हमारे देश में जब भी कोई कम संसाधनों का इस्तेमाल करके कुछ काम करता है तो उसे जुगाड़ का नाम दे दिया जाता है. मसलन ये तो इंडियन या कहें देसी जुगाड़ है. लेकिन कई बार ऐसे काम कोई जुगाड़ नहीं बल्कि असल में एक तकनीक होती हैं. ऐसी ही एक तकनीक का वीडियो हमें इंस्टाग्राम पर मिला. वीडियो में इलेक्ट्रिक कार की बैटरी चार्ज करने का अनोखा तरीका बताया गया है जो मुसीबत में वाकई काम आएगा. आप भी इस तकनीक का इस्तेमाल करें और सफर का मजा लें. कैसे...बताते हैं.
इलेक्ट्रिक कार में घुम्मी-घुम्मी करते बैटरी बैठ जाए तो ये देसी जुगाड़ मुसीबत से निकाल लेगा
EV की बैटरी अचानक बंद, ये तरीका इमरजेंसी में 50 किलोमीटर तक जाना पक्का कर देगा.
इलेक्ट्रिक कार और स्कूटर ने भारतीय बाजार में अपनी पैठ बनाना स्टार्ट कर दिया है. बात करें स्कूटर की तो उनका इस्तेमाल लंबी दूरी के लिए आमतौर पर नहीं होता है. लेकिन कार तो हर काम में इस्तेमाल होती है. रोज ऑफिस आने-जाने से लेकर वीकेंड पर पिकनिक के लिए भी. सब बढ़िया है, मगर गरारी फंसती है इसकी रेंज पर. आइडियल कंडीशन में एक इलेक्ट्रिक कार फुल चार्ज में 350-400 किलोमीटर ही कवर कर पाती है. अब ऐसे में आप निकले हों घुम्मी-घुम्मी करने और बैटरी बोल जाए तो.
इंस्टा पर पोस्ट किए गए इस वीडियो को देखिए. इसे पोस्ट किया है जय कपूर ने. जय रोजमर्रा से जुड़ी टेक टिप्स पोस्ट करते हैं. उन्होंने इमरजेंसी में बैटरी चार्ज करने का बढ़िया तरीका बताया है. दरअसल उन्होंने इलेक्ट्रिक कार को एक दूसरी कार से बांध कर खींचा.
टाटा Nexon को दस किलोमीटर तक खींचा या कहें Tow किया और इतना करने से बैटरी लगभग 14 फीसदी चार्ज हो गई. बोले तो अगले 40-50 किलोमीटर जाने का जुगाड़ हो गया. लेकिन बैटरी किसी जुगाड़ की वजह से नहीं, बल्कि कारगर तकनीक के कमाल से चार्ज हुई.
दरअसल कार के इंजन में मैग्नेटिक कॉइल और रॉड से बना एक डिवाइस होता है. Alternator कहते हैं इसको जो मैकेनिकल एनर्जी को इलेक्ट्रिकल एनर्जी में तब्दील कर देता है. यहां मैकेनिकल एनर्जी कार को खींचने से बनी जिसने इलेक्ट्रिकल एनर्जी में बदलकर बैटरी चार्ज कर दी. अभी आपको लगेगा कि चालू गाड़ी में ऐसा क्यों नहीं होता, तो इसका जवाब है कि वो गाड़ी स्टार्ट है. मतलब बैटरी से एनर्जी मिल रही. गाड़ी बंद है तब ये काम होगा.
वीडियो का लुब्ब-ए-लुबाब ये कि अगर कभी आप ऐसी किसी परिस्थिति में फंस जाते हैं तो रास्ते में किसी से गुजारिश कर लीजिए. कुछ किलोमीटर खींचने से काम बन जाएगा. वैसे अगर गुजारिश करने से काम नहीं बने तो पैसे ऑफर करके भी काम चला सकते हैं. ये गुणा-गणित भी जय ने ही बताया. मसलन गाड़ी 10 किलोमीटर खींचने में अगर एक लीटर पेट्रोल लगा तो भी 100 रुपये खर्च होंगे. आपको 50 किलोमीटर का बफर टाइम मिल जाएगा.
वीडियो: इंस्टाग्राम पर 2023 में कौन-कौन से फीचर आने वाले हैं?