The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

Google ने इंडिया में प्रोजेक्ट बिंदी और प्रोजेक्ट वाणी लॉन्च किए, ऐसा गजब काम करेंगे सोचा नहीं होगा

गूगल ने अपने सालाना इवेंट में इंडिया के लिए कई सारी योजनाओं को लॉन्च किया है.

post-main-image
गूगल फॉर इंडिया 2022 (इमेज-गूगल)

Google For India 2022. टेक दिग्गज का भारत के लिए भारत में होने वाला सालाना इवेंट. 19 दिसंबर को इस इवेंट का आठवां संस्करण पूरा हुआ, जिसको गूगल के YouTube चैनल पर लाइव स्ट्रीम किया गया. गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) और IT एवं संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव इस दौरान स्टेज पर मौजूद रहे. गूगल ने अपने इवेंट में भारत से जुड़ीं कई सारी योजनाओं से पर्दा उठाया. जिसमें सबसे महत्वपूर्ण है, 'प्रोजेक्ट बिंदी' (Project Bindi) और प्रोजेक्ट वाणी (project Vaani). इसके साथ और क्या रहा खास, सब विस्तार से जानते हैं. 

CEO सुंदर पिचाई ने भारत के डिजिटल पेमेंट सिस्टम UPI की दिल खोलकर तारीफ की. पिचाई ने कहा,

फिन-टेक UPI ने देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था को तेजी से बढ़ाने में मदद की है.

इसके साथ ही Digi locker को एंड्रॉयड स्मार्टफोन में डीफाल्ट ऐप बनाने की बात भी कही गई. एक बार सारी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद स्मार्टफोन में Digi locker ऐप पहले से इंस्टॉल होकर आएगा.

इवेंट में सबसे चौंकाने वाली देश की GDP से जुड़ी हुई निकली. सिर्फ साल 2021 में YouTube Creators ने कुल 10 हजार करोड़ रुपये का योगदान दिया. आसान भाषा में कहें तो साढ़े सात लाख फुल टाइम जॉब के बराबर. Google For India इवेंट में मूक-बधिर लोगों के लिए Project relate को भारत में लाने और साथ ही वॉयस सर्च को Hinglish के साथ और स्मूथ करने की भी घोषणा की.

इन सारी घोषणाओं के बीच सबसे ज्यादा ध्यान खींचा 'प्रोजेक्ट बिंदी' और ‘प्रोजेक्ट वाणी’ ने.

'प्रोजेक्ट बिंदी'

गूगल के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य फेयरनेस और सोशल अपीयरेंस के नाम पर होने वाले भेदभाव पर लोगों को जागरूक करना है. आज भी समाज का एक बड़ा तबका लोगों को इसी तरीके से जज करता है कि उनकी स्किन का रंग कैसा है, उनकी वेशभूषा कैसी है, वो कैसे रहते हैं. गूगल समाज की इस धारणा को तोड़ने का काम करना चाहता है. हालांकि, अभी इस प्रोजेक्ट के बारे में पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है. लेकिन इतना साफ है कि गूगल IIT मद्रास के साथ मिलकर और AI की मदद से इस प्रोजेक्ट पर काम करेगा.

प्रोजेक्ट वाणी

Indian Institute of Science Banglore के साथ साझेदारी में गूगल देश के 773 जिलों के लोगों के आवाज के नमूने इकट्ठा करेगा. 

जाहिर सी बात है वॉयस सर्च से लेकर ओके गूगल और बेहतर हो जाएगा. इसके साथ AI से जुड़े कई फीचर्स भी आने वाले समय में नजर आएंगे जैसे दवाई का पर्चा गूगल लेंस पढ़ लेगा, तो फोटो से ही नोटबुक और ड्रेस सर्च हो जाएंगी. 

लल्लन टेक: गूगल क्रोम पर ये पांच एक्सटेंशन जेब खाली कर देंगे, दिल्ली हाई कोर्ट ने टेलीग्राम को सात दिन क्यों दिए?