The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

सिर्फ संजू ही नहीं, इन खिलाड़ियों के साथ भी ग़लत कर रही है टीम इंडिया!

संजू के साथ इनको भी याद करो!

post-main-image
संजू सैमसन (फोटो - सोशल)

संजू सैमसन. सोशल मीडिया चलाते होंगे तो आपको टीम इंडिया के मुकाबले वाले दिन ये नाम आसानी से टॉप ट्रेंड्स में मिल जाएगा. इसका कारण है, संजू को टीम इंडिया में उनकी काबिलियत के हिसाब से मौके नहीं मिल रहे हैं. संजू के अलावा उन खिलाड़ियों को लगातार मौके दिए जा रहे हैं जो आउट ऑफ फॉर्म हैं. 

ये बात होते-होते कई दिन हो गए हैं. लगातार हम ये सुन रहे हैं कि संजू को टीम में लिया लेकिन प्लेइंग इलेवन में नहीं. लेकिन उसके आगे-पीछे भी बहुत कुछ है. ये कहानी सिर्फ संजू की नहीं है. ये कहानी और भी कई भारतीय खिलाड़ियों की है. जो टीम इंडिया में होना डिज़र्व करते हैं. लेकिन उन्हें भी टीम बस में घुमाकर वापस घर भेज दिया जाता है. 

चलिए फिर, संजू जैसे और खिलाड़ियों की चर्चा करते है. 

#Rahul Tripathi 

राहुल त्रिपाठी. साल 2022 का IPL राहुल के लिए शानदार गुज़रा था. उससे पहले के IPL सीजंस भी उनके लिए ठीक ठाक ही थे, जिसमें उनका इंटेंट एकदम क्लियर रहा. बिल्कुल वैसा, जैसा आजकल कुछ ही इंडियन खिलाड़ियों में दिख रहा है.

राहुल ने साल 2022 के IPL सीज़न में 14 मैच में 413 रन बनाए थे. 37.55 की एवरेज और 158.24 की स्ट्राइक रेट से. राहुल का ये सीज़न देखकर फ़ैन्स ने हल्ला काट दिया, कि राहुल को टीम इंडिया में होना चाहिए. उनको कुछ दौरों के लिए सेलेक्ट भी किया गया. लेकिन मौके? निल. ज़ीरो. 

इसमें भी सेलेक्शन कमिटी को राहुल के लिए सिर्फ वनडे टीम में जगह दिखती है. और भी मज़े की बात ये है कि सेलेक्शन कमिटी को वो हर वनडे सीरीज़ के लिए चाहिए भी नहीं. IPL के बाद से हुई पांच वनडे सीरीज में से उनको कुल दो सीरीज़ के लिए सेलेक्ट किया गया. और बाकी सभी T20I सीरीज़ में से राहुल को सिर्फ ऑयरलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ़ हुए पहले मैच के स्क्वॉड का भी हिस्सा बनाया. लेकिन खिलाया कभी नहीं गया. 

अब आपको बताते हैं राहुल त्रिपाठी की करंट फॉर्म. बीती 10 लिमिटिड ओवर डॉमेस्टिक पारियों में राहुल ने तीन शतकीय और दो अर्धशतकीय पारियां खेली हैं. लेकिन फिर भी प्लेइंग इलेवन दूर की कौड़ी लगती है. ऐसे में इंडियन क्रिकेट इनके साथ क्या कर रहा है, ये तो बड़े लोग ही बता सकते हैं. 

#Ruturaj Gaikwad 

रुतुराज. रीसेंट ही विजय हज़ारे ट्रॉफी में 220 रन की पारी खेल गर्दा उड़ाया है. IPL में ये खिलाड़ी कमाल करता है. और गेम को कैसे चलाना है ये तो बड़े ही अच्छे से जानता है. दौड़ने के साथ साथ गेंद को स्टैंडस में भेजना इन साहब को अच्छे से आता है. IPL और डॉमेस्टिक के आंकड़े तो ऐसा ही दिखाते हैं. 

