The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

Google ने ChatGPT के जवाब में Bard लॉन्च किया, फिर Microsoft ने कुछ और बड़ा कर दिया

Bard कैसे देगा ChatGPT को जवाब?

post-main-image
गूगल और माइक्रोसॉफ्ट की लड़ाई. (सांकेतिक फोटो)

पहले माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) फिर गूगल (Google) और फिर माइक्रोसॉफ्ट. ये रेस चल रही है टेक दुनिया की दो दिग्गज कंपनियों के बीच. पिछले साल नवंबर में ‘ChatGPT’ ने आते ही तहलका मचाया था. गूगल के खत्म होने की बात हो रही थी, लेकिन अब गूगल ने उसकी काट के तौर पर अपना चैटबॉट ‘Bard’ लॉन्च कर दिया है. एडवांस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल 'Bard' जल्द ही आम पब्लिक के लिए उपलब्ध होगा. खुद गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचाई ने इसकी घोषणा की. आखिर क्या है ये  'Bard' और इसके तुरंत बाद माइक्रोसॉफ्ट ने क्या किया, वो जानते हैं.

CEO सुंदर पिचाई ने ट्विटर पर एक लंबा पोस्ट लिखकर अपने सर्च इंजन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के अगले स्टेप के बारे में जानकारी दी. 

उन्होंने लिखा, 

कंपनी एक कन्वर्सेशन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सर्विस को शुरू कर रही है. कुछ दिनों के अंदर डेवलपर्स इसकी टेस्टिंग कर सकेंगे. जल्द ही ये टूल आम पब्लिक के लिए भी उपलब्ध होगा.

क्या LaMBDA का वर्जन है बार्ड?

सुंदर पिचाई के मुताबिक, नया टूल कंपनी के पहले से मौजूद चैट बॉट LaMDA (लैंग्वेज मॉडल डायलॉग एप्लिकेशन) का लाइट वर्जन है. आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि LaMDA गूगल का एक AI चैटबॉट है. दावा है कि ये इंसानों की तरह सोच सकता है. कंपनी ने इसे दो साल पहले ही पेश किया था. हालांकि, इसके काम करने के तरीके पर भी सवाल उठते रहे हैं. पिछले साल जब इस प्रोजेक्ट से जुड़े एक कर्मचारी ने इस टूल के साथ कुछ अजीब अनुभव होने की बात कही, तो कंपनी ने उसको बाहर कर दिया था. गूगल ने फिलहाल ‘Bard’ टूल के बारे में ज्यादा जानकारी शेयर नहीं की है.

क्या होगा दिग्गजों की लड़ाई में?

जैसे ही गूगल ने बार्ड की घोषणा की उसके तुरंत बाद माइक्रोसॉफ्ट ने अपने सर्च इंजन 'Bing' में ChatGPT के शामिल करने के बारे में आधिकारिक रूप से ऐलान कर दिया. 

अब देखना वाकई में दिलचस्प होगा कि सर्च इंजन की ये लड़ाई कहां जाकार रुकेगी. वैसे इंडस्ट्री के एक्सपर्ट ने यहां गूगल को बढ़त दी है. उनके मुताबिक, जब बात डेटा की आती है तो गूगल के पास उसका बहुत बड़ा एक्सेस है. ऐसे में उसके लिए अपने AI टूल को बड़ा बनाना आसान होगा. वैसे एक बात और गौर करने लायक है. 

जहां गूगल से जुड़ी अधिकतर सर्विस मुफ़्त हैं, वहीं ChatGPT के प्रीमियम वर्जन के लिए आपको 20 डॉलर मतलब 1653 रुपये हर महीने खर्च करने होंगे.

वीडियो: 5 दिन में दस लाख यूज़र्स वाले ChatGPT में कितना दम?