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IndvsZim: एक ओवर में 7, एक में 5 और फिर एक में 7 गेंद, मैच में हुई ये कैसी गलती?

1999 में जो हुआ, वो सुनकर तो आपके होश उड़ जाएंगे.

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जिम्बाब्वे के खिलाफ बॉलिंग करते हुए कुलदीप यादव (Courtesy: AP)

इंडिया ने जिम्बाब्वे को तीसरा वनडे मैच हराकर 3-0 से सीरीज़ जीत ली है. इस मैच में युवा बैट्समैन शुभमन गिल ने 130 रन की पारी खेल इंडिया को 289 तक पहुंचाया. चेज़ करते हुए जिम्बाब्वे ने 276 रन बनाए. सिकंदर रज़ा ने 115 रन बनाकर इंडियन बॉलर्स को बहुत परेशान किया. एक वक्त तो वो मैच भी भारत से छीनते दिख रहे थे. लेकिन आखिर में उनके कैच आउट होने से ज़िम्बाबवे इस मुकाबले में पिछड़ गया. 

इंडिया ने जिम्बाब्वे के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला लिया. 63 रन की साझेदारी तब टूटी जब ब्रैड एवन्स ने केएल राहुल को चलता किया. इसके बाद क्रीज़ पर आए शुभमन गिल. शुभमन ने आते ही अपने शॉट्स खेलने शुरू कर दिए और रनरेट की रफ्तार को बनाए रखा. धवन के आउट होने के बाद ईशान किशन ने शुभमन का साथ निभाया. किशन ने 61 बॉल में 50 रन की पारी खेली.

चेज़ करते हुए जिम्बाब्वे के बल्लेबाज़ों ने कमाल की बैटिंग की. शॉन विलियम्स ने 45 रन की पारी खेली. इसके बाद होम टीम के फ़ैन्स ने सिकंदर रज़ा की बैटिंग को खूब एन्जॉय किया. सिकंदर ने धीमी शुरुआत की लेकिन धीरे-धीरे अपनी रफ्तार बढ़ाई. सिकंदर ने 49वें ओवर तक बैटिंग की और अपनी टीम को जीत के करीब ले गए. लेकिन उन्हें दूसरे छोर से कोई साथ नहीं मिला. सिकंदर ने 95 बॉल में 115 रन बनाए और इंडियन बॉलर्स को प्रेशर में डाल दिया. सिकंदर के आउट होने के बाद जिम्बाब्वे की उम्मीद और चेज़ दोनों खत्म हो गए. इंडिया ने ये मैच 13 रन और सीरीज 3-0 से जीत ली.

दोनों टीम्स के खेल के अलावा इस मैच के दौरान अंपायर्स ने ऐसी गलती कर दी, जो इंटरनेशनल लेवल पर तो स्वीकार नहीं की जा सकती.  

#Umpires' mistake

ज़िम्बाब्वे की पारी के 32वें ओवर में कुलदीप यादव के हाथ में गेंद थी. इस ओवर में अंपायर्स की गलती के चलते कुलदीप ने सात गेंदें फेंकी. जो कि नियमों के खिलाफ़ है. एक ओवर गेंदबाज़ छह ही गेंदें फेंक सकता है.  हालांकि जब अंपायर्स का इस ओर ध्यान गया तो बाद में इस गलती को सुधार लिया गया.

कुलदीप यादव ने जब 32वें ओवर में 7 गेंदें फेंक दी तब अगला ओवर यानि 33वें ओवर में तेज़ गेंदबाज़ दीपक चाहर से सिर्फ 5 गेंदें करवाई गईं. इसके बाद कुलदीप यादव 36वां ओवर फेंकने आए तो इस ओवर की पहली गेंद दीपक चाहर ने फेंकी और इसके बाद चाहर का कोटा जो उस ओवर तक 7.5 का था उसे 8 ओवर करवा दिया.

अब कुलदीप ने जब 36वां ओवर पूरा कर लिया तब उनका स्पैल 9.5 ओवर का हो गया. इसके बाद अंपायर ने 37वें ओवर की पहली गेंद कुलदीप यादव से फिंकवाकर उनके 10 ओवर का स्पैल पूरा करवाया.

37वें ओवर को शार्दुल ठाकुर ने पूरा किया और इसके बाद उनका कोटा 4.5 ओवर का हो गया. फिर अंपायर ने शार्दुल के ओवर की गेंदें पूरी करवाने के लिए जब वो 39वां ओवर फेंकने आए तब उस ओवर में उनसे 7 गेंदें फिंकवाई और उनका छठा ओवर पूरा करवाया.

यानी कुलदीप यादव के एक ओवर में ज्यादा गेंद फेंकने की वजह से शार्दुल ठाकुर को भी एक ओवर में सात गेंदें फेंकनी पड़ी. हालांकि बाद में अंपायर्स ने सभी गेंदबाज़ों के ओवर पूरे करवा लिए. लेकिन ये एक बड़ी गलती है.

ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि इंटरनेशनल क्रिकेट में एक ओवर में सात बॉल डाले गए हों. 2022 में विमेंस वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका-पाकिस्तान के मैच में भी ऐसा हुआ था. 

ख़ैर, अंपायर्स को ऐसी गलतियां ना हो, इसका ध्यान रखना चाहिए. करीबी मुकाबलों में एक बॉल बहुत मंहगी पड़ सकती है. क्रिकेट ने ऐसा एक नहीं, कई बार देखा है.

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