साल 2021 के IPL में 16 मैच में 635 रन, 45.35 की एवरेज और 136.26 की स्ट्राइक रेट. साल 2022 का IPL, 14 मैच में 368 रन, 26.29 की एवरेज और 126.46 की स्ट्राइक रेट. हो सकता है कुछ लोग कहें कि स्ट्राइक रेट के मामले में रुतुराज थोड़ा पिछड़ रहे हैं. लेकिन लेकिन वनडे के लिहाज़ से तो अच्छे हैं ना..? लेकिन मौके कितने मिले? कुल एक. कब? लखनऊ में साउथ अफ्रीका के खिलाफ हुए पहले वनडे मैच में. 

ऐसा नहीं है रुतुराज को सिर्फ एक बार ही वनडे सीरीज़ में चुना गया. उन्हें IPL 2022 के बाद खेली पांच वनडे सीरीज़ में से कुल तीन सीरीज़ में टीम के साथ रखा गया. इनके अलावा ऐसा भी नहीं है कि रुतु को T20I सीरीज़ में एकदम साइड कर दिया गया. उन्हें साउथ अफ्रीका, आयरलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ़ भी पहले T20 मैच के स्क्वॉड में रखा गया. लेकिन घुमा फिराकर बात फिर वही. मौके कितने मिले? 

खैर, आपको ये भी बता दें, टीम इंडिया भले ही रुतुराज को मौके ना दे रही हो. लेकिन हाल में खेले आठ लिमिटिड ओवर डॉमेस्टिक मुकाबलों में रुतु के नाम चार शतक हैं. वो भी एक ओवर में सात छक्कों वाले रिकॉर्ड के साथ. 

#Venkatesh Iyer 

KKR को अपने दम पर साल 2021 का फाइनल खिलाने वाले प्लेयर वेंकटेश अय्यर. साल 2021 के 10 मैच में 41.11 की एवरेज और 128.47 की स्ट्राइक रेट से वेकेंटेश ने 370 रन बनाए. साथ में गेंदबाजी भी कर लेते हैं. आनन-फानन में ये सब देखकर इंडियन मैनेजमेंट ने इनको अपने कुशल ऑल-राउंडर हार्दिक पंड्या का रिप्लेसमेंट मान लिया. 

जब हार्दिक अनफिट थे, तब तक वेंकटेश ने टीम के लिए कुछ मुकाबले खेले भी. T20I मैच में नीचे बल्लेबाजी करते हुए वेंकटेश ने नौ मैच की सात पारियों में 162.19 की स्ट्राइक रेट से 133 रन बनाए और चार इनिंग्स में पांच विकेट भी निकाली. वनडे में उनको कुल दो मैच खेलने का मौका मिला. 

साउथ अफ्रीका में वेंकटेश ने दो मैच में 24 रन बनाए. ये सारी कहानी IPL 2022 से पहले की है. क्योंकि फिर IPL 2022 में वेंकटेश बेहद खराब दौर से गुज़रे. और इसके बाद उनके लिए टीम में जगह बनाना भी मुश्किल हो गया, जो कि फॉर्म देखते हुए समझ आता है. 

वेंकटेश को साउथ अफ्रीका, आयरलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ पहले T20I के लिए स्क्वॉड में शामिल किया गया था. लेकिन उनकी टीम में एंट्री नहीं हो पाई. 

अगर वेंकटेश के हालिया डॉमेस्टिक परफॉर्मेंट की बात करें तो उन्होंने खेले चार T20 मुकाबलों में से दो में अर्धशतकीय पारियां खेली हैं. इनमें से एक मैच की पारी में तो उन्हें कुल 20 रन देकर छह विकेट भी निकाले है. 

क्रिकइंफो की मदद से निकालें इतने सारे ज्ञान भरे आंकड़ों से हम बस इतना ही कहना चाहते हैं कि, संजू के बीच थोड़ा फोकस इन प्लेयर्स पर भी कर लेना चाहिए. क्योंकि टीम को जो नतीजे मिल रहे हैं या फिर टीम मैनेजमेंट जो कर रही है, वो सिर्फ उनको ही पता है.  

भारत vs न्यूज़ीलैंड ODI में टीम इंडिया की हार के बाद बैटिंग की आलोचना पर श्रेयस अय्यर का जवाब सुना