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2007-2021 के बीच ऐसे कभी नहीं हारे लेकिन 2022 में तीन हार देख ली!

'बेस्ट बोलिंग लाइनअप' और राहुल द्रविड़ इस स्टैट से कैसे छुपेंगे?

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बुमराह-शमी और द्रविड़ इस स्टैट का क्या जवाब देंगे? (Courtesy: AP)

इंडिया की पेस बोलिंग की डेप्थ से दुनिया जलती है - इयन चैपल

इंडिया का पेस बोलिंग यूनिट दुनिया का बेस्ट है - डेल स्टेन

भारत जैसा फास्ट बोलिंग यूनिट किसी के पास नहीं - स्टीव वॉ

क्रिकेट के कई दिग्गजों ने पिछले कुछ सालों में इंडियन पेस बोलिंग अटैक को लेकर ऐसी ढेरों बातें की हैं. टीम इंडिया के मौजूदा हेड कोच राहुल द्रविड़ ने भी 2020 में कहा था कि ये भारत के इतिहास का बेस्ट पेस बोलिंग अटैक है. ये सारी बातें सही भी हैं. लेकिन फिर भी कहीं ना कहीं एक कमी इस लाइनअप में अब नज़र आने लगी है. ये हम नहीं एक स्टैट बता रहा है. और ये स्टैट ऐसा है जो इंडियन फ़ैन्स को चिंता में डाल देगा.

इंग्लैंड ने भारत को पांचवें टेस्ट में सात विकेट से हराया है. आखिरी पारी में भारतीय बल्लेबाज़ों ने इंग्लैंड के सामने 378 रन का टार्गेट सेट किया था. आमतौर पर 300 से ज्यादा का टार्गेट टेस्ट क्रिकेट में मुश्किल लक्ष्य माना जाता है. लेकिन बेन स्टोक्स की नई इंग्लैंड टीम ने पूरी दुनिया को चौंकाते हुए 378 के इस स्कोर को बौना साबित कर दिया. इंग्लैंड ने बड़ी आसानी से इंडिया के इस टार्गेट को चेज़ कर सीरीज़ 2-2 से ड्रॉ कर ली.

लेकिन क्या ये सिर्फ इंग्लैंड की अच्छी बैटिंग से हुआ? एक फैक्ट आपको बताते हैं. पिछले तीन ओवरसीज़ टेस्ट में भारतीय टीम स्कोर डिफेंड करने में असफल रही है. साउथ अफ्रीका के खिलाफ जनवरी में खेली गई टेस्ट सीरीज़ में भारतीय गेंदबाज़ 240 और 212 रन का टार्गेट डिफेंड नहीं कर पाए थे. विराट कोहली-रवि शास्त्री एरा में लास्ट इनिंग्स में विरोधी टीम को ऑलआउट करना इंडियन टीम की ख़ासियत बन गई थी. लेकिन अब ऐसा होता नहीं दिख रहा है.

साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत ने पहला टेस्ट 113 रन से जीता. दूसरे टेस्ट में भारत की कप्तानी केएल राहुल ने की. इसी मैच में साउथ अफ्रीकी टीम ने 243 रन का टार्गेट चेज़ कर लिया. तीसरे टेस्ट में विराट वापस आए. लेकिन उनके गेंदबाज़ भी 212 के स्कोर को डिफेंड नहीं कर पाए. अब इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें दिन इंग्लैंड के जो रूट और जॉनी बेयरस्टो ने एक बार फिर इंडियन बोलर्स के प्लान को चौपट कर दिया. ये हार सबसे ज़्यादा डराने वाली इसलिए भी है क्योंकि इतना बड़ा स्कोर ना तो कभी इंग्लैंड ने चेज़ किया था और ना ही कभी भारत ने चेज़ करवाया था. 

200 या 250 का स्कोर चेज़ होता क्रिकेट में देखा है. लेकिन जब 378 जैसा स्कोर भी डिफेंड न हो पाए, तब गेंदबाज़ी पर सवाल उठना लाज़मी हो जाता है. राहुल द्रविड़ को भी इस पर ध्यान देना पड़ेगा. द्रविड़ की कोचिंग में भारत के बाहर ये लगातार तीसरा टेस्ट है जब भारतीय टीम की हार हुई है. गौरतलब है कि ये तीनों मैच इंडिया ने डिफेंड करते हुए गंवाए हैं. आपको ये भी बता दें कि 2007-2021 के बीच इंडिया ने कोई भी टेस्ट नहीं हारा था. जिसमें उन्होंने 200 से ज्यादा का टार्गेट सेट किया हो.

लेकिन इस हार के बाद चौथी पारी में हमारी गेंदबाज़ी के प्लान्स पर सवाल उठने लाज़मी हैं. इंडिया की टीम इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ T20 और वनडे सीरीज़ खेलेगी. इस सीरीज़ का पहला T20 मैच 7 जुलाई को रोज़ बाउल क्रिकेट ग्राउंड में खेला जाएगा.

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