स्मार्टफोन अब एक डिवाइस नहीं बल्कि जिंदगी का हिस्सा बन चुका है. मतलब जैसे सांस लेना और खाना जीवन के लिए जरूरी है. वैसे एक अदद स्मार्टफोन के बिना आजकल के जीवन की कल्पना करना बेहद मुश्किल है. हर दिन सुबह ऑफिस जाने के लिए कैब बुक करने से लेकर अगली सुबह के लिए अलार्म लगाने तक. सब कुछ तो स्मार्टफोन पर होता है. अब ऐसे में क्या होगा अगर स्मार्टफोन चोरी हो जाए या गुम हो जाए. सांस हलक में अटक जाएगी. जब तक दिमाग काम करना चालू करेगा, तब तक तो कांड हो चुका होगा. स्मार्टफोन गुम होने पर आपको क्या करना है. सबसे पहले तो आपने घबराना नहीं है. लेकिन उसके पहले क्या-क्या करना है वो आपको हम बताएंगे.
स्मार्टफोन गुम होना या चोरी होना वो सच्चाई है जिससे मुंह नहीं मोड़ा जा सकता. हम सभी कभी ना कभी इसका शिकार होते हैं. फिर स्टार्ट होती है एक लंबी और उबाऊ प्रोसेस. बात चाहे पुलिस कंप्लेन की हो या सिम वापस इशू कराने की. अब ये सब तो करना पड़ता है लेकिन कुछ सेटिंग अगर आपके स्मार्टफोन में इनेबल की जाएं तो मुमकिन है कि फोन वापस मिल जाए. अब वापस नहीं भी मिलेगा तो तकलीफ जरूर कम हो जाएगी.
कॉन्टैक्ट इनफॉर्मेशन
जब आप इस फीचर को इनेबल करेंगे तो जो स्क्रीन पर लिखा दिखेगा, उसको देखकर माथा पीट लेंगे. एंड्रॉयड स्मार्टफोन की सेटिंग्स में आ जाइए और Contact information टाइप कीजिए. पॉप अप ओपन होगा जिसपर लिखा होगा 'Show information such as your phone number or email address on the lock screen so you can be contacted if you lose your phone' बूझे, फोन खुद बोल रहा कि इस फीचर को इस्तेमाल करो लेकिन हम हैं कि सुन ही नहीं रहे. अब यहां अपना फोन नंबर, ईमेल या फिर सोशल मीडिया अकाउंट लिख दीजिए. जानकारी लॉक स्क्रीन पर दिखेगी. अब फोन गया है गुम, लेकिन किसी भले मानुष को मिल जाए तो वापस मिलने के पूरे चांस हैं. एक बात और. फोन नंबर वही डालिएगा जो किसी और फोन पर इस्तेमाल हो रहा हो.
सिम लॉक
फोन लॉक तो हम सभी रखते हैं. पासवर्ड से लेकर पिन और फेस अनलॉक तक. लेकिन सिम लॉक लगाना भूल जाते हैं. अब सिम एक नंबर से कहीं ज्यादा हो गई है. सारे अकाउंट फिर चाहे बैंक हो या फिर सोशल मीडिया. सिम से जुड़े होते हैं. ऐसे में सिम के साथ बहुत कुछ फर्जीवाड़ा हो सकता है. सेटिंग्स में SIM lock सर्च कीजिए. अब सिम को पिन लॉक से इनेबल कर दीजिए. फोन स्विच ऑफ होगा या सिम दूसरे स्मार्टफोन में लगेगी तो पिन के बिना काम नहीं चलेगा.
टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन
ये करना ही है. और अच्छी बात ये है की आजकल हर अकाउंट के लिए होता है. स्मार्टफोन में Two-step verification के नाम से मिलेगा. पहली फुरसत में इनेबल कीजिए. सोशल मीडिया पर तो आज ये जरूरी है. वॉट्सऐप पर भी ये फीचर है. सेटिंग्स में जाकर ऑन कर दीजिए.
फाइन्ड माय डिवाइस
गूगल प्ले स्टोर से इसको डाउनलोड कर लीजिए. साइन इन करते ही आपके पास अपने फोन की लास्ट लोकेशन ट्रेक करने का जुगाड़ होता है. लास्ट लोकेशन तो पता चल ही जाएगी. अगर फोन में इंटरनेट चालू हुआ तो डिवाइस को लॉक और फॉर्मेट भी कर सकते हैं. ऐसा करने के लिए आपको अपने गूगल अकाउंट से जीमेल पर लॉगइन करना होगा. फिर सेटिंग्स में डिवाइस में आपको सारे ऑप्शन मिलेंगे.
ऑनलाइन FIR
अब इतना सब करके भी मुसीबत खत्म होने से रही. मतलब रिपोर्ट तो करना पड़ेगी. अगर किसी ने आपके फोन से कुछ उल्टा सीधा किया तो आप बचे रहोगे. और अगर फोन मिल गया तो आपतक पहुंच जाएगा. अब इसमें अच्छी बात ये है कि इसके लिए आपको पुलिस स्टेशन जाने की जरूरत नहीं. ऑनलाइन ऐसा किया जा सकता है. उदाहरण के लिए delhipolice.nic.in. हर राज्य में सायबर पुलिस की ऑनलाइन सेल होती है.