फोन की घंटी बजी, आपने कॉल उठाया और कान से लगाया. थोड़ी देर में पता चलता है कि बात करते-करते फोन म्यूट हो गया. खुद से होल्ड पर चला गया या फिर किसी और को कॉल लग गया. अगर आप एंड्रॉयड (Android) यूजर हैं, तो हो सकता है आप इस दिक्कत से दो चार हो रहे हों. मार्केट में उपलब्ध ज्यादातर स्मार्टफोन्स में ये दिक्कत आ रही है. कारण है फोन का गूगल डायलर (Google Phone App). लिस्ट में गूगल के पिक्सल फोन भी शामिल हैं. अब ये सब हो रहा है, तो जाहिर है इसको ठीक (how to fix proximity sensor issue in android) करना पड़ेगा. आप सही समझा है. हम इसका इलाज लेकर आए हैं.
एंड्रॉयड स्मार्टफोन की इस बड़ी दिक्कत का पक्का इलाज मिल गया है!
इस दिक्कत से बहुत सारे यूजर्स जूझ रहे हैं.
अगर तकनीक की जुबान में कहें तो इसको Proximity Sensor कहते हैं. इसका काम होता है किसी भी फिजिकल टच का पता लगते ही ऐक्टिव हो जाना. जैसे आपके स्मार्टफोन में होता है. कान पर लगा तो स्क्रीन डिम हो जाती है. इससे वो सब नहीं होता, जो हमने स्टोरी के शुरुआत में बताया. अब ऐसी दिक्कत आपके फोन में आ रही है, तो पहला जुगाड़ तो यही है कि फोन को फैक्ट्री रीसेट किया जाए. कहने का मतलब बैकअप लीजिए और रीसेट कर डालिए.
दूसरा तरीका है फोन के कॉलिंग ऐप को बदलने का. आप गूगल डायलर की जगह दूसरे ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं. मसलन Truecaller. बहुत सारे स्मार्टफोन में उनका खुद का कॉलिंग ऐप होता है, वो भी कोई बुरा नहीं है. अब इन सबसे भी आपका काम नहीं बनता, तो आप एक और ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं जो गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) पर उपलब्ध है.
4.4 स्टार रेटिंग वाले इस ऐप के अभी तक पांच लाख से ज्यादा डाउनलोड हो चुके हैं. ऐप का यूजर इंटरफ़ेस कुछ-कुछ iOS के फोन जैसा है. ऐप में Proximity Sensor को कंट्रोल करने के कई फीचर मौजूद हैं. एक डायलर ऐप में जो कुछ होना चाहिए, वो आपको मिल जाएगा.
आमतौर पर ऐप्स कई सारी बेकार की परमिशन मांगते हैं, जिनका वास्तव में उनके व्ययहार से कोई लेना-देना नहीं होता. Right Dialer इससे बचता है और जरूरत की परमिशन ही मांगता है. अगर आप कान में फोन लगाते ही म्यूट और होल्ड से जूझ रहे हैं, तो एक बार इस्तेमाल करने में कोई बुराई नहीं है.
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