इंडियन फुटबॉल फैन्स के लिए अच्छी खबर सामने आ रही है. केंद्र सरकार ने AIFF पर लगे बैन के FIFA द्वारा लगे बैन को जल्द से जल्द हटाने की कोशिश के तहत रविवार, 21 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में एक आवेदन दाखिल किया. इस आवेदन में सरकार ने FIFA द्वारा की गई सभी मांगों को लगभग स्वीकार कर लिया है. अपने आवेदन में सरकार ने FIFA की मांग के अनुसार प्रशासकों की समिति (CoA) को हटाने का आग्रह किया.
खेल मंत्रालय के इस कदम से अक्टूबर में होने वाले FIFA अंडर-17 महिला विश्व कप की मेजबानी बच सकती है. साथ ही AIFF पर लगा बैन भी जल्द ही हटाया जा सकता है. FIFA ने 16 अगस्त को गैरजरूरी दखल के चलते के कारण AIFF पर प्रतिबंध लगा दिया था. जिस वजह से भारतीय मेंस और विमेंस टीम के किसी भी टूर्नामेंट या इंटरनेशनल मुकाबले में हिस्सा लेने पर बैन लग गया था. सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की अगली सुनवाई सोमवार, 22 अगस्त को होने वाली है.
#सुनवाई से 1 दिन पहले दिया आवेदन
हालांकि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दिए अपने आवेदन में प्रफुल्ल पटेल के नेतृत्व वाली समिति को AIFF से बाहर रखे जाने की मांग की है. खेल मंत्रालय के आवेदन के अनुसार,
‘माननीय सुप्रीम कोर्ट को यह निर्देश देते हुए प्रसन्नता हो सकती है कि AIFF के दिन-प्रतिदिन के कार्यों का प्रबंधन एक्टिंग सेक्रेटरी जनरल की अगुआई में AIFF प्रशासन करे. इसमें पहले से चुनी गई कमेटी को बाहर रखा जाएगा और 22 अगस्त 2022 से AIFF के प्रशासन में CoA की भूमिका को खत्म की जाए.’
# Bhutia समेत 7 कैंडिडेट्स ने दिए आवेदन
सुप्रीम कोर्ट ने 28 अगस्त को AIFF में अध्यक्ष पद का चुनाव कराने की मंजूरी दी है. जिसको लेकर शनिवार, 20 अगस्त को नामांकन प्रक्रिया पूरी हो गई. . इसमें पूर्व दिग्गज फुटबॉलर बाईचुंग भूटिया सहित सात उम्मीदवारों ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया है. जिसमें से रविवार को निर्वाचन अधिकारी ने दो लोगों के नामांकन को खारिज कर दिया. हालांकि सरकार ने अपने आवेदन में फॉर्मर प्लेयर्स को इलेक्टोरल कॉलेज में व्यक्तिगत सदस्यों के रूप में अनुमति नहीं दी जाने की मांग की है. अगर सुप्रीम कोर्ट इसे स्वीकार कर लेता है तो बाइचुंग भूटिया की उम्मीदवारी भी खतरे में पड़ जाएगी.
# FIFA ने AIFF पर लगाया था बैन
इससे पहले FIFA ने मंगलवार, 16 अगस्त को भारतीय फुटबॉल को चलाने वाली संस्था AIFF को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया था. FIFA द्वारा ये कदम भारतीय फुटबॉल फेडरेशन में लंबे समय से चल रहे विवाद और इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के दखल के चलते उठाया था.
FIFA ने बयान जारी कर कहा कि थर्ड पार्टीज के बहुत ज्यादा दखल की वजह से ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) को बैन करने का फैसला लिया गया है. FIFA के इस कदम के बाद भारतीय फुटबॉल को बड़ा झटका लगा है. बैन के चलते भारतीय मेंस और विमेंस फुटबॉल टीम किसी भी टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पाएगी. इससे भी ज्यादा बुरी खबर ये है कि ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) के बैन होने की वजह से भारत को इसी साल होने वाली अंडर-17 महिला वर्ल्ड कप की मेजबानी भी खतरे में पड़ गई है.
AIFF पर बैन लगने से बचाने के लिए CoA ने क्या किया?