आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट आपकी और हमारी नौकरी खा जाएगा या नहीं. इस सवाल के जवाब पर एक्सपर्ट के दो मत हैं. कितना अच्छा हो कि जवाब सीधे इसको बनाने वाले से मिल जाए. माने Sam Altman से, जो ChatGPT बनाने वाली कंपनी OpenAI के सीईओ हैं. भाईसाहब आजकल भारत की यात्रा पर हैं और नौकरियों के बारे में उनका बयान बेहद चौंकाने वाला है.
नौकरियां तो जाएंगी मगर...
सैम आल्टमन इस समय इजराइल, जॉर्डन, कतर और इंडिया सहित कई देशों के दौरे पर हैं. इकोनॉमिक टाइम्स से बातचीत के दौरान उन्होंने चैट बॉट की वजह से नौकरियां जाने पर अपनी बात रखी. सैम के मुताबिक 'कुछ जॉब' तो जाएंगे ही सही, लेकिन इसके साथ नए जॉब भी उत्पन्न होंगे. सैम ने आगे कहा,
जब भी कोई नई तकनीक बाजार में आती है तो जॉब्स में बदलाव होते हैं. पिछली दो पीढ़ी में पुराने तरीके की नौकरियां गई जरूर, लेकिन उससे बेहतर वाली पैदा भी हुईं.
सैम ने और भी कई मीडिया संस्थानों से बात की और एक जवाब बहुत ही दिलचस्प दिया. अपने ही ChatGPT पर सवाल उठा दिए. बिजनेस टुडे से बात करते हुए उन्होंने कहा,
चैट जीपीटी के जवाबों पर मुझे दुनिया के किसी भी शख्स से कम भरोसा है.
आपने एकदम सही पढ़ा. सैम ने ऐसा ही कहा. आपको लगे क्यों तो जवाब वो काफी पहले ही दे चुके हैं. ChatGPT अभी अपने शैशव काल में है. सीखेगा और बढ़ेगा. तब सैम भी उसके जवाबों पर भरोसा करेंगे. लेकिन सैम का ये जवाब हम सभी के लिए बहुत बड़ी सीख है. माने कि चैट बॉट से मिलने वाले हर जवाब पर आंख बंद कर भरोसा नहीं करें.
सैम ने बातचीत के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए नियम कानून बनाने की भी बात कही. सैम इसके पहले अमेरिकी सरकार से भी AI को रेगुलेट करने और इसको नियमों के दायरे में लाने की वकालत कर चुके हैं. सैम का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को नियम के दायरे में लाना बहुत जरूरी है विशेषकर बड़ी कंपनियों के लिए. उनका कहना है कि भले अभी के लिए छोटी कंपनियों और डेवलपर्स को इसके दायरे में नहीं रखा जाए, मगर बड़ी कंपनियों में इसके इस्तेमाल के लिए नियमों का होना जरूरी है.
खैर, सैम ने जो नौकरियों के जाने पर अपनी राय रखी. आपका इस मामले पर क्या सोचना है. हमसे जरूर साझा करें कॉमेंट बॉक्स में.