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FIFA BAN: उज़्बेकिस्तान में फंसी भारत की चैंपियन महिला फुटबॉल टीम ने लिखी पीएम को चिट्ठी!

पूरी तैयारी के बाद भी नहीं खेल पाएगी गोकुलाम केरला की महिला टीम.

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गोकुलाम केरला एफसी की महिला फुटबॉल टीम (फोटो: ट्विटर)

मंगलवार, 16 अगस्त को FIFA ने भारतीय फुटबॉल को चलाने वाली संस्था ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) को तुरंत प्रभाव से बैन कर दिया. FIFA द्वारा ये कदम भारतीय फुटबॉल फेडरेशन में लंबे समय से चल रहे विवाद और इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के दखल के चलते उठाया गया. FIFA के इस कदम के बाद भारतीय फुटबॉल को बड़ा झटका लगा है. 

इस बैन के चलते जहां एक ओर नेशनल टीम्स अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं खेल पाएंगी. वहीं भारतीय फुटबॉल क्लब्स भी कॉन्टिनेंटल इवेंट्स में हिस्सा नहीं ले पाएंगे.

AFC विमेंस क्लब चैंपियनशिप (AFC Women’s Club Championship) में हिस्सा लेने गई गोकुलाम केरला एफसी विमेन टीम (Gokulam Kerala FC womens team) को इस बैन से सबसे बड़ा नुकसान हुआ है. फीफा के बैन के चलते टीम अब इस प्रतियोगिता में भाग नहीं ले पाएगी. टीम की 23 महिला सदस्य इस इवेंट में खेलने के लिए उज़्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद गयी थीं. और बैन के चलते वो अब वहां फंस गयी हैं.

इसकी जानकारी गोकुलाम केरला एफसी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर साझा की. इस ट्वीट में क्लब ने प्रधानमंत्री कार्यालय को एक पत्र लिखा है. इस पत्र में उनसे इस बैन में हस्तक्षेप करने और टीम को AFC चैंपियनशिप में भाग लेने में मदद करने का अनुरोध किया गया है. गोकुलाम केरला एफसी की ओर से लिखे इस लेटर में प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए ये कहा गया,

‘हमारा क्लब गोकुलाम केरला एफसी वर्तमान में भारतीय विमेंस फुटबॉल की चैंपियन टीम है. हमने 26 मई 2022 को भारत का चैंपियन क्लब बनने के बाद 23 अगस्त, 2022 को उज़्बेकिस्तान के कार्षि में होने वाले AFC विमेंस क्लब चैंपियनशिप के लिए सीधा क्वॉलिफाई कर लिया था.

इसी क्रम में हमारी टीम 16 अगस्त 2022 को कोझीकोड से उज़्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद पहुंची. वहां पहुंचने पर हमें विभिन्न मीडिया आउटलेट्स के ज़रिए पता चला कि FIFA ने AIFF पर बैन लगा दिया. और इसलिए भारतीय फुटबॉल क्लब तब तक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने के हकदार नहीं हैं, जब तक कि यह बैन हटा नहीं लिया जाता.

AFC चैंपियनशिप में हमारा पहला मैच 23 अगस्त को ईरान के खिलाफ होना था. जिसके लिए हमने 18 जून से लगतार 60 दिन तैयारी की थी. और फिर 16 अगस्त को ताशकंद पहुंचे थे. इस दौरान 16 अगस्त को एशियन फुटबॉल कन्फेडरशन ने AIFF को एक पत्र भेज बताया कि हमारा क्लब अब AFC चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए योग्य नहीं है. साथ ही AIFF की ओर से भी हमें ऐसा कोई मेल या लेटर नहीं आया है, जिसमें ये स्पष्ट हो सके कि फीफा का बैन कुछ दिनों में हटा लिया जाएगा.

हमारे क्लब की विमेन टीम में 23 महिला खिलाड़ी शामिल हैं जिनकी औसत उम्र 21 साल है. महिला टीम को ताशकंद पहुंचने पर निराशा हाथ लगी, जिससे उनका मानसिक और शारीरिक मनोबल प्रभावित है.

हमारे क्लब की चैंपियन विमेन टीम को बिना उनकी गलती के AFC विमेंस क्लब चैंपियनशिप के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया है. अतः हम पीएमओ के अधिकारियों से इस मामले में हस्तक्षेप करने और फीफा बैन को रद्द करने के लिए सभी प्रयास करने का अनुरोध करते हैं. साथ ही हम ये आग्रह भी करते हैं कि हमारे क्लब को AFC चैंपियनशिप में भारत के चैंपियन क्लब के रूप में शामिल होने की अनुमति भी प्रदान करें.

हमारे प्रधान मंत्री का सपना भारत को एक सुपर पावर बनाना और दुनिया में नंबर 1 बनना है. एक छोटे स्टार पर ही लेकिन हमारे क्लब ने 2019 से भारतीय चैंपियन क्लब बनकर भारत में महिला फुटबॉल को बढ़ाने के प्रयासों का नेतृत्व किया है. लेकिन इस तरह का अप्रत्याशित बैन भारत को एशिया का नंबर एक महिला फुटबॉल राष्ट्र बनने के लिए हमारे प्रयासों के लिए हानिकारक नहीं होना चाहिए. इसलिए हम पुनः आग्रह करेंगे अधिकारियों द्वारा इस मामले में उचित प्रयास किये जाएं और हमें इस इवेंट में हिस्सा लेने का मौका प्रदान किया जाए.’

बैन हटाने को लेकर FIFA की तरफ से जारी बयान में ये बताया गया कि AIFF से सस्पेंशन तभी हटाया जाएगा, जब इसके ऑफिशल्स पूरी तरह से पावर में आ जाएंगे. साथ ही वो इसमें रोजाना होने वाली गतिविधियों पर नजर रखेंगे.

FIFA ने AIFF को बैन करने से पहले किन देशों पर बैन लगाया है?