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ये AC कंपनी लोगों को चूना लगा रही थी? सरकार ने विज्ञापन निकालकर रगड़ दिया

सरकार का कहना है कि हिताची के AC में एनर्जी की गलत जानकारी देकर ग्राहकों को लूटा जा रहा था.

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AC की एनर्जी रेटिंग में कथित गड़बड़ी का पता चला है. (image-BEE)

एक बहुत बड़ी एयर कंडीशनर (AC) कंपनी लोगों को कथित तौर पर चूना लगा रही थी. इस बारे में सरकार ने लोगों को जानकारी दी है. दरअसल, मशहूर एयर कंडीशनर कंपनी हिताची (Hitachi) अपने एक उत्पाद में कथित तौर पर एनर्जी से जुड़ी जानकारी में हेरफेर करती हुई पाई गई है. सरकार के ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (Bureau of Energy Efficiency) ने इनकी इस कथित कारगुजारी को पकड़ लिया और बाकायदा मॉडल नंबर के साथ अखबार में छाप दिया. आइए समझते हैं, क्या है पूरा मामला.

हिताची के cassette टाइप के एयर कंडीशनर में ये गड़बड़ी मिली है. मॉडल नंबर RAG124HYD एनर्जी परफॉर्मेंस क्राइटेरिया में फेल हुआ है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि  cassette टाइप वो  एयर कंडीशनर होते हैं, जो घर या ऑफिस की छत पर लगाए जाते हैं. हिताची ने इसकी ISEER रेटिंग 3.16 बताई थी, लेकिन जांच में ये 2.78 ही निकली. Bureau of Energy Efficiency ने ग्राहकों को इसके बारे में बताते हुए अखबार में जानकारी प्रकाशित की है. इसमें बताया गया है कि हिताची कंपनी का ये उत्पाद तय मानकों को पूरा नहीं करता है. 

ऊर्जा दक्षता ब्यूरो भारत सरकार के विद्युत विभाग के अंतर्गत आने वाली एजेंसी है, जिसका लक्ष्य ऊर्जा दक्षता की सेवाओं को संस्थागत रूप देना है ताकि देश के सभी क्षेत्रों में ऊर्जा दक्षता के प्रति जागरूकता उत्पन्न हो सके. ऊर्जा दक्षता ब्यूरो, जिसको शॉर्ट में BEE के नाम से भी जाना जाता है, वो इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों को रेटिंग देने का भी काम करता है. पंखें से लेकर AC और फ्रिज तक के लिए रेटिंग होती है. इन उपकरणों में 1 स्टार से लेकर 5 स्टार तक की रेटिंग होती है. ये स्टार बताते हैं कि बिजली का कोई उपकरण ऊर्जा बचत को लेकर कितना दक्ष है.

क्या है 1 स्टार से 5 स्टार तक का मतलब?

ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफीसिएंसी (BEE) देश में यही काम करता है. ये लगातार तमाम कंपनियों के उत्पाद मॉडलों की स्टार रेटिंग तय करता है. सबसे अच्छे उपकरण को 5 स्टार ऊर्जा लेबल मिलता है. सबसे कम प्रदर्शन वाले उपकरणों को 2 स्टार लेबल मिलता है. 1 स्टार का मतलब है कि दक्षता में सुधार के लिए कुछ नहीं किया गया है. 5 स्टार उत्पाद की कीमत ज्यादा होती है, लेकिन ये कुछ समय बाद अपनी ज्यादा कीमत के बदले ज्यादा उर्जा की बचत करता है और आपके ज्यादा पैसे बचाता है.

ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफीसिएंसी
कैसे काम करती है ये रेटिंग?

स्टार रेंटिंग का मतलब क्या होता है? दरअसल, ये एनर्जी एफिशियंसी के फॉर्मूले पर काम करता है. ये एसी में कूलिंग आउटपुट और पावर इनपुट पर तय होता है. हर एसी पर एक एनर्जी एफिशियंसी रेश्यो (EER) लिखा होता है. 

BEE रेटिंग्स 

अगर किसी एसी पर 2.7 से 2.9 EER लिखा है, तो वो 1 स्टार रेटिंग वाला एसी होगी. 2.9 से 3.09 होने पर दो स्टार, 3.1 से 3.29 होने पर तीन स्टार, 3.3 से 3.49 होने पर चार स्टार और 3.5 से ऊपर होने पर वो 5 स्टार रेटिंग का एसी होगा. डेढ़ टन का पांच स्टार एसी करीब 1450 वाट पॉवर इस्तेमाल करता है, वहीं इतने ही टन का 3 स्टार रेटिंग वाला एसी करीब 1600 वाट. 8 घंटे रोज के हिसाब से भी जोड़ें, तो मतलब हुआ महीने में 240 घंटे बिजली. इस स्थिति में फाइव स्टार AC में यूनिट की खपत होगी 348 यूनिट्स और थ्री स्टार AC की यूनिट खपत होगी 384 यूनिट्स. आगे गुणा गणित आप खुद कर सकते हैं. हमने हिताची से संपर्क किया था. उनकी तरफ से जवाब दिया गया है कि उनका प्रबंधन इसकी जांच कर रहा है. जल्द जी हमें इसके बारे में सूचित किया जाएगा. 

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