BCCI अध्यक्ष सौरव गागुंली और सचिव जय शाह को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने BCCI के संविधान पर एक मामले पर चल रही सुनवाई पर कहा है कि सौरव गांगुली और जय शाह BCCI में अपने पदों पर बने रह सकते हैं. कोर्ट ने कहा कि गांगुली और शाह छह साल के लिए अध्यक्ष और सचिव रह सकते हैं. इसे तीन साल का दो टर्म माना जाएगा. जिसके बाद इन दोनों को तीन साल का कूलिंग ऑफ पीरियड लेना होगा.
BCCI पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सौरव गागुंली ने क्या कहा?
गागुंली, शाह अपने-अपने पदों पर बने रहेंगे!
BCCI के 2018 में लागू हुए संविधान में यह नियम था कि जिस भी अधिकारी ने राज्य या BCCI में दो कार्यकाल पूरे किए हैं. उन्हें तीन का कूलिंग ऑफ पीरियड पूरा करना होगा. अब इस प्रावधान से राहत देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया है कि ये कूलिंग पीरियड अब दो टर्म के बाद होगा. ये नियम सिर्फ BCCI पर ही नहीं, स्टेट एसोसिएशन्स पर भी लागू होगा.
इस केस की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा -
‘हमें ऐसा लगता है कि इस संशोधन से असली उद्देश्य पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. हम इस प्रस्तावित संशोधन को स्वीकार करते हैं.’
इसी सुनवाई के दौरान SC ने कहा -
‘BCCI द्वारा प्रस्तावित संशोधन हमारे मूल निर्णय की भावना को कम नहीं करता, इसलिए इसे स्वीकार किया जाता है.’
BCCI की याचिका में क्या था?
BCCI ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी. इस याचिका के जरिए BCCI चाहता था कि कूलिंग ऑफ पीरियड को एक टर्म की जगह दो टर्म के बाद कर दिया जाए. इससे सौरव गांगुली और जय शाह अपने-अपने पदों पर एक और टर्म रह सकेंगे. अब कोई भी पदाधिकारी तीन साल के अनिवार्य ब्रेक से पहले BCCI और किसी स्टेट एसोसिएशन को मिलाकर एक बार में अधिकतम 12 वर्ष तक अपने पद पर रह सकते हैं.
यानी छह साल BCCI या किसी स्टेट एसोसिएशन के लिए काम करने के बाद किसी भी पदाधिकारी को कूलिंग ऑफ पीरियड पर जाना होगा. ये अवधि तीन साल की है. हालांकि ऐसा तब नहीं होगा, जब कोई पदाधिकारी स्टेट एसोसिएशन से BCCI या BCCI से स्टेट एसोसिएशन जॉइन करे.
यानी अगर एक ऑफिशियल BCCI में है, तो वो छह साल के बाद कूलिंग ऑफ पीरियड पर चला जाएगा. यानी BCCI के लिए सातवें साल काम नहीं कर पाएगा. लेकिन अगर वो इसके बाद कोई स्टेट एसोसिएशन जॉइन करता है, तो वो छह साल काम कर सकता है. फिर स्टेट लेवल के लिए कूलिंग ऑफ पीरियड पर जाना होगा.
सौरव गांगुली ने 23 अक्टूबर 2019 में BCCI का अध्यक्ष पद संभाला था. उसके कुछ महीने बाद जनवरी 2021 में जय शाह BCCI के सचिव बने थे. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद गांगुली 2025 तक BCCI के अध्यक्ष रह सकते हैं. वहीं दूसरी तरफ जय शाह 2027 तक सचिव बने रह सकते हैं.
सौरव गांगुली ने क्या कहा?
BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस फैसले के बाद इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा -
‘मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता. उन्हें जो सही लगा, उन्होंने उस हिसाब से फैसला लिया. मैं फिर यही कहूंगा, मैं उनके फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता.’
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