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क्रिकेट के लिए पापा का सपना तोड़ने वाले अर्शदीप, जिन्हें लोग खालिस्तानी बता रहे!

अर्शदीप ने कनाडा को ना कहकर, भारत के लिए क्रिकेट खेलना चुना था.

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रोहित शर्मा - अर्शदीप सिंह (फोटो - AP)

अर्शदीप सिंह. टीम इंडिया के तेज़ गेंदबाज. अंत के ओवर्स में टीम के लिए शानदार गेंदबाजी करने वाले खिलाड़ी. सटीक यॉर्कर्स और रन ना देने के लिए अर्शदीप की खूब तारीफ़ की जाती है. लेकिन इंडिया वर्सेज़ पाकिस्तान (IndvsPak) मुकाबले में उनके आखिरी ओवर से ज्यादा चर्चा कैच ड्रॉप की हो रही है.

मुकाबले में उन्होंने पाकिस्तानी इनिंग्स के 18वें ओवर में आसिफ अली का कैच ड्रॉप कर दिया था. और इस कैच ड्रॉप को पाकिस्तान के खिलाफ इंडिया की हार का कारण बताया जा रहा है. इस पूरे बवाल के बाद अर्शदीप को सोशल मीडिया पर खूब ट्रोल किया गया. जिसके बाद कई क्रिकेटर्स उनके सपोर्ट में उतरे.

आकाश चोपड़ा ने अपनी प्रोफाइल पर उनकी फोटो लगाई. अभिनव मुकुंद और हरभजन सिंह ने उनके सपोर्ट में आकर ट्वीट किया. हरभजन ने लिखा,

'अर्शदीप सिंह पर निशाना साधना बंद करो. कोई भी खिलाड़ी जानबूझकर कैच नहीं छोड़ता. हमें अपने देश के खिलाड़ियों पर गर्व है. पाकिस्तान ने बेहतर खेला. ऐसे लोग जो इस प्लेटफॉर्म पर अर्शदीप और टीम को घटिया बातें कहकर अपने ही देश के खिलाड़ियों को नीचा दिखाते है, उन्हें शर्म आनी चाहिए. अर्श गोल्ड हैं.'

खैर, इन सारी बातों के बीच हमने सोचा कि क्यों ना आपको अर्शदीप से जुड़ी वो बातें बताई जाएं, जो कम ही लोगों को पता हैं.

# जब अर्शदीप ने डेब्यू पर तोड़ा सालों पुराना रिकॉर्ड!

अर्शदीप को हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई T20I सीरीज़ में डेब्यू करने का मौका मिला था. और उन्होंने पहले ही मैच में बता दिया था कि वो यहां टिकने के लिए आए हैं. 3.3 ओवर के अपने स्पेल में अर्शदीप ने कुल 18 रन देकर दो विकेट निकाले थे. और इससे भी बड़ी बात ये, कि उन्होंने इस फॉर्मेट में अपना पहला इंटरनेशनल ओवर मेडन डाला था.

यानी अपने पहले ओवर में अर्शदीप ने बल्लेबाज को एक भी रन नहीं लेने दिया. और ऐसा करते ही वो ये कारनामा करने वाले तीसरे गेंदबाज बन गए. और तो और, इंडियन क्रिकेट फ़ैन्स ने 16 साल बाद किसी गेंदबाज को डेब्यू पर ऐसा करते हुए देखा. इनसे पहले साल 2006 में झूलन गोस्वामी ने ऐसा किया था. अजित आगरकर भी ऐसा कर चुके हैं.

# अर्शदीप ने जब इंडियन जर्सी पहनने के लिए मांगा बस एक साल

अब आपको उस क़िस्से पर लेकर आते हैं, जब अर्शदीप ने क्रिकेट के लिए पापा से बस एक साल का समय मांगा था. दरअसल बात ऐसी थी कि अर्शदीप के पिता जी चाहते थे कि उनका बेटा कनाडा जाए. वहां जा कर अच्छी नौकरी ढूंढ़े और वहीं सैटल हो जाए. यहां आप पंजाब और कनाडा से जुड़े कई स्टीरियोटाइप्स या जोक याद कर सकते हैं.

ख़ैर, मध्यप्रदेश के गुना में जन्मे अर्शदीप के पिता जी साल 2017 में उनके पीछे पड़ गए. वो चाहते थे कि बेटा कनाडा जाकर अपना फ्यूचर सेट कर ले. लेकिन अर्शदीप ये चाहते ही नहीं थे. बड़ी मुश्किल से गिड़गिड़ाते हुए, हिम्मत कर उन्होंने अपने पिता जी को बताया कि भई, मैं क्रिकेट खेलना चाहता हूं. बस आप मुझे एक साल का समय दे दो.

काफी मनौने के बाद पिता जी भी राजी हो गए. और किस्मत देखिए, यही साल अर्शदीप के करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ. पंजाब की अंडर-19 क्रिकेट टीम ने उनको चुन लिया. यहां से फिर अगले साल हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप में वो पृथ्वी शॉ की कप्तानी में गई टीम इंडिया का भी हिस्सा रहे.

अंडर 19 विश्वकप जीतने के बाद अर्शदीप वापस अपने पिता जी के पास बात करने गए थे. कनाडा का ज़िक्र करते हुए उन्होंने अपने पिता से कहा, 

‘पापा, कनाडा तो जाऊंगा. लेकिन छुट्टियां मनाने. सेटल होने के लिए नहीं.'

हालांकि अर्शदीप के लिए अंडर 19 विश्व कप बहुत खास नहीं गुजरा, लेकिन इसके बाद उन्होंने राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर खुद पर काफी काम किया. IPL में अपनी टीम पंजाब किंग्स (Punjab Kings) के लिए उन्होंने कई शानदार परफॉर्मेंस दी. और टीम इंडिया में अपनी जगह कमाई. अर्शदीप के आंकड़े देखें तो उन्होंने अभी तक कुल नौ T20I मैच खेले हैं. जिसमें 7.26 की इकॉनमी से उनके नाम कुल 13 विकेट हैं.

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