(यहां बताई गईं बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
स्किन पर पिंपल हो रहे हैं, तो उसे ठीक करने की क्रीम खरीदो. स्किन ड्राई हो रही है, तो उसके लिए अलग क्रीम खरीदो. दाग-धब्बे पड़ रहे हैं, तो उसके लिए एक और क्रीम खरीदो. महीने की आधी से ज़्यादा सैलरी तो ये चीज़ें ख़रीदने में खर्च हो जाती है. कई बार उसके बाद भी फ़ायदा नहीं होता. ऐसे में इंसान यही सोचता है कि काश कोई ऐसी चीज़ बनी होती, जिसे लगाकर स्किन की हर प्रॉब्लम ठीक हो जाती. बस एक प्रोडक्ट खरीदो और वो सारा काम कर दे. ऐसा हो सकता है. दरअसल इस चमत्कारी चीज़ का नाम है नायसिनामाइड. ये आपकी हर स्किन प्रॉब्लम का सल्यूशन है. क्या है ये और इसका इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं, जानते हैं एक्सपर्ट्स से.
नायसिनामाइड क्या होता है?
ये हमें बताया डॉक्टर ज्योत्स्ना जोशी ने.
-नायसिनामाइड यानी विटामिन बी-3
-इसका इस्तेमाल स्किन के प्रोडक्ट्स में बहुत ज़्यादा होता है
फ़ायदे
-नायसिनामाइड एक एंटीऑक्सीडेंट है
-ये स्किन के बैरियर यानी सुरक्षा कवच की मरम्मत करता है
-स्किन का सुरक्षा कवच ठीक रहेगा तो स्किन में नमी बनी रहेगी
-ड्राई स्किन वाले लोगों के लिए ये काफ़ी फ़ायदेमंद है
-मॉइस्चराइज़र में नायसिनामाइड मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है
-इससे मॉइस्चराइज़र और बेहतरीन तरह से काम करता है
-नायसिनामाइड स्किन को UV रेज़ से बचाता है
-प्रदूषण से भी बचाता है
-ये स्किन में मौजूद रेडनेस को कम करता है
-नायसिनामाइड पिंपल ठीक करने के जेल में मिक्स किया जाता है
-इससे पिंपल ठीक होने के बाद जो रेडनेस आती है वो ठीक हो जाती है
-एक्ने या रोज़ेशिया को भी ठीक करने में ये कारगर साबित होता है
-नायसिनामाइड सीबम को कंट्रोल करने में मदद करता है
-इसलिए ऑइली स्किन वाले इसका इस्तेमाल कर सकते हैं
-एक्ने और पोर्स के साइज़ को कम करता है
-झुर्रियां, फाइन लाइन्स को भी काफ़ी हद तक ठीक करता है
-दाग-धब्बे भी कम करने में मदद करता है
-टैनिंग हटाने की क्रीम्स में भी इसका इस्तेमाल होता है
इसे कैसे इस्तेमाल करें
-इसे सीरम, जेल और क्रीम के रूप में इस्तेमाल किया जाता है
-सीरम, जेल, क्रीम में नायसिनामाइड 5-10 प्रतिशत हो तो ये सबसे अच्छा है
-ये स्किन को फ़ायदा पहुंचाएगा
-अगर इससे ज़्यादा की ज़रुरत है जैसे 15-20 प्रतिशत तो किसी डॉक्टर की सलाह लेकर ही इस्तेमाल करें
-क्योंकि ज़्यादा इस्तेमाल से स्किन लाल पड़ने लगती है
-ये ड्राई स्किन, सेंसिटिव स्किन और ऑइली स्किन में इस्तेमाल होता है
-ये हर एक स्किन टाइप के लिए फ़ायदेमंद है
-नायसिनामाइड रेटिनॉल, हयालूरोनिक एसिड और विटामिन सी के साथ काम कर सकता है
-यानी जिन लोगों को विटामिन सी या रेटिनॉल जैसी चीज़ें सूट नहीं करतीं
-ये लोग नायसिनामाइड आराम से इस्तेमाल कर सकते हैं
-नायसिनामाइड सुबह भी इस्तेमाल कर सकते हैं
-यानी मॉइस्चराइज़र लगाने से पहले इसे इस्तेमाल कर सकते हैं
-इसे रात में भी इस्तेमाल कर सकते हैं
नायसिनामाइड कितने काम की चीज़ है, ये तो आपको समझ में आ ही गया होगा. इसको इस्तेमाल कीजिए और फ़र्क देखिए. आपकी स्किन की हर प्रॉब्लम ठीक हो जाएगी. लेकिन हां, इसका ज़्यादा इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह लेकर ही करें.