The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

'टी20 में अब जरूरत नहीं...'. गावस्कर कोहली को गलत, रोहित शर्मा को सही क्यों बता गए?

रोहित ने कहा- "माइंडसेट नहीं बदलेंगे तो बुरी तरह हारेंगे.'

post-main-image
गावस्कर ने एंकर रोल के बारे में बताया (IPL/Twitter)

T20 क्रिकेट में एंकर रोल को लेकर आजकल काफी चर्चा हो रही है. इसको लेकर पहले विराट कोहली (Virat Kohli) और फिर रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने भी खुलकर बात की है. जहां कोहली ने T20 क्रिकेट में एंकर रोल को महत्वपूर्ण माना है, वहीं रोहित की राय उनसे बिल्कुल अलग है. ऐसे में दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने भी इस रोल को लेकर अपनी राय रखी है. किसने क्या कहा इस पर लौटेंगे लेकिन पहले ये जान लीजिए कि ऐंकर रोल होता क्या है.

एंकर रोल का मतलब होता है कि क्रीज पर मौजूद एक बैटर संभलकर बैटिंग करें और पारी को आगे बढ़ाए. इस दौरान वो ज्यादा रिस्की शॉट ना खेलें. और ऐसा करने पर जाहिर है कि खिलाड़ी का स्ट्राइक रेट कुछ कम हो सकता है.

अब इस रोल से रोहित शर्मा इत्तेफाक नहीं रखते. एलिमिनेटर में लखनऊ सुपरजाइंट्स को हराने के बाद जीओ सिनेमा से बात करते हुए रोहित शर्मा ने इसको लेकर बात की थी. उन्होंने कहा कि जैसा कि 

मैं देखता हूं, अब एंकर का कोई रोल नहीं है. इन दिनों टी20 क्रिकेट इसी तरह से खेला जाता है. जब तक कि आप 20 रन पर तीन या चार विकेट नहीं गंवा देते कम से कम तब तक तो जरूरत नहीं है. और ऐसा हर दिन नहीं होने वाला है. थोड़ी देर में आप ठीक स्थिति में होंगे और फिर किसी को पारी को आगे बढ़ाना होगा और एक अच्छे स्कोर पर खत्म करना होगा. अब एंकर की कोई भूमिका नहीं है, लोग अलग तरह से खेल रहे हैं. आप अपना माइंडसेट नहीं बदलेंगे तो बुरी तरह हारेंगे.'

इससे पहले विराट कोहली भी इस पर अपनी बात कह चुके हैं. उनकी राय रोहित से अलहदा थी. उन्होंने एंकर रोल एक महत्वपूर्ण रोल बताया था. उन्होंने कहा कि 

'निश्चित रूप से ये एक महत्वपूर्ण भूमिका है. मैं इससे पूरी तरह सहमत हूं. ऐसे कई लोग हैं जो खुद उस स्थिति में नहीं होने के कारण खेल को अलग तरह से देखते हैं. अचानक जब पावरप्ले हो जाएगा तो वे कहेंगे ‘ओह, उन्होंने स्ट्राइक रोटेट करना शुरू कर दिया है. जब आप पावरप्ले में एक भी विकेट नहीं गंवाते हैं, तो आमतौर पर विरोधी टीम का सबसे अच्छा खिलाड़ी गेंदबाजी करने आता है. आप यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि पहले दो ओवरों में उसके खिलाफ क्या करना है, ताकि आप आखिरी दो ओवरों में कुछ बड़ा हासिल कर सकें. इससे उस प्लेयर की और बाकी बची टीम की पारी काफी आसान हो जाती है.’

गावस्कर ने क्या कहा?

गावस्कर से रोहित के एंकर रोल को लेकर दिए गए बयान पर सवाल पूछा गया. जिसका जवाब देते हुए सनी पाजी ने स्पोर्ट्स टुडे से कहा,

‘मुझे लगता है कि एंकर से उनका मतलब यह है कि पहले छह ओवर में आराम से खेलने के दिन चले गए हैं. मेरा मानना है कि रोहित ने जैसा कहा T20 क्रिकेट खेलने का सही तरीका वही है. क्योंकि उन छह ओवरों में बल्लेबाजों के पास रन बनाने का सबसे ज्यादा मौका होता है. 30 मीटर के घेरे के बाहर केवल दो फील्डर होने के कारण बहुत रन बनाए जा सकते हैं.’

अब आप खुद ही समझ ही गए होंगे कि गावस्कर ने कोहली और रोहित में से किसे सही माना है. 

बात अगर खिलाड़ियों के रिकॉर्ड की करें तो विराट कोहली ने भारत के लिए 115 T20 मैच में 137.97 की स्ट्राइक रेट से 4008 रन बनाए हैं. वहीं रोहित शर्मा ने 148 T20I मैच 139.25 के स्ट्राइक रेट से 3853 रन बनाए हैं. हालांकि दोनों प्लेयर्स के स्ट्राइक रेट में ज्यादा अंतर नहीं है, लेकिन रोहित जब फॉर्म में होते हैं तो वो ताबड़तोड़ बैटिंग करने में ज्यादा भरोसा जताते हैं.
 

वीडियो: मुंबई इंडियंस के बॉलर आकाश मधवाल का ऋषभ पंत से क्या कनेक्शन है?