलब वो स्किन के अंदर पहुंच गया है
-तब ये लगाने वाले इलाज काम नहीं करते
-ऐसे केस में सर्जरी की ज़रुरत पड़ती है
-सर्जरी के कई तरीके हैं
-ये सारी सर्जरी लोकल एनेस्थीसिया देकर की जाती हैं
-चाहे वो रेडियो फ्रीक्वेंसी हो, लेज़र हो, इलेक्ट्रो कॉटरी हो या क्राइयोथेरेपी हो
कॉर्न को वापस आने से कैसे रोक सकते हैं?
-कॉर्न दोबारा वापस आ सकते हैं
-अगर आपको कॉर्न की दिक्कत रहती है तो कुछ बातों का ध्यान रखें ताकि कॉर्न दोबारा न हो
-सबसे ज़रूरी है सही फुटवियर
-सही फ़िटिंग के फुटवियर पहनें
-वो टाइट न हो
-हाई हील्स अवॉइड करें
-कुछ टाइम के लिए पहन सकते हैं लेकिन उसके साथ कॉर्न पैड्स ज़रूर पहनें
-ये प्रेशर एरिया में कुशन की तरह काम करते हैं
-कॉर्न को दोबारा होने से रोकेंगे
-इसके अलावा लगातार नाख़ून काटते रहें
-पैरों को साफ़ रखें
-क्रीम लगाते रहें
अगर आपको फुट कॉर्न की समस्या रहती है तो डॉक्टर की बताई हुई टिप्स फॉलो करें. ये समस्या बार-बार होने से बचे रहेंगे.