भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच पांच मैच की T20I सीरीज़ खेली जा रही है. और इसी दौरान भारत की अगली सीरीज़ के लिए टीम का ऐलान भी कर दिया गया है. BCCI ने शनिवार, 30 जुलाई को जिम्बाब्वे के खिलाफ 18 अगस्त से शुरू हो रही तीन मैच की वनडे सीरीज़ के लिए 15 सदस्यों वाली टीम की घोषणा की है. इस टीम से एक बार फिर भारत के कई सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया है.
रोहित शर्मा, ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या जैसे सीनियर खिलाड़ी वेस्टइंडीज़ के खिलाफ़ T20I सीरीज़ के बाद ज़िम्बाब्वे के खिलाफ़ खेलते नहीं दिखेंगे. वहीं इनके अलावा टीम इंडिया के सीनियर मेंबर विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह को भी आराम दिया गया है. विराट और बुमराह मौजूदा T20I सीरीज का हिस्सा भी नहीं हैं.
ज़िम्बाब्वे के खिलाफ़ कप्तानी की ज़िम्मेदारी एक बार फिर शिखर धवन को सौंपी गई है. उन्होंने हाल में ही अपनी कप्तानी में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ़ भारत को वनडे सीरीज़ में क्लीनस्वीप करवाया है. लेकिन ऐसा भी नहीं है कि टीम के फुलटाइम कप्तान रोहित शर्मा की जगह हर बार शिखऱ ही टीम की कप्तानी कर रहे हों. भारत ने कई सीरीज़ में अलग-अलग कप्तान आज़माए हैं. इसी पर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर राशिद लतीफ ने भारतीय क्रिकेट पर एक बड़ा कमेंट किया है.
# Team India Captaincy
राशिद का मानना है कि भारत भी वो ही गलती दोहरा है, जो कभी पाकिस्तान ने दोहराई थी. राशिद ने याद दिलाया है कि जिस तक 1990 के दशक में पाकिस्तान ने बिना कुछ हासिल किए कई कप्तान आज़माए थे, भारत भी अब वही गलती दोहरा रहा है. भारतीय टीम मैनेजमेंट ने इस साल की शुरुआत से अब तक सात कप्तानों को आज़माया है. नियमित कप्तान रोहित शर्मा को जून में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ़ भारत की घरेलू T20I सीरीज़ और बाद में आयरलैंड दौरे के लिए भी आराम दिया गया था. और अब रोहित ज़िम्बाब्वे के खिलाफ़ भी वनडे सीरीज़ का हिस्सा नहीं होंगे.
राशिद लतीफ ने अपने यूट्यूब चैनल पर इस बारे में बात की. उन्होंने कहा,
'हर कोई बैकअप की बात करता है. लेकिन उन्होंने पिछले एक साल में सात बैकअप कप्तान बनाए हैं. ऐसा भारत के इतिहास में पहली बार देखने को मिल रहा है. विराट कोहली, केएल राहुल, रोहित शर्मा, शिखर धवन, ऋषभ पंत, जसप्रीत बुमराह... ये भी वही गलती दोहरा रहे हैं, जो 1990 के दशक में पाकिस्तान ने की थी.'
दरअसल 90s के दशक में पाकिस्तान क्रिकेट में कप्तानों की बाढ़ आ गई थी. पाकिस्तान ने विश्वकप जीतने के बाद के सालों में वसीम अकरम, वकार यूनुस, सलीम मलिक, रमीज़ राजा, सईद अनवर, आमिर सोहेल और राशिद लतीफ को भी कुछ मैच के लिए बतौर कप्तान आज़माया था. बाद में मोईन खान और फिर इंज़माम के आने पर टीम को एक स्थिर कप्तान मिल पाया.
# रोहित रेस्ट और राहुल की इंजरी ने बढ़ाई समस्या
दरअसल रोहित शर्मा इस समय टीम इंडिया के कप्तान हैं. लेकिन T20I वर्ल्डकप और भारत के बिज़ी शेड्यूल को ध्यान में रखते हुए BCCI उन्हें लगातार रेस्ट दे रहा है. दूसरी तरफ टीम इंडिया के उप-कप्तान केएल राहुल भी चोट की वजह से IPL के बाद से टीम इंडिया से बाहर हैं. ऐसे में टीम इंडिया भविष्य को ध्यान में रखते हुए कप्तानी के विकल्पों की तलाश में है.
इसी वजह से पिछले महीने हमने ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या को कप्तान के रूप में अपनी पहली कैप सौंपी. इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट मैच में तेज़ गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को कप्तानी सौंपी गई. वहीं शिखर धवन लगातार वनडे में कप्तानी कर ही रहे हैं. इसीलिए लतीफ को लगता है कि भारत कप्तानी में बहुत ज़्यादा प्रयोग कर रहा है.
# भारत को चाहिए दादा, धोनी जैसा कप्तान
भारतीय टीम में ट्रायल बेसिस पर आए इतने सारे कप्तानों को देखने के बाद राशिद लतीफ को लगता है कि भारत को अब एक ऐसा स्थिर कप्तान चाहिए जिसमें भारत के कई पूर्व कप्तानों के गुण हों. उन्होंने कहा,
'भारत को न तो कोई बढ़िया ओपनिंग बल्लेबाज़ मिला है, और न ही उनके पास एक स्थिर मध्यक्रम है. उन्हें बस एक नया कप्तान चाहिए. कोई भी कप्तान उनके लिए लगातार नहीं खेल रहा. केएल राहुल अनफिट हैं, रोहित पहले अनफिट थे, विराट मानसिक रूप से फिट नहीं हैं. ऐसे में उन्हें इस बारे में सोचना होगा. वे इतने सारे कप्तान बदल रहे हैं. इस वक्त भारत को सौरव गांगुली, एमएस धोनी या विराट कोहली जैसे लीडर की ज़रूरत है.'
भारतीय टीम में कप्तानी की समस्या विराट कोहली के कप्तानी से हटने के बाद से शुरू हुई है. टीम इंडिया का कैलेंडर इतना बिज़ी है कि रोहित फिटनेस की वजह से हर फॉर्मेट में लगातार नहीं खेल पा रहे. ऐसे में टीम इंडिया को भविष्य के लिहाज़ से ही सही लेकिन एक निश्चित कप्तान की ज़रूरत है.
वेस्ट इंडीज़ को हराते ही धवन ने कौन सा रिकॉर्ड बनाया!