The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

WhatsApp चलाइए दिल्ली मेट्रो का टिकट पाइए, ना लाइन की मचमच ना टोकन खोने का डर

अपने साथ 5 और लोगों के टिकट बुक कर सकते हैं.

post-main-image
दिल्ली मेट्रो टिकट अब वॉट्सऐप पर. (तस्वीर: ट्विटर)

WhatsApp पर आजकल चैट के साथ और भी बहुत कुछ होता है. मसलन पेमेंट और शॉपिंग. लेकिन अब मेट्रो टिकट बुक करना भी संभव होगा. दिल्ली मेट्रो ने वॉट्सऐप पर टिकट बुक करने की सुविधा लॉन्च कर दी है. बोले तो लंबी-लंबी लाइन में खड़े होने से मुक्ति मिलने वाली है. छुट्टे पैसे की टेंशन दूर होगी और टोकन गायब होने का डर भी नहीं रहेगा. टिकट बुक करो, गेट पर स्कैन करो और यात्रा का आनंद लो. करना क्या होगा. वो हम आपको स्टेप-बाई-स्टेप बता देते हैं.

दिल्ली मेट्रो WhatsApp Ticketing Service

हालांकि वॉट्सऐप की मदद से मेट्रो टिकट बुकिंग कोई नई बात नहीं है. बेंगलुरू और चेन्नई के मेट्रो यात्री इसका पिछले कुछ महीनों से इस्तेमाल कर रहे हैं और अब यही सुविधा दिल्ली मेट्रो के यात्रियों को भी मिल गई है. वॉट्सऐप बेस्ड टिकट बुकिंग को पहले-पहल एयरपोर्ट लाइन (Airport Express Line) के लिए इनेबल किया गया है. लेकिन जल्द ही सभी मेट्रो स्टेशनों पर ये सुविधा उपलब्ध हो जाएगी. दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने इसके लिए एक आधिकारिक वॉट्सऐप नंबर भी जारी किया है. टिकट बुक करने का प्रोसेस क्या है वो भी समझ लेते हैं.

# DMRC के वॉट्सऐप नंबर '9650855800' को फोन की कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव कीजिए.

# कस्टमर केयर सेंटर और मेट्रो टिकट काउंटर पर क्यूआर कोड स्कैन करके भी इस सुविधा का इस्तेमाल किया जा सकता है.

# वॉट्सऐप चैट बॉक्स ओपन करके नंबर पर 'Hi' लिखकर भेज दीजिए.

# अपनी पसंद की भाषा का चुनाव कीजिए.

# स्क्रीन पर कई सारे ऑप्शन नजर आएंगे जैसे टिकट खरीदना, पुरानी यात्रा का विवरण लेना या फिर पुरानी टिकट का पता करना.

# किस स्टेशन से कहां तक जाना है वो ऑप्शन चुन लीजिए.

# आप एक साथ 6 टिकट तक बुक कर सकते हैं.

# क्रेडिट कार्ड/डेबिट कार्ड और UPI से पेमेंट कर सकते हैं.

# बुकिंग के बाद ऐप पर ही आपको क्यूआरकोड मिलेगा जिसको मशीन पर टैप करना होगा.

# टिकट सिर्फ उसी दिन के लिए मान्य है और इसको रद्द भी नहीं किया जा सकता है.

“दिल्ली मेट्रो में आपका स्वागत है वो भी वॉट्सऐप पर”.

वीडियो: WhatsApp पर आ रहे अनजान विदेशी कॉल का चक्कर क्या है, जानें Lallantop को क्या पता चला