जादू वाली पेंसिल याद है आपको. हाथ से कागज पर कुछ लिखा और वो हकीकत में तब्दील हो जाए. सालों पहले ये सिर्फ एक कल्पना थी, लेकिन अब वास्तव में ऐसा संभव है. जरिया है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस. आप सही पकड़े, क्योंकि हम बात करने वाले हैं ChatGPT-4 की. पुराने वर्जन के कुछ महीने बाद एडवांस वर्जन लॉन्च हो गया है. चूंकि अब दो दिन हो गए हैं तो नए वर्जन के फीचर्स पर चर्चा होने लगी है कि ये क्या-क्या कर सकता है. हमने कुछ ऐसे ही कमाल के कामों की लिस्ट आपके लिए बनाई है.
ChatGPT-4 के पांच कामों के कमाल से मचा धमाल, यूज किया तो लोगों के मुंह खुले रह गए
आपकी सोच को भी हकीकत में बदल सकता है ChatGPT-4.
गए वो दिन जब आपको एक वेबसाइट बनाने के लिए माथा-पच्ची करनी पड़ती थी. टेक एक्सपर्ट से लेकर सॉफ्टवेयर इंजीनियर चाहिए होते थे. अब ऐसा नहीं है. बस कागज पर ड्रॉइंग बनाइए और बाकी काम ChatGPT-4 को करने दीजिए. आपने पन्ने पर जो उकेरा होगा, उससे जुड़ी वेबसाइट कुछ ही देर में तैयार हो जाएगी.
अमेरिका के कुछ स्कूलों में और भारत के कई कॉलेजों में भले ChatGPT को बैन कर दिया गया हो, लेकिन दुनिया के एक बड़े कोचिंग संस्थान ने इसको अपने सिस्टम में लेने का फैसला किया है. Khan Academy ने ChatGPT-4 को अपने एजुकेशन मॉडल में शामिल करने की घोषणा की है. प्लेटफॉर्म का नाम है 'Khanmigo'. चैट बॉट के सहारे टीचर्स बच्चों को निकट भविष्य में इसी के सहारे पढ़ाते नजर आ सकते हैं. हालांकि अभी ये टेस्टिंग फेज में है तो पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है.
गेम का खेल बदलेगामोबाइल से लेकर लैपटॉप तक पर गेमिंग तो आपने खूब की होगी. लेकिन किसी गेम को डेवलप करने के बारे में सोचा भी नहीं होगा. वजह साफ है, क्योंकि ऐसा करना बेहद मुश्किल है. वैसे अब ‘है’ की जगह ‘था ’कह सकते हैं, क्योंकि ChatGPT-4 जो आ गया है. कहने भर की देर है और काम खत्म. अब चाहे पिंग-पोंग कीजिए या फिर स्नेक पकड़िए.
वैसे तो दुनिया-जहान में कोरोना वायरस काफी हद तक काबू में है, लेकिन आजकल H3N2 वायरस के मामले सामने आ रहे हैं. कुछ मौतों की भी खबर है. शायद ChatGPT-4 मानव जाति की कुछ मदद कर सके. दरअसल जब इससे दवाइयों से जुड़े जटिल सवाल पूछे गए, जैसे इसमें कौन से कंपाउंड हैं, क्या इसको अंदर के मॉलिक्यूल को बदला जा सकता है, तो इसने बहुत डिटेल में जवाब दिए. हो सकता है आगे चलकर वैज्ञानिक इसका इस्तेमाल करके H3N2 वायरस से लेकर दूसरी गंभीर बीमारियों का इलाज भी खोज लें.
मुकदमा लड़ना होगा आसानChatGPT-4 का बस चला तो मुकदमा लड़ने का जटिल प्रोसेस आसान हो सकता है. वजह है इसकी सिंगल क्लिक में 'Lawsuit' फ़ाइल करने की क्षमता.
हमारे देश में ही लाखों लोग कोर्ट का दरवाजा सिर्फ इसलिए नहीं खटखटाते क्योंकि मुकदमे की तैयारी एक जटिल प्रक्रिया है. लेकिन लगता है जैसे AI का ये नया वर्जन इस मुश्किल को आसान कर सकता है.
वीडियो: मास्टरक्लास: ChatGPT का मतलब, आपके हर सवाल का जवाब देगा ये चैटबॉट? Google का खेल खत्म?