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ChatGPT ने आते ही भोकाल काट दिया, लेकिन अब जगह-जगह बैन क्यों लग रहा है?

देश-विदेश, हर जगह बैन किया जा रहा है.

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ChatGPT पर बैन. (image-FB)

ChatGPT क्या है और क्या-क्या कमाल कर सकता है, इसके बारे में थोड़े से लेकर बहुत तक, शायद आपको पता होगा. लेकिन पिछले 15 दिन में इसके साथ कुछ अजीब हो रहा है. कहां तो इसको गूगल का रिप्लेसमेंट बताया जा रहा था, लेकिन अब इसके जहां-तहां से बैन होने की खबरें आ रही हैं. भारत से लेकर अमेरिका और फ्रांस में इस प्लेटफॉर्म को बैन किया जा रहा है. आखिर ऐसा क्या हो गया कि जिसको गेम चेंजर माना जा रहा था, उसके ऊपर अब आफत आन पड़ी है. सब विस्तार से समझते हैं.

ChatGPT एक मशीन लर्निंग और AI बेस्ड सॉफ्टवेयर है. इसको Openai ने डेवलप किया है. वैसे अब इसकी साझेदारी माइक्रोसॉफ्ट से भी हो गई है. इस चैट बॉट पर बस आपके कुछ कहने की देर है और ये अपना काम करने लगता है. लॉन्च होने के कुछ दिनों में ही 10 लाख से ज्यादा यूजर्स ने इसका इस्तेमाल किया. पहले-पहल तो फ्री था, लेकिन अब इसका प्रीमियम प्लान भी उपलब्ध है. कीमत है 3400 रुपये प्रति महीना. हालांकि, इसको पब्लिक ने कुछ ज्यादा पसंद नहीं किया. वैसे मुफ्त वाले के हाल भी कुछ अच्छे नहीं हैं. कई लोगों ने बताया कि काम नहीं कर रहा. ये तो बात हुई लेनदेन वाली. मतलब, जिसको जमे वो नोट खर्च करे. अब बात बैन की.

New York के स्कूल

# दुनिया-जहान में सबसे पहले इन्होंने ही इस चैट बॉट को बैन किया

# यहां के स्कूल डिपार्टमेंट को डर था कि कहीं बच्चे अपना होमवर्क इससे ना करवा लें. गणित के सवाल और निबंध लिखे जाने का भी डर था

# Seattle के भी कई सारे पब्लिक स्कूल ने ChatGPT को बैन किया

बेंगलुरू कॉलेज ने बैन किया

# देश के IT हब के कई सारे कॉलेजों ने ChatGPT को बैन कर दिया है 

# वजह तकरीबन वही, स्टूडेंटस अपने असाइनमेंट इससे ही कर रहे थे 

# RV University और Dayananda Sagar University ने ChatGPT के साथ Github Copilot और Blackbox जैसे AI टूल्स के इस्तेमाल को भी मना किया है

# IIT बेंगलुरू ने तो इसके इस्तेमाल के लिए बाकायदा एक कमेटी बनाई है

# असाइनमेंट के नेचर को भी बदलने की बात हो रही और ऐसे टूल्स इस्तेमाल करने पर कॉलेज से निकलाने जैसे कड़े कदमों की भी सुगबुगाहट है

फ्रांस की यूनिवर्सिटी भी नक्शे-कदम पर  

# फ्रांस के कई सारे टॉप कॉलेज और विश्वविद्यालयों ने ChatGPT के लिए अपने दरवाजे बंद कर दिए 

# अगर किसी वजह से इस्तेमाल करना भी है तो सिर्फ कॉलेज के लीडर्स की देखरेख में

मशीन लर्निंग कॉन्फ्रेंस ने भी बैन किया

# ये तो हद ही हो गई क्योंकि International Conference on Machine Learning (ICML) ने भी ChatGPT को बैन कर दिया है 

# ICML मतलब मशीन लर्निंग का सबसे बड़ा नाम. इन्होंने अपनी कॉन्फ्रेंस में भाग लेने वालों से साफ कहा कि इस टूल से अगर लिखकर लाए तो नहीं चलेगा

अब ऐसा क्यों हो रहा है, उसके कई सारे कारण हो सकते हैं. लेकिन किसी भी बात को लिखते समय मानवीय टच और मौलिकता का अभाव सबसे बड़ी वजह नजर आती है. वैसे ChatGPT के भविष्य पर बात करते हुए मशहूर टेक एक्सपर्ट Marques Brownlee ने अपने वीडियो में कहा था,

ऑनलाइन कॉन्टेन्ट बनाते समय कुछ बुनियादी बातों की जरूरत होती है. जैसे एक क्रिएटिव प्रोसेस मतलब रचनात्मकता की. इसके लिए पहले एक आइडिया चाहिए. फिर उसको डेवलप करने की प्रोसेस. पब्लिश करने के बाद पढ़ने और देखने वालों से कम्यूनिकेशन की भी. इस सब के लिए चाहिए कल्पना की ताकत. वो कोई चैट बॉट कैसे लाएगा. इसके अलावा मशीन में इंसानी भावना और टच का तो कोई सीन ही नहीं है. AI टूल मतलब, डेटा बेस की खदान से आपके काम का हीरा निकालती मशीन. Marques ने इसके गलती करने की संभावना और क्रेडिट देने पर भी बात की. अब टूल तो बस वही कर रहा है, जो डेटा के अंदर से मिल रहा है. इसके उलट असल जीवन में हमें डेटा कहां से मिल रहा, किस से मिल रहा है, उसका ध्यान रखते हैं और बताते भी हैं. आईफोन के लेटेस्ट मॉडल से जुड़ी कई जानकारी ChatGPT ने गलत बताई हैं. 

वैसे ऐसा भी नहीं है कि उन्होंने इसकी तारीफ नहीं की. लेकिन उनकी एक लाइन बहुत कुछ कहती है. ‘ये एक टूल है कोई Creator नहीं.’ 

आगे क्या होगा, वो शायद  ChatGPT बता सके. अगर आपके पास चल रहा हो, तो पूछकर देखना. ये भी पूछना कि बैन क्यों हो रहे हो?

वीडियो: 5 दिन में दस लाख यूज़र्स वाले ChatGPT में कितना दम?