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'30 फुटबॉल' में बिके बच्चे ने मेसी को विश्वकप जिता दिया!

2014 फाइनल में ये प्लेयर खेला ही नही था.

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वर्ल्ड कप जीतने के बाद डी मारिया (Courtesy: Twitter)

सात साल के एक लड़के को रोज़ारियो सेंट्रल क्लब ने एक लोकल टूर्नामेंट में खेलते देखा और 30 फुटबॉल देकर उसे खरीद लिया. अर्जेंटीना और ब्राज़ील में ये कल्चर था. आप फुटबॉल देकर भी बच्चों को अपने क्लब के लिए साइन कर सकते थे. उससे चार साल पहले, यानि तीन साल की उम्र में इस लड़के को लेकर एक डॉक्टर ने भविष्यवाणी की थी कि - 

'ये लड़का कोई स्पोर्ट खेलेगा, तभी शांत होगा. बहुत चंचल है... बहुत एनर्जी है इसमें. कराटे नहीं, इसे फुटबॉल खेलना चाहिए.'

बस यहीं से शुरू हो गई उस बच्चे की फुटबॉल स्टार बनने की कहानी. नाम है आन्हेल डी मारिया. 10 साल का होते-होते इस लड़के ने कोएले की फैक्टरी में काम करना शुरू कर दिया. फुटबॉल भी साथ ही चलता रहा. 2005 में रोज़ारियो सेंट्रल क्लब से ग्रेजुएट हुए, और दो साल इस क्लब के लिए खेले. वहां से डी मारिया ने सीधा पुर्तगाल की फ्लाइट पकड़ ली और बेनफीका के लिए साइन हो गए.

#अर्जेंटीना के साथ कैसे शुरू हुआ सफर?

2005 में डी मारिया ने मेसी के साथ U-20 वर्ल्ड कप जीता. ऐलान हो चुका था, ये जोड़ी फुटबॉल जगत में कुछ बड़ा करने आ रही है. 2008 में डी मारिया ने अर्जेंटीना की सीनियर टीम के लिए डेब्यू किया. 2008 के ओलंपिक्स के फाइनल में डी मारिया ने गोल किया और अर्जेंटीना ने नाइजिरिया को हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया.

डी मारिया वो प्लेयर हैं, जिन्होंने पिछले 17 सालों में अर्जेंटीना को कितनी ही ट्रॉफी जिताई हैं. इसके दो उदाहरण हम आपको पहले ही दे चुके हैं. अब आगे बढ़ते हैं. 2014 फीफा वर्ल्ड कप. फाइनल में अर्जेंटीना के सामने जर्मनी थी. डी मारिया की थाई में इंजरी हो गई. लेकिन वो इंजेक्शन लेकर खेलना चाहते थे. हालांकि उनका क्लब, रियल मैड्रिड ऐसा नहीं चाहता था, और डी मारिया ने मैच नहीं खेला.

अर्जेंटीना फाइनल हार गया. ये कहना गलत होगा कि डी मारिया रहते तो टीम जीत जाती. लेकिन अगर डी मारिया खेलते तो एक बड़ा अंतर ज़रूर होता. फिर जीत और हार बराबरी पर खड़ी होती. चलिए अब करते हैं फास्ट फॉरवर्ड टू 2021. कोपा अमेरिका. मेसी की टीम फाइनल में. सामने ब्राज़ील. मैच का 22वां मिनट. डी मारिया ने ब्राज़ील के गोलकीपर एडरसन के सर के ऊपर से चिप करके गोल कर दिया. ये मेसी के सीनियर करियर की पहली ट्रॉफी थी, जो कि डी मारिया की बदौलत ही आई.

अब 2022 वर्ल्ड कप फाइनल की बात. 23वें मिनट में अर्जेंटीना ने पहला गोल किया. पेनल्टी स्पॉट से. पेनल्टी कमाई किसने? डी मारिया ने. दूसरा गोल किसने किया? डी मारिया ने. मैच में ढेर सारे चांसेज़ किसने बनाए? डी मारिया ने. यानि मेसी का सपना पूरा हुआ, तो उसमे डी मारिया का बहुत बड़ा योगदान है.

1986 के बाद अर्जेंटीना की ये गोल्डन जेनरेशन है. मेसी भले ही वर्ल्ड फुटबॉल और अपनी टीम के गोल्डन बॉय हैं. लेकिन फुटबॉल और अर्जेंटीना टीम को फॉलो करने वाले फै़न्स जानते हैं कि मेसी को चमकाने वाला जौहरी डी मारिया ही हैं. 

 

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