सिंधु के मैच की बात करें तो दो ओलंपिक्स मेडल्स जीत चुकी सिंधु ने फाइनल शुरू होते ही मैच को अपने कंट्रोल में ले लिया. और सिर्फ 49 मिनट में ही मैच निपटा दिया. ये इस साल सैयद मोदी इंटरनेशनल चैंपियनशिप के बाद सिंधु की दूसरी ट्रॉफी है. सिंधु 2021 में भी Swiss ओपन के फाइनल तक पहुंची थीं, मगर यहां स्पेन की कैरोलिना मारिन ने उन्हें 21-12, 21-5 से हराया था.
पीवी सिंधु ने जीता स्विस ओपन, फाइनल में हारे प्रणॉय
सिंधु के खाते में आया साल का दूसरा खिताब.
इंडियन शटलर पीवी सिंधु ने बुसानन औंगबैमरंगफाम को 21-16, 21-8 से हराकर स्विस ओपन सुपर 300 का खिताब अपने नाम कर लिया. ये टूर्नामेंट स्विटज़रलैंड के बाज़ल में खेला जा रहा था. इस टूर्नामेंट में इंडियन शटलर्स ने बेहतरीन परफॉर्मेंस दी. इस फाइनल को जीतने के साथ ही सिंधु इस ट्रॉफी को जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला बन गईं. उनसे पहले साइना नेहवाल ने यह खिताब जीता था. साइना ने 2011 और 2012 में ये ट्रॉफी अपने नाम की थी. इस साल साइना को सेकंड राउंड में ही हार का सामना करना पड़ा था. सिंधु के साथ मेंस प्लेयर एचएस प्रणॉय भी इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचे थे. जहां उन्हें सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. फाइनल में प्रणॉय को इंडोनेशियन प्लेयर जोनाथन क्रिस्टी ने 21-12, 21-18 से हराया. क्रिस्टी ने सेमीफाइनल में एक अन्य भारतीय किदांबी श्रीकांत को हराया था. BWF चैंपियनशिप फाइनलिस्ट किदांबी श्रीकांत ने क्वॉर्टर-फाइनल में डेनमार्क के दिग्गज ऐन्डर्स ऐंटोनसन को हराया था.
बाकी प्लेयर्स की बात करें तो मेंस डबल्स के पहले राउंड में सात्विक साईराज रैंकिरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने ऑल इंग्लैंड ओपन विनर्स एमएस फिकरी और बी मौलाना की जोड़ी को हराकर तहलका मचा दिया था. उम्मीदें बहुत थी, मगर उनका सफर सेकंड राउंड में ही खत्म हो गया. अश्विनी पोनप्पा-सिक्की रेड्डी की जोड़ी को भी सेंकंड राउंड में ही बाहर का रास्ता देखना पड़ा था.
सिंधु ने इससे पहले बुसानन को 15 बार हराया था, इसलिए फाइनल्स में वो फेवरिट थीं. वहीं दूसरी ओर प्रणॉय फाइनल्स में दबाव में दिखे. मैच के शुरुआती दौर में प्रणॉय ने कुछ पाइंट्स जरूर कमाए, पर इसके बात क्रिस्टी ने मैच पर अपना कंट्रोल बना लिया. सेकंड सेट के आखिर में प्रणॉय ने शानदार खेलते हुए 19-11 से मैच को 20-18 तक खिंचा, पर आखिरी पड़ाव पार नहीं कर पाए और 2 सेट्स में ही मैच गंवा दिया.